Thursday, April 18th, 2024 Login Here
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बेवजह परिसर में घूमने से मना किया तो सिविल सर्जन के साथ अभद्रता और गार्ड के साथ की मारपिट
अस्पताल प्रशासन ने कार्रवाई के लिए पुलिस को दिया आवेदन
मंदसौर निप्र। इलाज के लिए मंदसौर जिला अस्पताल में भर्ती हुई नीमच जिले की उप निरीक्षक हर्षिता सांवरिया वार्ड में अपना इलाज कराने के बजाय बिना वजह ही अपने माता-पिता के साथ अस्पताल के कैंपस में घूम रही थी, ऐसे में  जब राउंड पर निकले सिविल सर्जन डा अधीर कुमार मिश्रा ने कोरोना के चलते उन्हें बिना वजह घूमने और एक से अधिक परिजन को साथ में नहीं रखने की हिदायत दी तो वे दबंगई पर उतर आई । दादागिरी करते हुए पहले उन्होंने सिविल सर्जन  के साथ अभद्रता की। जब अस्पताल की महिला गार्ड कविता धाकड़ ने उसे रोका तो उसके साथ मारपीट करने लगी ऐसेे में अस्पताल के एक और गार्ड लाखन सिंह सामने आए तो उप निरीक्षक ने उसके साथ भी मारपीट की। जिसके बाद अस्पताल प्रशासन ने पुलिस अधीक्षक को आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की।
जानकारी के अनुसार नीमच जिले में पुलिस उप निरीक्षक के पद पर पदस्थ हर्षिता सांवरिया अपनी माताजी शासकीय नर्सिंग कॉलेज में नर्सिंग ट्यूटर के पद पर पदस्थ उषा सांवरिया और शासकीय सेवा में असिस्टेंट मैनेजर पंचायत झाबुआ के पद पर काम करने वाले अपने पिता मांगीलाल सांवरिया के साथ 5 अप्रैल की दोपहर करीब 1 बजे जिला अस्पताल के मेडिकल वार्ड में चक्कर आने की शिकायत लेकर भर्ती हुई जहां डॉ विक्रम अग्रवाल ने उनका उपचार शुरू किया लेकिन भर्ती होते ही करीब 10 मिनट बाद ही उन्होंने भर्ती पर्ची पर लिख दिया कि वह स्वयं की जिम्मेदारी पर नाश्ता करने के लिए अपने घर जा रही है और चली गई। दोपहर करीब 4 बजे डॉ अग्रवाल पुनः उसे देखने के लिए पहुंचे तब वह अपने पलंग पर नहीं मिली इसके बाद शाम 6:30 बजे जब वार्ड की नर्स उसे इंजेक्शन लगाने के लिए पहुंची तो परिजनों ने फिर भर्ती पर्चे पर लिख दिया कि कमर पर इंजेक्शन नहीं लगाना है और फिर घर चली गई ।पूरे दिन वह इलाज के बजाय अस्पताल से बाहर ही रही ।
आज 6 अप्रैल की दोपहर करीब 1 बजे जब सिविल सर्जन डॉ अधीर कुमार मिश्रा जिला अस्पताल में राउंड कर रहे थे इसी दौरान उन्हें हर्षिता सांवरिया अपने माता-पिता के साथ बाहर से आती हुई दिखाई दी, ऐसे में उन्होंने तीनों को रोका और कहा कि तीन लोग कहां से आ रहे हो इस पर हर्षिता सांवरिया ने अपने अस्पताल में भर्ती होने की जानकारी दी लेकिन सिविल सर्जन ने उन्हें कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते बरती जा रही सावधानी के कारण मरीज के साथ इस समय एक ही व्यक्ति के अंदर जाने की अनुमति है इसलिए आप एक ही व्यक्ति के साथ अंदर जाएं और खुद भी भर्ती रहने के दौरान अस्पताल से निकल नहीं जाए क्योंकि इस समय कोरोना के संक्रमण का खतरा है। इस पर हर्षिता और उसके माता पिता भड़क गए उन्होंने सिविल सर्जन के साथ शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करते हुए बदतमीजी शुरू कर दी। यह देख ड्यूटी पर तैनात महिला गार्ड कविता धाकड़ तत्काल वहां आई और तीनों को रोकने की कोशिश की तो महिला उपनिरीक्षक हर्षिता सांवरिया और उसके माता-पिता ने मिलकर महिला गार्ड के साथ मारपीट शुरू कर दी उन्हें रोकने के लिए पुरुष गार्ड लाखन सिंह वहां पहुंचे तो उसके साथ भी लात घुसे से मारपीट की ।ऐसे में तत्काल चौकी पर तैनात पुलिसकर्मी ने शहर पुलिस को सूचना की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और मामले को जैसे-तैसे मौके पर शांत किया।
घटना के बाद महिला गार्ड कविता धाकड़ और पुरुष गार्ड लाखन सिंह की ओर से पुलिस अधीक्षक को आवेदन देकर हर्षिता सांवलिया और उसके परिवार के विरुद्ध मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट 2016,एपिडेमिक डिसीज एक्ट 1897 की धारा (3) के तहत कार्यवाही की मांग की । आवेदन पर सिविल सर्जन डॉ अजय कुमार मिश्रा ने अनुशंसा करते हुए कहा कि उपरोक्त घटना जिला चिकित्सालय के लिए अत्यंत चिंताजनक है इसलिए कठोर कार्रवाई की जाए।
इनका कहना
नीमच जिले में पदस्थ पुलिस उप निरीक्षक हर्षिता सांवरिया अस्पताल में भर्ती हुई थी लेकिन इलाज कराने के बजाय वह बार-बार  अस्पताल से बाहर आ जा रही थी।  आज सुबह अपने परिजनों के साथ  अस्पताल आ रही थी तब  रोककर अस्पताल के नियमों का पालन करने के लिए कहा तो शासकीय सेवा में ही पदस्थ अपने माता पिता के साथ मिलकर मेरे साथ अभद्रता की और महिला और पुरुष गार्ड के साथ मारपीट की है जिस पर पुलिस अधीक्षक को कार्यवाही के लिए आवेदन दिया गया है।
 डॉ अधीर कुमार मिश्रा
 सिविल सर्जन जिला अस्पताल
मैंने कोई मारपीट नहीं की और ना ही कोई बदतमीजी की है मैं जिला चिकित्सालय नीमच से रेफर होकर  मंदसौर जिला अस्पताल में उपचार के लिये भर्ती हुई थी। लेकिन वहां किसी ने मेरा इलाज नहीं किया।वहां के सीएमएचओ ने अंदर जाने से रोक दिया, मेरी मम्मी के साथ भी दुर्व्यवहार किया गया और क्वॉरेंटाइन में भर्ती करने की धमकी दी और सुरक्षाकर्मियों को मेरा मोबाइल छीनने के लिए कहा जिसके बाद पुरुष सुरक्षाकर्मी ने मेरे साथ मारपीट की। अस्पताल में खाना नहीं था इसलिए मैं खाना खाने के लिए घर पर गई थी।
हर्षिता सांवरिया
उपनिरीक्षक

Chania