Friday, April 19th, 2024 Login Here
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विधायक सिसौदिया ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
मंदसौर । मंदसौर शहर में लगभग 40 वर्ष पूर्व मंदसौर के लिए वरदान कहीं जाने वाली बुगलिया डायवर्शन योजना पंपिंग स्टेशन जिसे धुलकोट योजना के नाम से जाना जाता है और यह योजना लगभग 35 वर्षो से जल संसाधन विभाग के अधिकार क्षेत्र में थी किन्तु पिछले 5-7 वर्षो से यह योजना नगरपालिका को हस्तांतरित कर दी गई है । मंदसौर शहर को भयावह जल प्रवाह से बचाने के लिए आवश्यक है कि इस योजना की डिजाईन पर एक बार पुनः विचार कर डीपीआर बनाई जाएें।
यह मांग विधायक यशपालसिंह सिसौदिया ने करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखा उन्होने इस पत्र से नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धनसिंह और जलसंसाधन व जिलें के प्रभारी मंत्री हुकुमसिंह कराड़ा को भी अवगत कराया । श्री सिसौदिया ने कहा कि शहर में इस वर्ष 80 इंच से अधिक वर्षा होने तथा शिवना नदी एवं बुगलिया नाले के अत्यधिक जल प्रवाह के कारण मंदसौर के हालात 40 वर्ष पुरानी स्थिति जैसे बन गए थे इसलिए बुगलिया की महत्वाकांक्षी योजना पर एक बार पुनः मंथन एवं विचार विमर्श कर नए सिरे से क्रियान्वयन किए जाने की आवश्यकता महसूस की जा रही है ।  बुगलिया नाले का डायवर्शन वर्तमान में खानपुरा ईदगाह की और से होकर तथा कुछ हिस्सा खानपुरा के शनि मंदिर की और परिवर्तित किया गया है जो शिवना नदी में तीन छत्री बालाजी के समीप आकर मिलता है जिससे ग्राम हैदरवास , अशोक नगर, ईदगाह, खानपुरा, शनि मंदिर, राजीव कॉलोनी को प्रभावित करता है । इसका कारण नीलम शाह दरगाह के पास धुलकोट योजना की जो पाल बनी हुई है वहां पम्प स्टेशन नही है तथा वॉल खोलकर इस पानी को राजा गुलाब अगरबत्ती पाईन्ट पर छोड़ा जाता है किन्तु शिवना नदी उफान पर होने पर यह वॉल नही खोला जा सकता क्योंकि शिवना नदी का पानी खानपुरा, धानमण्डी क्षेत्र की और आने का खतरा बना रहता है ।
श्री सिसौदिया ने सुझाव देते हुए कहा कि बुगलिया का एक डायवर्शन और हैदरवास गांव के पास पाटन कृषि फार्म की और मोढ़ते हुए उसे शिवना नदी के खिड़की माता मंदिर की और परिवर्तित किया जा सकता है । लक्कड़ पीठे का पम्प हाऊस मोनोब्लाक विद्युत पम्प से संयोजित है और वह भी जमीनी सतह पर है अत्यधिक वर्षा के कारण यह पम्प हाऊस डुब जाता है इस पम्प हाऊस की क्षमता भी बढ़ना चाहिए तथा इसकी ऊंचाई बढाई जाकर यहां के विद्युत ट­ांसफार्मर को भी ऊंचे स्थान पर स्थानांतरित किया जाना चाहिए । नीलम शाह दरगाह के पास राजा गुलाब अगरबत्ती की प्रोटेक्शन वॉल की जगह एक और बड़ा पम्प हाऊस स्थापित करना चाहिए ताकि शनि मंदिर, खानपुरा, धानमण्डी का छोड़ा गया पानी अशोक नगर की और से आना वाला पानी पन्डुबी या टरबाईन पम्पो के माध्यम से शिवना नदी मेंफेंका जा सके । योजना के अंतर्गत पुराने कलेक्टोरेट किला रोड़ पर बने पम्प हाऊस की क्षमता बढ़ाई जाना चाहिए ताकि सम्राट बाजार, बण्डीजी का बाग, बस स्टेण्ड, दयामंदिर रोड़ आदि को जल भराव से निजात मिल सके । श्री सिसौदिया ने कहा कि तैलिया तालाब के वेस्ट वियर का पानी जो नाले के माध्यम से महादेव नगर, नरसिंहपुरा, मदारपुरा, नयागांव, खानपुरा, ईदगाह के पास अशोक नगर की और जाता है उस पर भी गंभीर विचार कर उसकी भी गहराई एवं चौड़ाई बढ़ाई जाने की आवश्यकता है । 
विधायक श्री सिसौदिया ने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि उपरोक्त बिन्दुओं को ध्यान में रखते हुए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, जल संसाधन, नगरपालिका, विद्युत कम्पनी तथा लोक निर्माण विभाग की संयुक्त साझेदारी में एक दल का गठन कर वृहद कार्ययोजना बनाई जाने के निर्देश जारी करवाएें ताकि अब भविष्य में मंदसौर शहर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों को भयावह जल हानि से शहरवासियों को बचाया जा सके ।


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