Thursday, April 25th, 2024 Login Here
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शटर खुलते ही लगी लंबी कतार,दुकान खुलने से पहले ही पहुँच गए लोग
मंदसौर। दो दिन से जारी तकरार के बाद आखिरकार मध्य प्रदेश में शराब की दुकानों के शटर उठने शुरू हो गए।  शराब ठेकेदारों और सरकार के बीच बुधवार को हुई बातचीत में सहमति बनने से पहले ही तय माना जा रहा था कि आज दुकानेें खुल जाएगी। इसके बाद दोपहर करीब तीन बजे शराब दुकानें खुल गई। शटर खुलने से पहले ही लोग कतार लगाकर खड़े हो गए। देशी हो या विदेशी शराब दुकान, सभी जगहों पर लंबी कतारें मदिरा प्रेमियों की देखी गई। स्थिति यह थी कि राशन दुकानों से ज्यादा भीड़ शराब दुकानों पर देखी गई।  निजी सिक्युरिटी गार्ड के साथ ही पुलिस व्यवस्था भी दुकानों पर की गई। एक और महत्वपूर्ण बात की शराब दुकानों पर मनमाने दाम वसूले गए। हर दुकान पर एक ही ब्रांड की शराब की अलग अलग कीमत थी। 
सवा माह से शराब दुकानें खुलने का इंतजार कर रहे मदिरा प्रमियों के लिए बुधवार को खुश खबर मिली। बुधवार को भोपाल में शासन के प्रतिनिधियों और शराब कंपनियों के ठेकेदारों के बीच बैठक हुई। जिसके बाद दोपहर में शराब दुकानों के शटर खुल गए। हालांकि बैठक से पहले ही दुकानों का खुलना तय माना जा रहा था। यहीं कारण है कि दुकान खोलने के लिए तैयारियां सुबह ही शुरु कर दी गई थी। इसके बाद भोपाल में बैठक दोपहर तक चली। जिसमें सरकार ने ठेकेदारों की मांग पर तीन-चार दिन में विचार करने का आश्वासन दिया। जिसके बाद ठेकेदारों ने अनुमति प्राप्त इलाकों में महीने भर से ज्यादा समय से बंद पड़ी अपनी दुकानें खोलने का ऐलान किया। ठेकेदारों की हरी झंडी मिलते ही उनके प्रबंधकों ने शटर खोलने के आदेश कर दिए। शटर खुलते ही मदिरा प्रेमी सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए बनाए गए गोलों पर खड़े हो गए। जिले की हर दुकान पर लंबी कतार लोगों की लगी हुई नजर आई। 
गोलों से कई गुना ज्यादा लोग 
महाराणा प्रताप बस स्टैंड, स्टेशन रोड, कृषि उपज मंडी, नेहरु बस स्टैंड पर मौजूद अंग्रजी शराब दुकान और कालाखेत, शुक्ला चौक स्थित देशी शराब की दुकानों पर लंबी कतार लोगों की थी। सुबह सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाने के लिए गोले बनाए गए थे। हालांकि दुकानों के खुलने के बाद गोले न के बराबर ही साबित हुए। इससे कई गुना ज्यादा लोगों की कतार दुकानों पर थी। हालांकि लंबी कतार और भीड़ के बाद भी मदिरा प्रेमी सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए नजर आए। साथ ही निजी सिक्युरिटी गार्ड और पुलिस ने भी लगातार व्यवस्थाओं पर नजर रखी। 
तेज धूप में भी लगी भीड़
शराब दुकानें खोले जाने की संभावना बुधवार को थी। इसके बाद लोग सुबह से ही दुकानों पर पहुंच गए। तय समय पर दुकान नहीं खुलने पर वापिस लौट गए। लेकिन बीच-बीच में दुकान खुलने की जानकारी लेते रहे। इसके बाद दोपहर में खुलने की सूचना आई।  दोपहर 3 बजे के बाद शराब दुकानें खुली तो लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। तेज धूप के बावजूद सभी दुकानों के बाहर लोगों की भीड़ जमा थी। इस दौरान बीच में कुछ काले बादल छाने के बाद बूंदाबांदी भी हुई। हालांकि मदिरा प्रेमी टस से मस नहीं हुए और लाईन में लगे रहें। 
किसी दुकान पर नही इतनी भीड़
