Wednesday, April 24th, 2024 Login Here
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बडे अस्पताल के डॉ अग्रवाल सहित सभी डाक्टरों की रिर्पोट नेगेटिव
मंदसौर निप्र। पिछले दिनों कोरोना से मृत मुल्तानपुरा के व्यक्ति का इलाज करने वाले संजीत नाका क्षेत्र के डॉ ताज मंसूरी द्वारा दो दिनों तक कारेन्टीन सेंटर की नर्सो और डाक्टर के साथ अभद्र व्यवहार करने को स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन ने सहन कर लिया लेकिन अब एसडीएम की अगुवाई में बनी कमेटी डाक्टरी डिग्री की जांच जरूर करेगी और यदि डिग्री फर्जी पाई गई तो मंसूरी पर एफआईआर भी होगी। उधर छीपा बाखल की कोरोना पॉजिटिव निकली महिला का इलाज करने वाले जिला अस्पताल के मेडिकल विशेषज्ञ डॉ विक्रम अग्रवाल की कोरोना रिर्पोट भी नेगेटिव आ गई । इससे पहले स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ अनिता गेहलोत और  डॉ पूजा वर्मा की रिर्पोट भी नेगेटिव आ चूकी हैं। अब कोरोना सेंटर पर लगातार मरीजों का उपचार करने वाले चिकित्सकों की रिर्पोट का इंतजार है।

जानकारी के अनुसार मूल्तानपुरा के एक व्यक्ति को मंदसौर से प्रारम्भिक उपचार के बाद इंदौर ले जाया गया था लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई थी। उसकी कांटेक्ट लिस्ट के आधार पर संजीत नाका क्षेत्र में उपचार करने वाले डॉ ताज मंसूरी का नाम सामने आया था जिसके बाद प्रशासन ने उसे होम कोरेन्टीन किया था लेकिन बाद में शिकायत मिली कि मंसूरी होम कोरेन्टीन रहने के बजाय बाहर घूम रहे है और लोगों का इलाज भी कर रहे है इसके तत्काल बाद आरआरटी टीम ने मौके पर पहुंचकर डॉ मंसूरी को सेंटर लेकर आई थी लेकिन यहां भी मंसूरी अपनी हरकतों से बाज नहीं आएं। उन्होने दो दिनों तक यहां  पदस्थ नर्सो और चिकित्सकों को अपनी हरकतों से परेशान किया हालांकि उनकी हरकतों को स्वास्थ्य विभाग ने कार्यवाहीं योग्य नहीं माना लेकिन अब मंसूरी की डिग्री जांचने के लिये स्वास्थ्य विभाग ने एक कमेटी का गठन एसडीएम की अगुवाई में कर दिया है जिसमें  एसडीओपी और बीएमओं को भी शामिल किया गया हैं । यदि इस जांच में मंसूरी को इलाज करने की पात्रता नहीं पाई गई तो फिर स्वास्थ्य विभाग प्रकरण दर्ज कराएंगा।

बताया जा रहा है डॉ ताज मंसूरी  लंबे समय से खुल{ आम लोगों का इलाज संजीत नाका क्षेत्र में कर रहा है । ताज मंसूरी ने कुछ दिन पहले मुल्तानपुरा क्षेत्र के एक व्यक्ति का इलाज किया था जिसकी मौत हो गई थी बावजूद इसके वह कोरेन्टीन होने को तैयार नहीं हुआ ऐसे में उसे जब कोरेन्टीन सेंटर ले जाया गया तो यहां भी अपनी हरकतों को अंजाम दिया । दो दिन पहले जब नर्स सेंटर पर भर्ती मरीजों का बीपी, शुगर जांच करने के लिये राउण्ड पर गई थी इसी दौरान मंसूरी फोन पर बात कर रहा था उसने राउण्ड पर गई नर्स को गेट पर ही खड़ा कर दिया और फोन रखने से मना करते हुए नर्स से कहा कि मेरा चेकअप करने के लिये डाक्टर को भेजो लेकिन इसके बाद वहां पदस्थ चिकित्सक उसका चेकअप करने के लिये गये लेकिन उन्हें भी गेट पर ही खड़ा कर दिया। जब चिकित्सक ने कहा कि मै डाक्टर हूं और आपका चेकअप करने के लिये आया हूं तो इस पर भर्ती संदिग्ध ने डाक्टर के हाथ में से निडिल लेकर उगली से खून निकालने का प्रयास किया लेकिन दो-तीन बार प्रयास के बाद भी जब खून नहीं निकला तो डाक्टर ने कहा मै कर दूं इस पर मंसूरी ने डिस्पोजेबल निडिल डाक्टर के उपर फेक दी। इस पर तत्काल डयूटी डाक्टर ने इसकी शिकायत अपने वरिष्ठ डाक्टरों व जिपं सीईओ ॠषव गुप्ता से की। वरिष्ठ चिकित्सकों ने केस शीट की फाइल में अभद्र व्यवहार का जिक्र कर नर्स व डाक्टर के साईन ले लिए।

