Thursday, April 25th, 2024 Login Here
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जरूरत का सामान लेने निकले लोग ओर नियमों का पालन कर रहे लोग परेशानी में
मंदसौर निप्र ।कोरोना का संक्रमण काल चल रहा है,  ऐसे में तमाम बुद्विजीवियों और जनप्रतिनिधियों के विरोध के बाद भी प्रशासन जनता को पर्याप्त छूट देना चाह रहा है ताकी लॉक डाउन होने के बाद भी जरूरी सामानों के लिये लोगों को परेशान नहीं होना पड़े और पूरी सप्लाय चैन बराबर बनी रहे लेकिन जनता को सुविधा देने के लिये पुलिस और प्रशासन ने तरह-तरह के प्रयास कर लिये लेकिन तमाम प्रयास बेकार साबित हो रहे है। प्रशासन सुविधा जनता को परेशानी नहीं हो इसके लिये देना चाहता है लेकिन जिस जनता के लिये सुविधा दी जानी है उसी जनता को अपनी सुरक्षा की चिंता नहीं है ऐसे में प्रशासन को बार-बार अपने आदेश बदलना पड़ है, बदनामी भी झेलनी पड़ रहीं है बावजूद इसके बाजार की व्यवस्था नहीं सुधर रहीं है। बुधवार से प्रशासन ने ऐसे आदेश जारी कर दिये थे कि  तमाम जरूरी चीजे पूरे दिन नागरिकों को उपलब्ध हो जाये लेकिन इस छूट का मंदसौर के लोगों ने इतना फायदा उठाया कि जिन्हें कुछ भी नहीं लेना था वे भी बाजार में घूमने के लिये निकल पड़े पूरे दिन बाजार में मेला लगा रहा, गुरूवार की सुबह भी यहीं स्थिति बनी रहीं जिसके चलते प्रशासन को निर्णय बदलना पड़ा और   लिखित आदेश से बाजार खुलवाने के बाद भी मौखिक आदेश से तत्काल बाजार को बंद करवाना पड़ा ऐसे मेंपरेशानी उन व्यापारियों को हुई जो प्रशासन के नियमों के साथ चल रहे है और उसी के अनुसार अपनी दूकान पर आ रहे है और परेशानी उन लोगों को हुई जो लिखित आदेश के अनुसार बाजार में खरीददारी करने के लिये आऐ थे लेकिन पुलिस के वाहनों से अचानक बाजार बंद करने की घोषणा से अफरा-तफरी का माहौल बन गया। लोगों ने तत्काल दूकाने बंद की और अपने घरों की ओर रवाना हुएं। अब प्रशासन ने नया शडयूल जारी कर दिया है जिसके अनुसार बाजार सुबह 7 से दोपहर 12 बजे तक और शाम को 4 से 7 बजे तक खुलेगा इसके अलावा पूरे समय बंद रहेगा।
पूरा देश कोरोना से लड़ रहा है। रतलाम, नीमच, निंबाहेड़ा, भीलवाड़ा भी कोरोना से अछूते नहीं रहे हैं, लेकिन वहां कोरोना पॉजीटिव की संख्या के हिसाब से बेहतर रणनीति तैयार की गई है। जिसके कारण न लोगों को परेशानी हो रही है और कोरोना से भी मुकाबला हो रहा है। लेकिन मंदसौर में ठीक उल्टा हो रहा हैं। लोगों की नादानी पर कोरोना भारी पड़ रहा हैं पहले स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी के चलते कोरोना फैल गया अब प्रशासन सख्ती के साथ अपने अधीनस्तों की गलतियों को सुधार रहा है और जनता को भी भरपुर छूट देने  की कोशिश कर रहा है तो जनता ही साथ नहीं दे रहीं हैं। जिसके कारण प्रशासन के आदेश ही प्रशासन पर  भारी पड़ रहे है। लगातार ऐसा हो रहा है जनता की सुविधा के लिये प्रशासन बाजार खोलने का आदेश दे रहा है और कोरोना से जनता को बचाने के लिये पुलिस को बाजार बंद करवाना पड़ जाता है। हालांकि शहर का बुद्विजीवि वर्ग और जनप्रतिनिधि लगातार इतनी छूट के विरोध में है लेकिन प्रशासन बिना किसी कि सूने लगातार बाजार खुलवाने के पक्ष में खडा है इसके पिछे उनका तर्क है कि तमाम चीजे आसानी सेउपलब्ध होगी तो बाजार में अफरा तफरी नहीं मचेगी और ना ही भीड होगी लेकिन प्रशासन का यह प्रयोग  जनता की नासमझी के आगे असफल हो रहा है। मंगलवार को प्रशासन के लिखित आदेश से बुधवार को बाजार खुला, इन आदेशों में बुधवार को आंशिक संसोधन हुआ इसके बाद व्यापारियों ने भी बाजार खोल दिए लेकिन शहर में मेला लग गया। बुधवार को पूरे दिन बाजार खुलने से पुलिस भी व्यवस्थाएं संभालने में असहाय होगी लोग आवश्यक सामग्री खरीदने के लिये तो कम निकले थे लेकिन तफरी करने के लिये ज्यादा निकले थे। ऐसे में लोगों को गुरूवार की सुबह पुलिस को सख्त मोड में आना पड़ा, प्रशासन के बाजार खोलने के लिखित आदेश के बाद भी पुलिस को मौखिक आदेश देकर बाजार को बंद करवाना पड़ा। लोग नहीं माने तो पुलिस ने सख्ती भी दिखाई।