सबसे ज्यादा जरुरत का सामान किराना, दुध और सरकारी राशन की दुकान पर मिलता है। जब इन दुकानों को खोलने के लिए पहले दिन छूट दी गई थी, उस दिन भी इतनी भीड़ दुकानों पर नहीं थी। जबकि शराब दुकानों पर पहले ही दिन इतनी भीड़ जमा हो गई कि पुलिस व्यवस्था करना पड़ी। हालंाकि पुलिस पहले से ही तैयार थी। साथ ही शराब प्रेमियों ने भी जागरुकता का परिचय देते हुए सोशल डिस्टेंस का पालन किया। 
सभी दुकानें लॉक, शराब दुकानें अनलॉक
सरकार के शराब दुकानें खोलने को लेकर लिए गए निर्णय की अधिकांश लोग आलोचना कर रहे हैं। कांग्रेस भी इस पर निशाना साधते हुए सरकार के निर्णय को गलत बता रही है।  सरकार ने शराब दुकानों को बारह घंटे खोलने की अनुमति दे दी है, लेकिन दूध, सब्जी, किराना सहित अन्य आवश्यक वस्तुओं की दुकानों को खोलने का समय  निर्धारित है। स्थिति यह है कि दूध अगर दस बजे बाद फट जाए तो उसका कोई विकल्प लोगों के पास नहीं है। इसके बाद न बच्चों को दूध मिलेगा और न ही किसी को चाय, लेकिन शराब की दुकानें बारह घंटे तक खुली रहेगी। 
अब लॉक डाउन का पालन करना चुनौती 
सबसे बड़ी बात यह है कि सरकार दुकानें खोलने के आदेश दे चुकी है तो पुलिस और प्रशासन किसी को घर के बाहर निकलने से रोक भी नहीं सकता। निर्धारित समय के लिए किराना और आवश्यक वस्तुओं की खरीददारी के लिए मिली छूट में सभी को बाहर निकलकर सामान विक्रय करने की छूट है। ऐसे में शराब दुकानें खोलने के समय में भी निश्चित रूप से छूट होगी। ऐसे में लॉक डाउन का पालन कैसे होगा? पुलिस शराब लेने के लिए घर से निकल लॉक डाउन का उल्लंघन करने पर क्या कार्रवाई करेगी, यह पुलिस की रणनीति पर निर्भर करता है। इसके अलावा लंबे समय से बंद शराब दुकानें खुलने के बाद वहां सोशल डिस्टेंस का पालन कराना पुलिस के लिए चुनौती होगी। 
सुबह ही हो गई थी तैयारी 
नेहरु बस स्टैंड स्थित दुकान सुबह कुछ देर के लिए खुली थी। यहां आबकारी विभाग के अधिकारी पहुंचे थे। यहां स्टॉक चेक किया गया। इसके बाद दुकान बंद कर दी गई। इसके अलावा सुबह ही मदिरा प्रेमी सोशल डिस्टेंस के लिए बनाए गए गोलों पर जाकर खड़े हो गए। कई जगहों पर लोगों की भीड़ शराब दुकानों के आसपास घुमने लगी। इसके बाद पुलिस ने सभी को घर भेजा। इसके अलावा दोपहर दो बजे महाराणा प्रताप बस स्टैंड पर भी शराब कंपनी के कर्मचारी पहुंचे। साथ ही आबकारी विभाग के अधिकारी भी थे। दुकानों पर सोशल डिस्टेंसिंग के लिए गोले भी सुबह ही बना दिए गए थे। 
हर दुकान पर अलग अलग दाम
इस बार पच्चीस से तीस प्रतिशत ज्यादा में शराब का ठेका गया है। वाजिब है कि शराब के दाम में बढ़ोतरी होगी। तीस प्रतिशत से कई ज्यादा दाम शराब के वसूले गए। स्थिति यह थी कि रॉयल चेलेंजर, जिसकी पुरानी कीमत 800 रुपए बॉटल थी। पुरानी एमआरपी होने के बाद भी उसके दाम लगभग दुुगुने वसूले गए। यहीं नहीं एक ही ब्रांड की शराब की कीमत दुकानों पर अलग अलग थी। स्टेशन रोड पर रॉयल चेेलेंजर की बॉटल 1300 रुपए में बेची जा रही थी। वहीं महाराणा प्रताप बस स्टैंड पर वहीं बॉटल लोगों को 1500 रुपए में बेची गई। 
इनका कहना
मैं दिखवाता हूं
शराब दुकानें खोलनेे की अनुमति सरकार ने दे दी थी। इसके बाद स्थानीय स्तर पर भी इस संबंध में आर्डर जारी कर दिए गए। आज शराब की दुकानें खुल गई है। पच्चीस से तीस प्रतिशत ज्यादा में इस बार ठेका हुआ है। शराब की कीमत में बढ़ोतरी के संबंध में जानकारी देखने के बाद ही दी जा सकेंगी। अगर ज्यादा कीमत वसूली जा रही है या अलग अलग दुकानों पर रेट अलग है तो उसे दिखवाता हूं। 
ब्रजेंद्र कोरी, जिला आबकारी अधिकारी 
Chania