Thursday, April 25th, 2024 Login Here
जीवागंज,जनकुपुरा में सब्जी और दूध के लिए लग रहा मेला
मंदसौर निप्र।
कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए पिछले 12 दिनों से मंदसौर पूरी तरह से बंद है।पहले दिन से अब तक पुलिस और प्रशासन लगातार जनता को समझा रहा है भारत के प्रधानमंत्री,प्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर हर जिम्मेदार लोगों को कह रहा है कोरोना से बचना है तो अपने घरों में ही रहे बावजूद इसके मंदसौर में अभी कई लोग हैं जो इसका पालन ही नहीं कर रहे हैं सब्जी, दूध, किराना, गैस सब कुछ घर-घर उपलब्ध हो रहा है लेकिन मंदसौर शहर के जीवागंज और जनकुपूरा में रोज सुबह सब्जी की मंडी लग रही है, दूध के लिए लोगों की भीड़ उमड़ रही है। कोई भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहा है। यह चिंताजनक हो सकता है।
मंदसौर के लिए भले ही यह अच्छी खबर है कि अब तक यहां कोरोना का कोई भी पॉजिटिव नहीं आया है लेकिन देश के दूसरे हिस्सों में जिस तरह से आंकड़े बढ़ रहे हैं,मध्यप्रदेश के इंदौर में कोरोना के संक्रमितो की संख्या तेजी से बढ़ रही है वह मंदसौर वालों के लिए भी चिंताजनक है।ऐसे में आम लोगों को लॉक डाउन का सख्त पालन करना ही चाहिए तभी यह शहर कोरोना से बच सकता है। लेकिन फिर भी कई लोगों को अभी तक यह बात समझ ही नहीं आ रही है। जबकि पुलिस बेवजह घर से निकलने वालों पर लगातार शक्ति कर रही है। पूरे शहर को बैरिकेट्स लगाकर ब्लॉक कर दिया गया है। मुख्य बाजार से लेकर किसी भी गली मोहल्ले से निकलने तक की गुंजाइश नहीं है लेकिन अब लोग गली मोहल्ले में ही भीड़ जमा करने में जुट गए हैं जबकि प्रशासन साफ कह रहा है दूध घर -घर तक जाएगा, सब्जी घर -घर मिलेगी, किराने का सामान भी घर आएगा ।लेकिन फिर भी लोगों को यह समझ नहीं आ रहा है। जीवागंज, जनकुपूरा क्षेत्र में तो रोज पूरी सब्जी मंडी ही लगने लगी है, जहां प्रतिदिन सैकड़ों लोग सब्जी खरीदने के लिए जा रहे हैं, दूध की दुकान पर भीड़ उमड़ रही है। कहीं भी कोई सोशल डिस्टेंसिंग है ही नहीं जिसे देख कर ऐसा लग रहा है मानो कोरोना का खौफ खत्म हो गया है। चंद लोगों की यह नादानी पूरे शहर को भारी पड़ सकती है यह इन लोगों को अब तक समझ नहीं आ रहा है ऐसे में पुलिस प्रशासन ही इन लोगों को समझा सकता है।