Thursday, April 25th, 2024 Login Here
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मंदसौर जनसारंगी।
 लोगों को बड़े-बड़े सपने दिखाएं, किसी को पैसा दुगना होने की तो किसी को दूसरी बैकों से ज्यादा फायदा बताकर लोगों की पसीने की कमाई को अपने यहां जमा कराया लेकिन जब मेच्युरिटी पर पैसे देने की बारी आई तो कंपनी के कर्ताधर्ता अपना ताम-झाम समेटकर गायब हो गये। पिछले डेढ़ साल से कंपनी के जिम्मेदार लोगों को पैसे देने में तरह-तरह के बहाने बना रहे है लेकिन पैसा नहीं  दे रहे है इसी के चलते जब पुलिस ने चिटफंड क ंपनियों के खिलाफ कार्यवाहीं शुरू की तो सत्य सांई कंपनी में पैसा डूबाने वाले लोग पुलिस के पास पहुंचे ओर कंपनी के जिम्मेदारों पर मुकदमा दर्ज कराया।
बताया जाता है कि जिला अस्पताल के सामने सत्य सांई  सहकारी संस्था ने लोगों को लुभाने के लिये हाईटेक ऑफिस खोला था और उसके बाद उसने लोगों को तरह-तरह के सपने दिखाने शुरू किये, किसी को अधिक ब्याज का लालच दिया गया और कम समय में पैसे दूगने करने की बात कहीं तो किसी अन्य तरह से फायदा होने का सपना दिखाया गया जिसके चलते गरीब इसके झांसे में आ  गऐ और अपनी पसीने की कमाई को सत्य सांई में लगा दिया। किसी ने लॉखों रूपए एक मुश्त एफडी के रूप में जमा कर दिये तो किसी ने आरडी खाते खोले और दिनभर कमा कर रोज उसमें अपनी बचत के पैसे डालने लगें, कोई महीने भर बचत कर खाते में बचत के पैसे डालने लगा। जिसके कारण लोगों ने अपने खातों में हजारों से लेकर लॉखों रूपएं जमा करा दिया, इन्हें इंतजार था कि जब खाते की मेच्युरिटी होगी तो उन्हें अच्छे फायदे के साथ अपना पैसा वापस मिल जाएंगा लेकिन जब मेच्युरिटी की तारिख आई तो कंपनी ने लोगों का पैसा वापस नहीं लोटाया ओर उन्हें तरह-तरह से झांसे दिये जाने लगे। इसी बीच कंपनी के कर्ताधर्ताओं ने लोगों का लॉखों रूपया बटोकर लोगों के सपनों पर खडा किया अपना साम्राज्य समेटने की तैयारी कर ली और करीब डेढ साल पहलें कंपनी ने अचानक अपना कार्यालय समेट लिया ओर गायब हो गये। बाद में कंपनी के खातों में पैसा जमा कराने वालों ने किसी तरह से कर्ताधर्ताओं को तलाश लिया लेकिन फिर भी उन्हें पैसा वापस नहीं मिल पाया। हालांकि कुछ  लोगों को उन्होंने चेक भी दिये थे लेकिन लोगों को चेक लगाने ही नहीं दिया सभी आश्वासन देते रहे पैसे आने वाले है उसके बाद दे देगें लेकिन डेढ़ साल में किसी को भी पैसा नहीं मिला । निवेशक लगातार परेशान होते रहे लेकिन कार्यवाहीं का प्रावधान नहीं होने से अब तक कोई कार्यवाहीं नहीं हो पाई इसी बीच मंदसौर विधायक यशपालसिंह सिसोदिया की पहल के बाद मामला मुख्यमंत्री तक पहुंचा और उन्होंने कार्यवाहीं के निर्देश पुलिस को दिये जिसके  बाद पिछले तीन दिनों से पुलिस शिविर लगा कर लोगों की शिकायते सून रहीं है इसी के चलते आज निवेशकों ने सत्य सांई कंपनी के विरूद्व अपनी शिकायत दर्ज कराई। निवेशकों की शिकायत पर पुलिस ने कंपनी के रविन्द्र चौहान निवासी रामटेकरी तथा हिमांशु जोशी निवासी गरोठ के विरूद्व धारा 420,406 भादवी में प्रकरण दर्ज किया है।
इनका कहना
सत्य सांई सांई बैक में दस लाख रूपएं जमा कराऐ थे लेकिन मेच्युरिटी का समय आया तब वह बैंक बंद कर चला गया। इस एवज में उसने चेक दिये थे लेकिन चेक लगाएं नहीं वह बार-बार आश्वासन देता रहा पैसा आ रहा है दे दूंगा लेकिन वह सोसायटी बंद कर चला गया और अब तक पैसा नहीं दिया है। पैसे  को लेकर परेशान है लेकिन कोई रास्ता नहीं निकला है। जिसके बाद अब इस मामलें की शिकायत दर्ज कराई है।
राकेश फरक्या निवेशक
सत्य सांई सहकारी संस्था का कार्यालय रविन्द्र चौहान और उसके साथी ने बनाई और बड़े अस्पताल के सामने कार्यालय खोला था जिन्होने कई लोगों से पेसे एकत्र किये और मेच्युरिटी का समय आया तो संस्था बंद कर गायब हो गये। अभी करीब 12 लाख की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है जिसके बाद उनके विरूद्व धोखाधड़ी और गबन का मामला दर्ज किया है।
शिवकुमार यादव
टीआई कोतवाली।

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