Friday, March 29th, 2024 Login Here
कमिश्नर अजीत कुमार ने दिये अधिकारियों को निर्देश
मंदसौर निप्र । संभागायुक्त अजीत कुमार की अध्यक्षता में मन्दसौर एवं नीमच जिले की समीक्षा बैठक सुशासन भवन स्थित सभाकक्ष में आयोजित की गई। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा कयामपुर भ्रमण के दौरान की गई घोषणाओं, उनके क्रियान्वयन के संबंध में विस्तार से चर्चा की गई । घोषणाओं के सम्बंध में सभी विभागों के द्वारा कितने कार्य अब तक किये गए। इसकी जानकारी भी ली गयी। इस दौरान उन्होंने सभी राजस्व अधिकारियों को सख्त निर्देश प्रदान किए की शनिवार एवं रविवार अवकाश के दिनों में भी बाढ़ पीड़ितों की प्रकरण बनाने के लिए कार्य करें। सभी बाढ़ पीड़ितों के प्रकरण 20 अक्टूबर तक बनाकर पूर्ण करें। इस समीक्षा बैठक में मंदसौर व नीमच जिले के कलेक्टर, सीईओ जिला पंचायत, अपर कलेक्टर व सभी एसडीएम, सभी जिलाधिकारी मौजूद थे।
काम नहीं करने पर अनुविभागीय अधिकारी सस्पेंड के लिए तैयार रहें- मुख्यमंत्री के भ्रमण के पश्चात बाढ़ पीड़ितों के जो प्रकरण तैयार किये जाने थे। अब तक मन्दसौर एवं नीमच जिले में बाढ़ पीड़ितों के कम प्रकरण तैयार किए गए। शत प्रतिशत कार्य अभी तक पूर्ण नहीं हुआ है। जिस पर कमिश्नर द्वारा नाराजगी व्यक्त की गई। मुख्यमंत्री द्वारा 15 अक्टूबर तक सभी बाढ़ पीड़ितों को राहत प्रदान करने की बात भी कही गई थी। जिस पर कमिश्नर द्वारा कहा गया कि 20 अक्टूबर तक सभी बाढ़ पीड़ितों के प्रकरण तैयार कर लेवे। अगर समय पर काम नहीं हुआ तो संबंधित अधिकारी सस्पेंड के लिए तैयार रहें। उनकी विभागीय जांच स्थित की जाएगी। ऐसे क्षेत्र, गांव एवं खेत जो पानी से पूरी तरह से नष्ट हो गए। वहां पर किसी प्रकार की सर्वे की जरूरत नहीं है। सर्वे का नाम लेकर ज्यादा समय न लगाएं। हाथ पर हाथ धरकर न बैठे।
बैठक के दौरान नीमच व मंदसौर जिले के कलेक्टरों को निर्देश देते हुए कहा कि बाढ़ से जो सड़कें बुरी तरह से प्रभावित हुई हैं। उन सड़कों का कलेक्टर एक बार पीडब्ल्यूडी विभाग, पीएमजीएस वाईएस विभाग के साथ दौरा भी करें। पीडब्ल्यूडी विभाग, पीएमजीवाईएस विभाग को निर्देश देते हुए कहा कि सड़को पर अस्थाई मरम्मत के स्थान पर स्थाई समाधान निकालें। अस्थाई समाधान कोई समाधान नहीं होता है। इसकी जगह स्थाई समाधान पर गंभीर विचार करें।