Friday, April 19th, 2024 Login Here
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मंदसौर निप्र। भगवान पशुपतिनाथ मंदिर में लगा हुआ सालों पुराना कल्पवृक्ष 8 दिन पूर्व आंधी के कारण गिर गया लेकिन अभी तक उसकी पत्तियां मुरझाई नहीं है ऐसे में श्रद्धालुओं ने एक बार फिर से इस वृक्ष को स्थापित करने की मांग प्रशासन से की ताकि लोग इस के दर्शन और पूजन निरंतर कर सकें।
बताया जाता है कि भगवान पशुपतिनाथ मंदिर परिसर में सालों पुराना कल्पवृक्ष लगा हुआ था मान्यताओं के अनुसार कल्पवृक्ष चुनिंदा जगहों पर ही होते हैं जिसमें से मंदसौर में मंदिर परिसर एक है इसके पूजन और दर्शन से वांछित मनोकामनाएं पूरी होती है, वृक्ष का पूजन और दर्शन करने के लिए कई लोग यहां नियमित रूप से आते भी थे लेकिन पिछले मंगलवार को तेज आंधी तूफान आने के कारण वृक्ष जड़ से उखड़ कर गिर गया। लेकिन अभी तक इस वृक्ष को यहां से किसी ने हटाया नहीं जिसके कारण वृक्ष जैसे गिरा था वैसे ही अब तक पढ़ा है लेकिन इस वृक्ष के जड़ से उखड़ जाने के बाद भी अब तक इसका कोई पत्ता मुरझाया नहीं है सारे पत्ते पूरी तरह से हरे है। ऐसे में लोगों का कहना है कि वृक्ष अभी भी जीवित है और इसे यदि फिर से लगाया जाएगा तो यह पुनः चलेगा क्योंकि कल्प वृक्ष वैसे भी हर कहीं नहीं चलते हैं और होते भी बहुत कम जगह है मंदसौर जिले में एक दो जगह ही ऐसे वृक्ष है। मान्यता है कि कल्पवृक्ष बहुत ही चमत्कारिक वृक्ष होता है और इसकी अपनी धार्मिक मान्यताएं भी हैं ऐसे में गिरने के 8 दिन बाद भी यदि वृक्ष की शाखाएं और पत्तियां सुखी नहीं है तो निश्चित ही इस वृक्ष को फिर से लगाया जाना चाहिए ।
कल्पवृक्ष काफी प्राचीन और मान्यताओं वाला वृक्ष होता है इसके पूजन और दर्शन से ही मनोकामनाएं पूरी हो जाती है। वृक्ष गिरे 8 दिन हो गए लेकिन अब तक इसके पत्ते मुरझाए नहीं है इसलिए इस वृक्ष को फिर से स्थापित किया जाना चाहिए
 पंडित किशोर शास्त्री
कल्प वृक्ष का पूजन और दर्शन करने के लिए कई श्रद्धालु नियमित रूप से आते हैं गिरने के बाद भी वृक्ष की पत्तियां मुरझाई नहीं है। इसलिए इसे फिर से खड़ा किया जाना चाहिए, ताकि यह वृक्ष फिर से चल सके और श्रद्धालु निरंतर दर्शन और पूजन करते रहे।
रवि अग्रवाल,
तापेश्वर के रास्ते बंद -पुजारी ने कहा अन्याय,मंदिर प्रशासन ने कहा कोरोना से बचने का उपाय
मंदसौर निप्र भगवान पशुपतिनाथ मंदिर के समीप स्थित तापेश्वर भगवान के मंदिर में जाने का रास्ता पशुपतिनाथ मंदिर प्रशासन ने छोटा कर दिया। एक रास्ता  पहले से ही बंद है। ऐसे में तापेश्वर मंदिर के पुजारी ने इसे अन्याय बताया वहीं दूसरी तरफ पशुपतिनाथ मंदिर प्रशासन ने कोरोनावायरस से बचने का उपाय कहां है । तापेश्वर मंदिर के पुजारी देवेंद्र भारती ने बताया कि श्रद्धालु तापेश्वर भगवान के दर्शन के लिए भी आते हैं कई श्रद्धालु जो पशुपतिनाथ दर्शन करते हैं वे भी तपेश्वर में दर्शन करते हैं। लेकिन मंदिर समिति ने पहले से ही एक रास्ता बंद कर रखा है अब तीन तरफ से रास्ते बंद कर दिए हैं। जिसके कारण श्रद्धालुओं को यहां आने में दिक्कत हो रही है श्रद्धालुओं को आने से रोका जा रहा है यह अन्याय है जबकि मंदिर प्रबंधक राहुल रुनवाल ने कहा कि मंदिर जाने का रास्ता नहीं रोका गया है, एसडीएम के निर्देश से कोरोना से बचाव के लिये सावधानी बतौर बेरिकेडिंग की गई है लेकिन श्रद्धालुओं को मंदिर तक जाने का रास्ता छोड़ा गया है।

Chania