Friday, March 29th, 2024 Login Here
पुलिस रिमांड में हिस्ट्रीशीटरों ने लूट समेत आजाद ग्रुप के 70 बदमाशों के उगले राज अष्टमुर्ति की पूजा के साथ कांग्रेस प्रत्याशी गुर्जर ने शुरू किया चुनावी अभियान अवैध हथियारों के जखीरे के साथ बिना चीरा लगा 121 किलो डोडा बरामद घर में सोई अकेली वृद्ध महिला का गला रेतकर हत्या के बाद 8 किलो अफीम लूट ले गए बदमाश ओम सर्किट के बाद धार्मिक हवाई सर्किट से भी वंचित रह गई पशुपतिनाथ की नगरी पानी पीते ही गश खाकर गिरी, 93 भेड़ो की मौत अस्पताल के कायाकल्प पर आचार संहिता का असर, अटक गई विजेताओं की घोषणा और राशि बिना मालिक की इजाजत घर की दीवार पर स्लोगन लिखा, पोस्टर चिपकाया तो कार्यवाही होगी लोकसभा चुनाव करवाने मन्दसौर आई एसएसबी की कम्पनी ने पशुपति के आंगन में की सफाई प्रशासन ने निरस्त की पं मिश्रा की कथा, भक्तो ने जारी रखी तैयारियां विधायक ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर हस्तक्षेप की मांग की कांग्रेस ने एमपी के लिए जारी की 40 स्टार प्रचारकों की सूची, मीनाक्षी नटराजन का नाम भी शामिल लोकसभा चुनाव में डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा भी शामिल, भाजपा ने 40 नेताओ को बनाया स्टार प्रचारक बालाजी ग्रुप ने निकाली धुलेंडी पर्व पर परम्परागत रंगारंग महागैर पूरा देश एक स्वर में बोल रहा मैं हॅू मोदी का परिवार पंडित प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा का आयोजन निरस्त

 निर्माण प्रारम्भ, जलने लगी उद्योगों की चिमनियां पर आ रही दिक्कते,मजदूर नही मिल रहे, कच्चे मटेरियल की उपलब्धता नही

लोकेश पालीवाल
मन्दसौर निप्र। लॉक डाउन को एक महीना पूरा हो चुका है,कोरोना के भय और दहशत के साये में पूरा जनजीवन हैरान और परेशान हो गया। रोजगार जाते ही पेट की चिंता में मजदूर अपने घरों पर रेल पटरियों के सहारे पलायन कर गए। विकास का पहिया थम गया, उद्योगों की चिमनियां जलना बंद हो गई, भरे-पूरे रहने वाले बाजारों में वीरानी छा गई, लोग घरों में कैद हो गए। लेकिन 20 अप्रैल से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तय गाइडलाइन के मान से कुछ छूट लॉक डाउन में मिलते ही एक बार फिर से धीमें से ही सही विकास का पहिया चलने लगा है। हैरान-परेशान जनजीवन को धीरे-धीरे पटरी पर लाने की कवायद शुरू हो चुकी है। सड़क,पुल- पुलिया के निर्माण प्रारंभ हो गए हैं, उद्योगों की चिमनीया फिर से जलने लगी है,नल- जल योजनाओं के काम शुरू हो रहे हैं,कृषि मंडियों में रोकन लौटने लगी है लेकिन दिक्कते बरकरार है काम करने के लिये स्किल्ड मजदूर नही मिल रहे, कच्चे मटेरियल का परिवहन बंद होने से उपलब्धता नही है लेकिन तमाम दिक्कतों के बाद भी जीवन को पटरी पर लाने की कोशिश हो रही है लेकिन सब कुछ कोरोना से बचने की नियम शर्तों के बीच... पूरी तरह सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए।


