Friday, April 26th, 2024 Login Here
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विभाग बना रहा दबाव, ठेकेदार ने नहीं जमा किए रुपए
मंदसौर निप्र। प्रदेश में नौ जिलों को छोडक़र मंदसौर सहित सभी जगहों पर शराब की दुकानें सशर्त शुरु करने की अनुमति शासन ने दे दी है। हालंाकि अनुमति के बाद भी फिलहाल मदिरा प्रेमियों के लिए बूरी खबर है। मंदसौर जिले में शराब की दुकानें आज से शराब की दुकानें शुरु नहीं होना संभव नहीं लग रहा। इसका कारण है कि पूरे जिले में ठेकेदार एक ही है। उसने अभी तक राशि जमा नहीं कराई है। शाम तक आबकारी विभाग ठेकेदार पर शराब दुकानें शुरु करने के लिए दबाव बनाता नजर आ रहा था। हालंाकि प्रशासन ने अपनी तरफ से दुकानें खोलने की अनुमति जारी कर दी है।
लॉकडाउन 3 की शुरुआत सोमवार से हो गई है। इसमें लोगों को कई प्रकार की छूट दी गई है। सबसे ज्यादा लोग शराब की दुकानें खोलने की मांग कर रहे थे। लॉकडाउन 3 में शराब की दुकानें भी खोलने की अनुमति शासन ने दे दी है। एमपी के 52 जिलों में से 9 जिलों में अभी भी शराब की दुकानें खोलने को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ है। शासन की तरफ से इसे लेकर आदेश जारी कर दिया है, आखिरी फैसला कलेक्टर को करना है। एमपी के 43 जिले ग्रीन और ऑरेंज जोन में आते हैं, जबकि 9 जिले रेड जोन में हैं। ग्रीन और ऑरेंज में लोगों को ज्यादा छूट मिलेगी। वहीं, रेड जोन में अभी भी पाबंदियां सख्त रहेंगी। पियक्कड़ों के लिए ग्रीन और ऑरेंज जोन में शराब और भांग की दुकानें खुलेंगी। अब बात करें मंदसौर जिले की तो यहां शराब की दुकानें खुलना संभव नहीं लग रहा। इसका कारण है कि ३१ मार्च को पुराना ठेका खत्म होने के बाद नया ठेका बुरहानपुर के गु्रप ने लिया है। नियमानुसार पच्चीस प्रतिशत राशि दुकान शुुरु करने से पहले जमा कराना अनिवार्य है। अभी तक ठेकेदार ने राशि जमा नहीं कराई है। हालांकि आबकारी अधिकारी का कहना है कि शासन से अनुमति मिल गई है। इस संबंध में ठेकेदार को दुकान खोलने की अनुमति दे दी गई है।
प्रबंधक ने मांगी मोहलत
मिली जानकारी के अनुसार इस संबंध में आबकारी विभाग के अधिकारियों ने शराब कंपनी के  प्रबंधक से बात की है। उससे बात कर दुकान खोलने की अनुमति के संबंध में जानकारी देकर दुकानें खोलने के लिए कहा गया है। हालांकि राशि जमा नही कराने में कंपनी ने असमर्थता जताई है। इसके पिछे लॉक डाउन के कारण बंद रही दुकानें और नुकसान को बताया गया है। साथ ही राशि जमा कराने के लिए समय की मोहलत मांगी गई है। कंपनी का कहना है कि सीजन में दुकानें बंद रहनेे के कारण खासा नुकसान उठाना पड़ा है।
शाम तक करते रहें अधिकारी प्रयास
शराब दुकानें बंद होने से अवैध शराब जमकर बिक रही है। इस पर रोक लगाने में प्रदेश में जवाबदार सफल नहीं हो पाए है। रतलाम जिले में जहरीली शराब से हुई मौतों के बाद शासन ने लॉक डाउन में शराब दुकानें खोलने की अनुमति दी है। जिससे अवैध शराब बिकना बंद होने के साथ ही कच्ची शराब लोगों की मजबूरी नहीं। इधर मदसौर की बात करें तो इस बार ठेका लगभग १६ करोड़  रुपए में हुआ है। ठेकेदार को निर्धारित पच्चीस प्रतिशत राशि जमा कराने के बाद ही दुकान खोलने की अनुमति मिलती है, लेकिन राशि जमा नहीं हो पाई। ऐसे में शाम तक आबकारी विभाग कंपनी प्रबंधन से बात करता हुआ नजर आया। हालंाकि दुकानें खोलने संबंधित कोई निर्णय नहीं हो पाया था, लेकिन आबकारी विभाग का कहना है कि दुकानें कल से खुलेंगी।
कल देखी जाएगी स्थिति
दुकान खोलने संबंधित आर्डर शासन से मिल चुका है। ठेकेदार को इस संबंध में अनुमति दे दी गई है। मंगलवार से दुकानें खुल जाएगी। इसके बाद भी मंगलवार को जो भी स्थिति बनती है, उसके बाद आगे का निर्णय लिया जाएगा।
ब्रजेंद्र कोरी, जिला आबकारी अधिकारी 
Chania