पहले दिन कार्यवाहीं नहीं तो दूसरे दिन भी कि हरकत

गुरूवार की हरकत के बाद भी जब कोई कार्यवाहीं नहीं हुई तो स्वघोषित डाक्टर ने शुक्रवार को भी अपनी हरकतों को जारी रखा। उसने सुबह खाने के  लिये स्टॉफ से बिस्कि मंगवाए। नर्स ने उसे बिस्किट का पैकेट उपलब्ध कराया। उसने दो बिस्किट खाकर पैकेट को वहींरख दिया। शाम को नर्स जब वापस राउण्ड पर गई तब स्वघोषित डाक्टर ने बेड से ही बिस्किट का पैकेट फैककर कहा कि इसे डस्टबिन में डाल दो। यही नही इस स्वघोषित डाक्टर को सेंटर पर कोरेन्टीन करने के लिये जब आरआरटी टीम इसके घर पहुंची थी तब भी इसने वहां हंगामा किया था।

तीन डाक्टरों की रिर्पोट का इंतजार
सीएमएचओं डॉ महेश मालवीय के अनुसार छीपा बाखल की पॉजिटिव महिला का उपचार करने वाले जिला अस्पताल के मेडिकल विशेषज्ञ डॉ विक्रम अग्रवाल की कोरोना रिर्पोट नेगेटिव प्राप्त हुई है इससे पहले महिला को देखने वाली स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ अनिता गेहलोत ओर डॉ पूजा वर्मा की कोरोना रिर्पोट भी नेगेटिव आ चूकी हैं। अब कोरोना सेंटर पर मरीजों का उपचार करने वाले मेडिकल विशेषज्ञ डॉ डी.के. शर्मा, डॉ दिनेश शर्मा और डॉ राजेश बोराना की रिर्पोट का इंतजार हैं। उल्लेखनिय है कि कोरोना पॉजिटिव मरीज के सम्पर्क में आने के बाद मिडिया की सुर्खियों में आने के बाद मेडिकल विशेषज्ञ डॉ विक्रम अग्रवाल सहित महिला चिकित्सकों को होम कोरेन्टीन किया गया था लेकिन रिर्पोट नेगेटिव आने के बाद सभी को वापस काम पर बुला लिया गया है।
 41 सेम्पल की जांच रिपोर्ट का इंतजार
कोविड-19 कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम, बचाव एवं उपचार हेतु जिले में 17135 आने वाले यात्रियों की स्‍क्रीनिंग की गई है जिनमें से कुल 17135 यात्रियों को होम एवं कोरेन्‍टाईन सेन्‍टर में 14 दिनों के लिये कोरेन्‍टाईन किया गया है, जिसमें से होम कोरेन्‍टाईन 5837 एवं कोरेन्‍टाईन सेन्‍टर 245 व्‍यक्तियों को कोरेन्‍टाईन किया गया। जिसमें से 11053 यात्रियों का कोरेन्‍टाईन पूर्ण हो चुका है। 1000 व्‍यक्तियों के सेम्‍पल लिये गये है, जिसमें से 959 की रिपोर्ट प्राप्‍त हो चुकी है, जिसमें 51 पोजिटीव, 6 कोरोना पोजिटीव स्‍वस्‍थ्‍य होने पर सेन्‍टर से डिस्‍चार्ज किया गया । 820 नेगिटिव पाये गये है । 41 सेम्‍पल की रिपोर्ट प्राप्‍त होना शेष है।

ताज मंसूरी ने कोरेन्टीन सेंटर पर नर्स और डाक्टर के साथ कुछ हरकते की है लेकिन इन्हें कार्यवाहीं योग्य नहीं माना गया है लेकिन इसके द्वारा किये जा रहे उपचार की पात्रता को जांचने के लिये कमेटी का गठन किया गया है जिसमें एसडीएम, एसडीओपी और बीएमओं को शामिल किया गया है। कमेटी जांच करेगी जिसमें उपचार की पात्रता नहीं पाई गई तो फिर स्वास्थ्य विभाग मंसूरी पर एफआईआर दर्ज कराएंगा। उधर कोरोना की प्राप्त रिर्पोट में जिला अस्पताल के डॉ विक्रम अग्रवाल सहित सभी चिकित्सकों की रिर्पोट नेगेटिव आ चूकी हैं। सेंटर पर काम रहे चिकित्सकों की रिर्पोट का इंतजार है।
डॉ महेश मालवीय
सीएमएचओं
Chania