कोरोना के मरीजों की संख्या को देखते हुए प्रदेश में रेड, ऑरेंज और ग्रीन झोन बनाए गए। रेड जोन में वे जिले शामिल है जहां कोरोना के मरीज सबसे ज्यादा है और लगातार सामने आ रहे हैं। ऑरेंज झोंन में वे जिले हैं जहां कोरोना के मरीज कम है और नए मरीज सामने नहीं आ रहे हैं तथा ग्रीन जोन में वे जिले शामिल है जहां एक भी कोरोना का मरीज सामने नहीं आया है। इसके मुताबिक मंदसौर जिला ऑरेंज जोन में शामिल है जिले में कोरोना के 8 मरीज ही मिले हैं लेकिन यदि जियोलॉजिकल रूप से देखें तो यह 8 मरीज पूरे जिले के चारों तरफ फैले हुए हैं। जिसके कारण पूरा जिला ही पूरी तरह से घरों में कैद है। भारत सरकार की जो गाइडलाइन तय हुई जिसमें 20 अप्रैल से छूट देने की घोषणा की गई थी जिले के ऑरेंज झोंन में होने के कारण उसे पूरी तरह लागू नहीं किया जा सका ।क्योंकि जिले में  चारों तरफ पॉजिटिव मरीज है, लेकिन फिर भी जिला प्रशासन ने गाइडलाइन के मुताबिक पर्याप्त सावधानियों को बरतते हुए जिले में जनजीवन को धीरे-धीरे पटरी पर लाने की कवायद शुरू कर दी है। विकास श्रखंलाओ में जिले भर में बंद पडे निर्माण कार्य अब फिर शुरू होने जा रहे है, प्रधानमंत्री सडक योजना, लोक निर्माण विभाग, पीएचई और जल संसाधन विभाग के साथ ही पीआईयू जैसे विभागों ने बंद पडे निर्माण कार्याे को शुरू करने के लिये अपने कांट्रेक्टरों को पास जारी करना भी प्रारंभ कर दिया है, पीएचई विभाग द्वारा गर्मी के प्रकोप के चलते ट्यूबवेल खनन का कार्य भी पूर्व में ही प्रारंभ कर दिया गया।
निर्माण कार्यों के साथ ही औद्योगिक जनजीवन को भी पटरी पर लाने की कवायद शुरू हो चुकी है कई उद्योगों की चिमनिया फिर से जलने लगी है कृषि उपज मंडी में भी हल्की-हल्की रौनक आने लगी है हालांकि उद्योगों में मजदूर नहीं होने के कारण दिक्कतें भी आ रही है सारे निर्माण और उद्योग मौजूदा मजदूरों के भरोसे ही शुरू हो रहे हैं जिसके कारण इन सभी इकाइयों में पूरी क्षमता के साथ काम शुरू नहीं हो पा रहा है क्योंकि मंदसौर जिले में भी निर्माण और उद्योगों में अधिकांश मजदूर आदिवासी क्षेत्रों झाबुआ मेघनगर सहित विभिन्न क्षेत्रों के ही है लेकिन लाख डाउन होने के साथ ही यह सभी मजदूर अपने अपने गांव की ओर पलायन कर गए इनके अभी आने के आसार भी नहीं है ऐसे में विकास का पहिया शुरू तो हुआ है लेकिन जनजीवन को पटरी पर आने में समय लगेगा पूरी तरह लाख डाउन खुलने के बाद ही उम्मीद है कि हैरान-परेशान जनजीवन अपने काम पर लौट आवेगा।

परीक्षण कर दे रहे है छूट

मंदसौर जिले में 8 कंटेंटमेंट झोन है हर इलाके में पॉजिटिव मरीज होने के कारण जिला ऑरेंज स्टेटस में है इसलिए सावधानी बरतते हुए छूट दे रहे हैं।जरूरत के हिसाब से छूट दे रहे हैं,ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा के काम शुरू हो गए हैं,जल संरचनाओं के काम प्रारंभ हो गए हैं।इन क्षेत्रों में करीब 2 हजार मजदूर काम करने लगे हैं,दूसरे काम भी जो ग्रामीण क्षेत्रों में है वे प्रारंभ कर दिए हैं। बैंकिंग सेवाएं प्रारंभ है, सप्लाई लाइन पूरी तरह बरकरार है। 1-1 मामले का परीक्षण कर उसके अनुसार छूट देते जा रहे हैं।
मनोज पुष्प
कलेक्टर


सड़क का काम शुरू हो गया, जल्दी सभी काम प्रारंभ होंगे
निर्माण ठेकेदारों को गाइडलाइन के अनुसार काम प्रारंभ करने के लिए कह दिया है। जिसके बाद गरोठ क्षेत्र में एक सड़क का निर्माण कार्य प्रारंभ हो गया है दूसरी सड़कों का काम भी शुरू होने की स्थिति में है। हालांकि कांट्रेक्टर को मजदूरों की समस्या आ रही है लेकिन फिर भी जो स्थाई मजदूर उनके पास है उससे वे काम शुरू कर रहे हैं। उम्मीद है तीन-चार दिन में लोक निर्माण विभाग के सारे निर्माण कार्य प्रारंभ हो जाएंगे।
सचिन हरित
कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग

तालाब निर्माण की बाधाओं को दूर कर रहे है


लॉक डाउन से पहले जल संसाधन विभाग के तहत केवल नकेड़िया तालाब का निर्माण हीं चल रहा था लेकिन इसमें अभी मुआवजे की समस्या आ रही है इसका हल करने की कोशिश कर रहे हैं, निंबोद तालाब का निर्माण भी प्रारंभ होना है इसके टेंडर हो चुके हैं। लेकिन यह सारे काम अब लॉक डाउन समाप्त होने के बाद ही प्रारंभ हो सकेंगे। इस दौरान अभी काम शुरू करने में आ रही दिक्कतों को दूर करने का प्रयास कर रहे है।
जी,एस. पाटीदार
एस डी ओ, जल संसाधन विभाग

दिक्कते आ रही है


गाइड लाइन के मुताबिक कार्य प्रारम्भ कर दिया है लेकिन दिक्कते आ रही है। निर्माण कार्यो के लिए स्किल्ड स्टाफ इंटर डिस्टिक गांवों से आते है उन्हें आने की अनुमति नही मिल पा रही है। इसके अलावा शासकीय निर्माण कार्यो में ब्रांडेड सरिया ही उपयोग होता है, इसका उत्पादन बंद होने से आवश्यकतानुसार दुकानों उपलब्ध नही हो रहा है। बालू रेत का परिवहन प्रतिबंधित है, क्रेसर प्लांट चालू है जहां काली रेत और गिट्टी का उत्पादन हो रहा  है परंतु इनका  परिवहन प्रतिबंधित है। जिसके कारण निर्माण प्रारम्भ नही हो पा रहे है। साथ ही जहां सामान की उपलब्धता है वहां स्किल्ड मजदूर नही है।
प्रहलाद कुमावत
ठेकेदार

 इन निर्माणों को मिली है काम करने की छूट


1 प्रामीण क्षेत्र :- सड़क निर्माण, सिंचाई परियोजनाएँ, भवन निर्माण, औद्योगिक परियोजनाएँ।
2 अधिसूचित औद्योगिक क्षेत्रों में सभी प्रकार की परियोजनाएँ।
3 नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा से संबंधित परियोजनाएँ।
4 नगरीय क्षेत्र :- पूर्व से संचालित निर्माण कार्य परियोजनाएं जहां कार्य स्थल के पास ही मजदूर उपलब्ध है।



इन वित्तीय संस्थानों को अनुमति

 
1.भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा नियंत्रित वित्तीय बाजार वित्तीय संस्थाएं।
2.समस्त राष्ट्रीयकृत बैंक, सहकारी बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक, निजी बैंक की शाखाएं अपने निर्धारित समय में चालू रहेगी।
3. बैंक के एटीएम, आईटी, बी.सी. (बैंकिंग कॉरेसपोडेन्ट), एटीएम के संचालन एवं केश प्रबंधन से जुडी हुई एजेसिया।
4.भारतीय जीवन बीमा निगम।
5.साधारण बीमा निगम से संबंधित बीमा कम्पनियाँ। प्रायवेट बीमा कम्पनियाँ।
6.आईआर ङीए से संबंधित कम्पनियो,सेबी से अधिसूचित संस्था।


काम करने के लिये ईंन शर्तो को मानना पड़ेगा


1 कार्य करने वाले सभी व्यक्तियों को सोश्यल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा।
2.सभी व्यक्तियों को चेहरे पर मास्क लगाना अनिवार्य होगा।
3 सेनेटाईजेशन की व्यवस्था सुनिश्चित कर। कार्य स्थल पर साबुन से हाथ धोने की व्यवस्था रखना अनिवार्य होगा।
4 छोटे-छोटे अंतराल पर साबुन से हाथ धोना अनिवार्य होगा।
5 खुले स्थान पर थूकना दंडनीय अपराध होगा। शराब, गुटखा, तम्बाकु एवं नशीले पदार्थों का सेवन सख्त प्रतिबंधित रहेगा।
6 अनावश्यक व्यक्तियों का प्रवेश कार्यस्थल पर प्रतिबंधित होगा।
7 कार्यस्थल पर मजदुरो का एक साथ एक जगह बैठना प्रतिबन्धित रहेगा।
8 निर्माण स्थल पर आने वाले सभी वाहनों एवं मशीनों का सेनेटाईजेशन प्रतिदिन अनिवार्य होगा।

Chania