Friday, March 29th, 2024 Login Here
इंदौर की गाड़ियां पूरी तरह है बंद
मंदसौर निप्र । पिछले दो दिनों से मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ टक ऑपरेटरों की बैठक बेनतीजा होने के बाद से टकों की हड़ताल चल रही है इस हड़ताल का सीधा असर मंदसौर के कारोबार पर भी पड़ रहा है । व्यापारी क्षेत्र में मुख्य कारोबार इंदौर से होता है लेकिन पिछले तीन दिनों से इंदौर से एक भी गाड़ी का आना-जाना नही हुआ है जिसके कारण अकेले मंदसौर में करोड़ो का कारोबार प्रभावित होने की संभावना जताई जा रही है ।
दरअसल टंासपोर्टरों ने 1 अक्टूबर को सीएम कमलनाथ से भोपाल में मुलाकात कर 28 हजार किलो या उससे भारी टक के लाईफ टाईम टेक्स को क्वार्टली करने और डीजल -पेटोल पर बढ़ाये गये 5 फिसदी वेट को खत्म करने की मांग की थी लेकिन बैठक में कोई नतीजा नही निकला लिहाजा अपने पहले से घोषित कार्यक्रम के तहत टक ऑपरेटर शनिवार से हड़ताल पर चले गये । सोमवार को हड़ताल का तीसरा दिन था । हालांकि शनिवार और रविवार होने के कारण हड़ताल का ज्यादा असर नही दिखा लेकिन सोमवार को हड़ताल से मंदसौर का कारोबार प्रभावित होने लगा । हालांकि मंदसौर से रतलाम और नीमच से माल की आवाजाही सोमवार को भी होती रही । लेकिन मंदसौर व्यापारिक मण्डी में सबसे ज्यादा लेन-देन इंदौर की व्यापारिक मण्डीयों से ही होता है । दिपावली का पर्व नजदीक है ऐसे में हड़ताल का सबसे ज्यादा असर इंदौर में ही होने के कारण इंदौर से एक भी गाड़ी न मंदसौर पहुॅची न मंदसौर से कोई गाड़ी इंदौर के लिये रवाना हुई जबकि अमुमन 25से 30 गाड़ियां रोज इंदौर से आती-जाती है और एक अनुमान के मुताबिक एक गाड़ी में लगभग 30 लाख रुपये का माल भरा होता है ऐसे में मंदसौर में करोड़ो रुपये का कारोबार प्रभावित होने की संभावना जताई जा रही है। अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले 20 दिन त्यौहारों का समय है ऐसे में यदि हड़ताल लम्बी खिंचती है तो कारोबार प्रभावित होगा और साथ ही जरुरी चीजो की सप्लाय पर भी असर पड़ सकता है जिसकी चपेट में व्यापारी से लेकर आम आदमी तक आ सकता है ।
हरकत में सरकार, कलेक्टरों को किया अलर्ट
त्योहारों के मौके पर प्रदेश में टांसपोर्टर्स की हड़ताल से सरकार हरकत में आ गई है। कलेक्टरों को हर परिस्थिति से निपटने के लिए अलर्ट कर दिया गया है। परिवहन और खाद्य नागरिक आपूर्ति विभाग ने कलेक्टरों को निर्देश दिए हैं कि आवश्यक सामग्रियों की आपूर्ति बाधित नहीं होनी चाहिए। इसके लिए जरूरी कदम उठाए जाएं। वहीं खाद्य, नागरिक आपूर्ति विभाग की प्रमुख सचिव नीलम शमी राव ने कहा कि डीलरों को पेटोल, डीजल और रसोई गैस की पर्याप्त उपलब्धता बनाए रखना जरूरी है। यदि ऐसा नहीं किया जाता है तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
आपूर्ति मंत्री ने की टक ऑपरेटरों से अपील
खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने टक-टांसपोर्टर्स यूनियन के पदाधिकारियों से अपील की है कि दीपावली के मद्देनजर जनहित में हड़ताल समाप्त करें। इससे आम उपभोक्ताओं को होने वाली परेशानियों से निजात मिल सकेगी। हड़ताल के कारण प्रदेश में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति प्रभावित न हो, इसके लिए कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कलेक्टरों को डीजल, पेटोल और रसोई गैस की आपूर्ति तथा अन्य जरूरी वस्तुओं के मूल्यों पर नियंत्रण रखने के भी निर्देश दिए।
क्या है प्रमुख मांगे -
- डीजल पर 5 प्रतिशत वेट की वृध्दि को वापस लिया जायेगा ।
- त्रेमासिक टैक्स भरने की सुविधा पूर्ववत कि जाये ।
- प्रदेश की परिवहन चौकियों पर भ्रष्टाचार बंद किया जाये ।
- पुराने वाहन क्रय-विक्रय पर शुल्क वापस लिया जाये ।