Friday, March 29th, 2024 Login Here
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 लोग हो रहे परेशान, नहीं हो रहा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन
मंदसौर निप्र। भारत सरकार ने भले ही पोस्ट ऑफिस को बैंकों की भांति सर्व सुविधा युक्त बना दिया है, लोगों का भरोसा पोस्ट ऑफिस पर कायम कर दिया है। ऐसे में कई लोग अपनी मेहनत की बचत को पोस्ट ऑफिस में जमा करके रखते हैं लेकिन लॉक डाउन के दौरान लोगों की यही बचत उनके काम नहीं आ रही है।मंदसौर शहर के सिटी पोस्ट ऑफिस की कार्यप्रणाली के कारण लोग परेशान हैं, उनके खातों में पैसे होने के बाद भी लोगों को नहीं दिए जा रहे हैं। सब कुछ बंद होने के बाद भी लोग उनके अपने ही रुपयों के लिए रोज परेशान हो रहे हैं अपनी जान का जोखिम ले रहे हैं फिर भी पोस्ट ऑफिस के कारिंदे उन्हें नगदी नहीं दे रहे हैं और रोज भटका रहे हैं।
लॉक डाउन होने के बाद भी सरकार की नीति और निर्देशों के अनुरूप मंदसौर शहर का सिटी पोस्ट ऑफिस खुल तो रोज रहा है लेकिन यहां के लोग काम करने को तैयार नहीं है। कोरोना का जोखिम लेकर भी  खाता धारक पोस्ट ऑफिस तक पहुंच रहे हैं लेकिन यहां के कारिंदे कोरोना का भय बता कर उन्हें सेवाएं देने के लिए तैयार ही नहीं हो रहे हैं। आलम यह है कि पासबुक में एंट्री से लेकर लोगों की बचत के पैसे देने तक में रोज आनाकानी की जा रही है, बेवजह लोगों को घर से निकलने के लिए और पोस्ट ऑफिस तक आने के लिए मजबूर किया जा रहा है, लोग कोरोना के खतरे और तपती दोपहरी में भी यहां तक आ जाते हैं बावजूद इसके उन्हें अपने खाते की बचत से पैसे निकालकर नहीं दिए जा रहे हैं। रोज पैसे नहीं है का बहाना बना लिया जाता है या फिर कोरोना का भय दिखाकर लोगों को रवाना कर दिया जाता है।जबकि लॉक डाउन के कारण लोगों की आर्थिक हालत पहले ही खराब है। लोगों के पास रुपए नहीं है, काम धंधे सब कुछ बंद है बावजूद इसके पोस्ट ऑफिस के खाताधारकों को पोस्ट ऑफिस के जिम्मेदार उनकी बचत के रुपए निकालकर नहीं दे रहे हैं।जबकि आम आदमी इस आशा और उम्मीद के साथ बचत करता है और उन्हें भारत सरकार की जिम्मेदार संस्था पोस्ट ऑफिस में जमा करता है ताकि संकट के वक्त यह राशि उसके काम आ जाए ।लेकिन सरकार की यह भरोसेमंद संस्था ही लोगों को धोखा दे रही है और कोरोना के संकट में भी लोगो के साथ खिलवाड़ कर बेवजह घर से बाहर आने को मजबूर कर रही है लेकिन फिर भी उन्हें रुपए नहीं मिल रहे हैं।
बताया जा रहा है कि कोरोना से बचने के लिए तमाम बैंकों में सोशल डिस्टेंसिंग सहित सहित अन्य सुरक्षा के इंतजाम किए हुए हैं, उनका पालन भी कड़ाई से किया जा रहा है। लेकिन भारत सरकार का सिटी पोस्ट ऑफिस ही इन नियमों की धज्जियां उड़ा रहा है। पोस्ट ऑफिस की कार्यप्रणाली के कारण रोज सुबह से सैकड़ों लोगों की भीड़ पोस्ट ऑफिस में जमा की जा रही है ना तो उनके काम किए जा रहे हैं और ना ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जा रहा है और ना ही सुरक्षा के अन्य कोई इंतजाम किए हुए हैं, जिसके कारण प्रतिदिन पोस्ट ऑफिस के बाहर कई लोगों की भीड़ जमा हो रही है जो कोरोना के खतरे को बड़ा रही है।
मंदसौर के निवासी नितिन शिंदे ने बताया कि वह मंगलवार को भी अपने खाते से पेमेंट लेने के लिए गए थे लेकिन पोस्ट ऑफिस के लोगों ने पेमेंट नहीं है कह कर वापस भेज दिया। बुधवार को भी सुबह से बुला लिया लेकिन फिर भी पेमेंट नहीं दिया और आज भी कह दिया कि पेमेंट नहीं है यही नहीं पोस्ट ऑफिस परिसर में सोशल डिस्टेंसिंग के लिए गोले तो बना रखे हैं लेकिन फिर भी उन गोलो पर खड़ा रहने के लिए किसी को भी नहीं कहा जा रहा है और ना ही कोरोना से बचने के लिए और कोई सावधानियां बरती जा रही है यहां के कर्मचारी बेवजह ही लोगों को बुलाकर रोज परेशान कर रहे हैं।

Chania