Friday, April 26th, 2024 Login Here
खेताखेडा निप्र। सर्दी का सीतम जारी जिले मे लगातार 3 दिन से शीतलहर ने अपना रोद्र रुप दिखा रही है 3 दिन से पड रहे पाले की वजह से जनजीवन पर असर पड रहा है। खास तौर पर शीतलहर का असर किसानो पर पड रहा, शीतलहर व पाला किसानो की फसल पर तेजाब का काम कर रहा है एक के बाद एक आपदा किसानो की जीविका को लील रही है ।
शीतलहर कि वजह से आमजन जीवन प्रभावित हो रहा वही मौसम मे आए परिवर्तन से दिन भर ठण्डी हवाए चल रही है ठण्ड से बचने के लिए लोग सुबह 9 बजे तक अलावा जला रहे है, ठण्ड से बचने के लिए लोग सबसे ज्यादा उनी वस्त्रो को पहन रहे है। किसानो का कहना है कि सबसे ज्यादा ठण्ड इसी वर्ष है क्षेत्र के किसानो ने माना कि ऐसी शीतलहर पहले कभी नही देखी शितलहर की वजह से सबसे ज्यादा नुकसान धनिया , चने , रायडा व गेहूँ मे दिखाई दे रहा है किसानो के जीविका का एक मात्र स्त्रौत कृषी है किसान अपने सभी सपने खेती से जोड कर रखता है लेकिन प्राकृतिक आपदाएं किसानो के सपनो को पुरा नही होने दे रही । खेताखेडा के किसान 55 वर्षीय कनिराम पिता पुरालाल प्रजापत ने बताया कि 2 बिघे की फसल मे धनिये की फसल बोई थी, शितलहर की वजह से 2 बीघे की धनिये की फसल नष्ट हो गई है किसान कनिराम ने बताया कि कडाके की ठण्ड मे रात दिन एक कर फसल को बडा किया लेकिन शीतलहर की वजह से धनिया पुरी तरह नष्ट हो गया। ठण्ड किसानो की फसलो पर काल बन कर आई है जिससे फसले बर्बाद हो रही है। किसान गोपाल प्रजापत ने बताया कि मंहगे भाव के चने खरिद कर बोए थे लेकिन शीतलहर की चपेट मे आने से 5 बीघे की चने की फसल नष्ट हो गई है। वही प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान से किसानो ने शासन प्रशासन से मुआवजा की मांग की है शीतलहर से हुए नुकसान मे किसानो को आर्थिक नुकसान उठाना पड सकता है।
रबी फसलों को भारी नुकसान
भानपुरा निप्र। भानपुरा क्षेत्र में पिछले 2 दिनों से कड़ाके की सर्दी गिर रही है दो दिनों से रात में जोरदार पाला गिरा इससे रबी फसलों को भारी नुकसान हुआ है। धनिये अफीम चने की फसल प्रभावित हुयी धनिये की फसल जल गई है तहसील के गांव कुंतलखेड़ी, सांतलखैड़ी, हरनावदा, परोनिया, लेदी, बोरदा, ढाबला, सानडा, कालाकोट, लोटखेड़ी, बाबुल्दा, दुधाखेड़ी सहित तहसील के अधिकाश गांवों में पाला गिरने से जहां धनिये की फसल जल गई वहीं अफीम के पोधे भी क्षतिग्रस्त हुये है किसानों का कहना है इससे अफीम में काली मिस्सी का रोग लगेगा जिससे उत्पादन प्रभावित होगा। फसलों पर बर्फ जम जाने से पुरे क्षेत्र में फसलों में नुकसान की खबर है खेतों में बर्फ की चादर सी बिछ गई थी किसान उमरावसिंह चौहान, मुकन्दलाल धाकड़, देवीसिंह चौहान, मदनलाल रावत, पुरीलाल गायरी, केशुराम प्रजापति, बद्रीलाल पाटभ्दार, उदेराम मीणा सहित कहीं किसानों ने शीतलहर से फसलों को भारी नुकसान की आशंका जताई किसानों ने पाले से क्षतिग्रस्त फसलों का सर्वे करने की मांग की।