Saturday, April 20th, 2024 Login Here
मंदसौर निप्र। संकट के समय में भी जनता से मनमर्जी के दाम वसूलने के चलते एक बार फिर दैनिक जनसारंगी की पहल पर मंदसौर बड़े अस्पताल का वाहन ठेका निरस्त कर दिया गया। वाहन ठेका निरस्त होने के कारण अस्पताल में आने वाले मरीजों और उनके परिजनों को बड़ी राहत मिलेगी।
अस्पताल के वाहन स्टैंड ठेकेदार द्वारा मरीजों और उनके परिजनों से मनमाने दाम वसूलने की खबरें विकास राठौर ने सोशल मीडिया पर वायरल की थी और कलेक्टर से राहत देने की मांग की थी इस मुद्दे को दैनिक जनसारंगी ने 19 अप्रेल के अंक में प्रमुखता के साथ उठाया, जिस पर विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ने भी संज्ञान लिया जिसके बाद कलेक्टर मनोज पुष्प के आदेश से सिविल सर्जन डॉ अधीर कुमार मिश्रा ने वाहन स्टैंड के ठेके को निरस्त कर दिया। उल्लेखनीय है कि बड़े अस्पताल का वाहन ठेका हमेशा से ही विवादों में रहता है अधिकांशतः यहां पर जिला अस्पताल की रोगी कल्याण समिति जो दरें तय करती है उससे कहीं अधिक दरें वसूल की जाती है बार-बार इस तरह की शिकायतें मरीज और उनके परिजन अस्पताल प्रशासन को भी करते रहते हैं। अस्पताल प्रशासन भी लगातार ठेकेदार को ताकीद करता है बावजूद इसके कभी भी इस समस्या का समाधान नहीं हो पाया जो भी ठेका यहां चलता है वह कभी अस्पताल आने जाने वाले लोगों से बदतमीजी करता है तो कभी उनसे मनमानी राशि वसूल करता है। अभी जब कोरोना का संकट चल रहा है हर तरफ आर्थिक तंगी की मार है बावजूद इसके वाहन स्टैंड ठेकेदार का दिल नहीं पसीजा रहा था वह अस्पताल आने वाले लोगों से बदतमीजी भी कर रहा था और उनसे मनमानी वसूली भी कर रहा था ऐसे में वाहन स्टैंड का ठेका अस्पताल प्रशासन ने निरस्त कर दिया। इससे पहले भी वाहन स्टैंड ठेके पर हो रही मनमानी को दैनिक जनता रागिनी प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया है मामला न्यायालय कलेक्टर तक पहुंचा था जहां से जनता के हक में फैसला देते हुए माननीय न्यायालय ने अस्पताल के वाहन स्टैंड ठेके को निरस्त कर दिया था इसके बाद पुनः कायाकल्प के अंको के नाम पर ठेका प्रारंभ हुआ लेकिन हमेशा स्टैंड के ठेकेदार ही अस्पताल प्रशासन पर भारी रहे बार-बार समझाने के बाद भी अपनी मनमर्जी के ही दाम वसूलते रहे और जनता के साथ बदतमीजी भी करते रहे।