Friday, April 19th, 2024 Login Here
पहले लग रहा था बकरा मार्केट, अब खड़ी हो रही ट्रांसपोर्टरों की गाड़ियां
मन्दसौर। जनसारंगी
शहर
के मुख्य सदर बाजार से यातायात के दबाव को कम करने के लिए प्रशासन ने करीब
आठ साल पहले 5 करोड़ की लागत से वीर सावरकर ब्रिज का निर्माण कराया। जिससे
खानपुरा से लोग सीधे नयापुरा मार्ग पर निकल सके। लेकिन अब करोड़ों के ब्रिज
का उपयोग वाहनों को पार्क करने के लिए किया जा रहा है इससे पहले यहां पशु
हाटबाजार लगने लगा था। प्रशासन ने इसे बंद कराया तो अब ट्रांसपोर्टर और
अन्य लोग इस ब्रिज का उपयोग अपने वाहनों को खड़ा करने के लिए कर रहे हैं।
सोमवार सावन माह शुरू हो रहा है ऐसे में एक बार फिर पशुपतिनाथ मंदिर और
खानपुरा की तरफ जाने वाले भक्तों व अन्य लोगो की परेशानियां बढ़ेगी।
शहर
के मुख्य सदर बाजार से यातायात के दबाव को कम करने के लिए प्रशासन ने
करीब आठ साल पहले 5 करोड़ की लागत से वीर सावरकर ब्रिज का निर्माण कराया।
जिससे खानपुरा से लोग सीधे नयापुरा मार्ग पर निकल सके। लेकिन अब करोड़ों के
ब्रिज का उपयोग पशु हाटबाजार के बाद वाहनों की पार्किंग के के लिए किया
जाने लगा है। प्रतिदिन क्षेत्र के ट्रांसपोर्ट अपने ट्रक और अन्य लोडिंग
वाहन पार्क करते हैं इसके अलावा ब्रिज के आसपास रहने वाले लोग अपने चार
पहिया वाहनों को भी यही पार्क कर चले जाते हैं इससे भगवान पशुपतिनाथ मंदिर
जाने वाले भक्तों को खासी परेशानियां होती है इसके साथ ही खानपुरा की तरफ
से आने- जाने वाले लोग भी परेशान होते हैं। जबकि आठ साल
पहले सेतु विकास निगम ने खानपुरा को सीधे नयापुरा मार्ग से जोड़ने के लिए
धानमंडी से प्रतापगढ़ पुलिया तक पांच करोड़ की लागत से ब्रिज बनाया। इस
ब्रिज का एक मुख्य उद्देश्य शहर के सबसे व्यस्था मार्केट सदर बाजार से
यातायात के दबाव को कम करना था। इस ब्रिज के बनने के बाद दो व चार पहिया
वाहन सीधे नयापुरा से होते हुए खानपुरा तक आने व जाने लगे। लेकिन इसके
निर्माण के कुछ दिनों बाद ही लक्कड़पीठा मैदान में ब्रिज के नीचे लगने
वाला पशु हाट पांच करोड़ के ब्रिज पर लगने लगा, जब जिम्मेदारों ने संज्ञान
लेकर इसे हटाया तो अब यहां ट्रांसपोर्टरों और अन्य लोगों के वाहन खड़े होने
लगे हैं। हैरानी की बात यह है कि इस पार्किंग को शहर के यातायात विभाग का
भी सहयोग मिल रहा है। ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि करोड़ों के बीच पर
लगातार वाहन पार्क हो रहे हैं लेकिन हमेशा चालानी कार्रवाई करने वाला
यातायात विभाग यहां कोई कार्यवाही नहीं कर रहा। जबकि जिम्मेदारों को शहर की
व्यवस्था बनाने के लिए यहां वाहन पार्क नहीं होने देने चाहिए।
पूरे शहर में पार्किंग नहीं होना बड़ी समस्या
मंदसौर
शहर की धनी घनी बस्ती वाले बाजारों से लेकर चौड़े मार्गो तक कहीं भी
पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है ।जबकि आम व्यापारी लगातार शहर में
पार्किंग स्थल बनाए जाने की मांग कर रहे हैं। बावजूद इसके नगर पालिका और
यातायात पुलिस ने कभी भी पार्किंग की तरफ ध्यान नहीं दिया इसी के चलते पूरे
शहर में एक भी पार्किंग स्थल नहीं है जिसके कारण लोगों को अपने वाहन पार्क
करने में बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यही कारण है कि कई आम लोग
जहां जगह मिलती है वही अपने वाहन पार्क कर के चले जाते हैं, ऐसे में शहर
के यातायात को व्यवस्थित करने के लिए पार्किंग स्थल चयनित करना सबसे जरूरी
है।