सुबह से असमंजस में व्यापारी
आज दुकान खोलने का निर्धारित दिन और निर्धारित समय को लेकर पहले ही असमंजस की स्थिति चल रही थी। रात को एक आदेश सोशल मीडिया पर फिर जारी हुआ। जिसने फिर से व्यापारियों को असमंजस की स्थिति में डाल दिया। इसके बाद सुबह पुलिस दुकानें बंद कराने के पहुंच गई। पुलिस का कहना था कि बारह से चार बजे तक दुकानें बंद रहेगी। इस संबंध में पुलिस ने अनाउंस भी कराया। अब व्यापारी समझ नहीं पा रहे थे कि चार बजे बाद दुकानें खोलना है या नहीं, यह आदेश आज के लिए है या रोजाना लागू होगा। इस तरह के सवालों को लेकर व्यापारी और आम आदमी असमंजस में थे वहीं कुछ लोग यह भी कयास लगा रहे थे कोरोना के मरीज और ज्यादा तो नहीं बड़ गऐ जिससे बाजार एकदम से बंद कराया जा रहा है।
कोरोना मंदसौर से खत्म?
बुधवार को बाजार की भीड़ देखकर ऐसा लग रहा था कि जैसे शहर से कोरोना का संकट तो पूरी तरह से खत्म हो गया है। अब किसी को भी डरने की जरूरत नहीं है और ना ही इससे बचने के लिये किसी तरह की सावधानी रखने की भी जरूरत नहीं है। क्योंकि बाजार में कहीं भी कोई सोश्यल डिस्टेंसिंग थी और ना ही चेहरे पर मास्क लगा हुआ था और ना ही अन्य जरूरी सावधानियां बरती जा रहीं थी। ऐसे में जागरूक हलकों में यह चर्चा थी कि प्रशासन का यह निर्णय कहीं 51 दिनों से घर में बैठे लोगों की तपस्या पर पानी ना फेर दे। क्योंकि पहले ही जिस तरह से प्रशासन कोरोना को हल्के में लेता रहा लगातार कहता रहा ऑॅल इज वेल और देखते ही देखते मंदसौर में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 57 तक पहुंच गया है। गुरूवार की सुबह भी यही हालत थी बाजार में लोगों का मेला लगा था, अब यह बात प्रशासन को समझ में आई। इसके बाद अचानक दुकानें बंद करने के आदेश जारी कर दिए।
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बुधवार का अनुभव ठीक नहीं रहा कई लोग बिना काम के ही शहर में घूम रहे थे, दूसरा सुबह से शाम तक कोई ना कोई दूकान खुली रहने से पुलिस को भी व्यवस्था बनाने में परेशानी आ रहीं थी इसलिये अब यह निर्णय किया है कि सुबह 7 से 12 और शाम को 4 से 7 बजे तक ही रोस्टर अनुसार बाजार खुलेगा। दोपहर 12 से 4 बजे तक केवल बैक ओर दवाई की दूकाने ही खुली रहेगी। बाजार में भीड़ होगी तो हमें व्यवस्था बनाने में भी परेशानी होगी और जनता के संक्रमित होने की संभावना भी बड़ जाती हैं। इसलिये अब बाजार दो शडयूल में ही खुलेगा। प्रशासन की कोशिश है कि तमाम जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराएें और आर्थिक गतिविधियां सुचारू चलती रहे लेकिन जनता को समझना पडेगा जब आवश्यक हो तभी बाहर आएं किसी भी चीज की कमी प्रशासन आने नहीं देगा इसके लिये जनता पूरी तरह से निश्ंचित रहे।
मनोज पुष्प
कलेक्टर
 छूट जनता की सुविधा के लिये दी गई थी लेकिन लोग अपने घरोेंके आसपास की दूकानों से खरीददारी करने के बजाय दूर तक बिना वजह ही जा रहे है कई लोग तो बिना काम के ही घर से निकल रहे है जबकी कोरोना संक्रमण से बचने के लिये घरों में रहना जरूरी हैं। बाजार में अत्यधिक भीड़ को नियंत्रित करने के लिये बाजार को बंद कराया गया है। अब बाजार दो स्लॉट में ही खुलेगा इसमें भी बिना वजह घर से निकलने वालों को आने की अनुमती नहीं मिलेगी। जिसे काम है वहीं बाजार आएं और अपने घरों के आसपास की दूकानों से ही खरीददारी करें।
सिद्वार्थ चौधरी
एसपी


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