Thursday, April 25th, 2024 Login Here
आसान नहीं है उपचुनाव में हरदीप की राह, अब अपनों की बगावत ही पड़ सकती है भारी
मंदसौर जनसारंगी।
भाजपा ने भले ही कांग्रेसी खेमे में तोड़फोड़ कर प्रदेश की सत्ता हथियाने में कामयाबी हासिल कर ली हो लेकिन अब उपचुनाव में भाजपा की राह इतनी आसान नहीं दिख रही है। शनिवार को जन्मदिन के बहाने भाजपा के पूर्व विधायक राधेश्याम पाटीदार का शक्ति प्रदर्शन कुछ यही संकेत दे रहा है, इससे पहले भाजपा की जिला पंचायत अध्यक्ष प्रियंका गोस्वामी भी लगातार भाजपा से दूर- दूर जा रही है ऐसे में कांग्रेस से भाजपा में आए हरदीप सिंह डंग की मुश्किल अब उनकी ही पार्टी के नेताओ के बगावती तेवर बन सकते हैं।
शनिवार को क्षेत्र के पूर्व विधायक राधेश्याम पाटीदार का जन्मदिन था और इसी बहाने उन्होंने विधानसभा क्षेत्र के हजारों कार्यकर्ताओं की भीड़ जमा कर एक तरह से शक्ति प्रदर्शन करने की ही कोशिश की। इससे पहले राधेश्याम पाटीदार का एक ऑडियो भी वायरल हो चुका है जिसमें उन्होंने सम्मानजनक पद नहीं मिलने पर विचार करने की बात भी कही है लेकिन आज जो शक्ति प्रदर्शन हुआ है उसके कुछ अलग ही मायने निकाले जा रहे हैं। राधेश्याम पाटीदार के पिता पूर्व विधायक नानालाल पाटीदार ने लंबे समय तक सीतामऊ विधानसभा की सियासत पर कब्जा जमाए रखा था बाद में उनके पुत्र और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला कार्यवाह रहे राधेश्याम पाटीदार को सीतामऊ सुवासरा विधानसभा क्षेत्र की कमान संभालने का अवसर मिला ।एक चुनाव में जीते भी लेकिन उसके बाद के 2 चुनाव लगातार पूर्व विधायक और वर्तमान मंत्री हरदीप सिंह डंग से पराजित हो गए पिछला यानी साल 2018 का चुनाव तो केवल 300 मतों से ही पराजित हुए जिसके बाद श्री पाटीदार पिछले डेढ़ साल से लगातार विधानसभा क्षेत्र में पूरी तरह से सक्रिय थे वे लगातार जनता से संपर्क में जुटे थे अपने लिए जन समर्थन जुटा रहे थे ताकि अगला विधानसभा चुनाव वे जीत सके। लेकिन इसी बीच जिस कांग्रेस प्रत्याशी हरदीप सिंह डंग से पराजित हुए थे वह अब कांग्रेस को छोड़कर उनकी पार्टी भाजपा में शामिल हो गये,प्रदेश काबिना की कमान भी उन्हें मिल गई सुवासरा विधानसभा में भाजपा के टिकट से उनका चुनाव लड़ना भी तय हो गया ऐसे में पूर्व विधायक राधेश्याम पाटीदार का राजनीतिक भविष्य हाल फिलहाल तो संकट में दिखाई देने लगा है। न केवल राधेश्याम पाटीदार बल्कि सुवासरा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की तैयारी में जुटे दूसरे भाजपा कार्यकर्ताओं की भी उम्मीदों पर पानी फिर गया है ऐसे में उपचुनाव के दौरान भाजपा में बगावत की पूरी उम्मीद दिख रही है। ऐसा इसलिए भी कह रहे हैं क्योंकि जिला पंचायत की अध्यक्ष प्रियंका मुकेश गोस्वामी भी सुवासरा उपचुनाव की संभावनाओं के साथ ही भाजपा से दूर- दूर जा रही है, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और कमलनाथ से उनकी लगातार चर्चा की बातें भी सामने आ रही है। कयास लग रहे हैं कि वह कांग्रेस का दामन थाम सकती है तो पूर्व विधायक राधेश्याम पाटीदार भी अंदर खाने में तो बगावती तेवर दिखा रहे हैं भले ही भोपाल के गलियारों में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से लेकर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा और दूसरे नेताओं ने उन्हें समझाने की कोशिश की हो लेकिन पिछले दिनों जिस तरह से उनका ऑडियो वायरल हुआ उसे सुनकर तो लगता यही है कि पाटीदार की नाराजगी कम नहीं हुई और आज जिस तरह से उन्होंने जन्मदिन के बहाने शक्ति प्रदर्शन कर कार्यकर्ताओं को जुटाया है उससे तो साफ है कि हरदीप को जीतना डर कांग्रेस का नहीं है उससे ज्यादा भाजपा से ही हो सकता है भाजपा के सामने अपने पूर्व विधायक को मनाना आसान नहीं है यदि पाटीदार नहीं माने, प्रियंका ने भाजपा का दामन छोड़ दिया तो भाजपा को उपचुनाव में मुश्किल हो सकती है। हालांकि कांग्रेस भी अभी इतनी मजबूत क्षेत्र में नहीं दिख रही है कांग्रेस के लिए तो उम्मीदवार तय करना ही मशक्कत भरा साबित हो रहा है दावेदार बहुत है लेकिन दमदार कौन है इसका चयन अब तक नहीं हो पाया है। लेकिन कुछ भी हो भाजपा की राह में कांटे अपने ही बिछाएंगे इतना तय है।