Thursday, April 25th, 2024 Login Here
कैसेहोगा मोदी का 2022 में गरीबों के पक्के मकान बनाने का सपना ?
बाढ़ में बह गए कच्चे मकान फिर भी आवास हीन की सूची में नाम नही
टकरावद(पंकज जैन)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सपना है कि जिन गरीबों के पास अपना खूद का पक्का मकान नहीं है उन प्रत्येक गरीबों को 2022 तक पक्के मकान दिये जाए। इसके लिये वर्ष 2011 की आवासहीन सर्वे सूची के आधार पर प्रधानमंत्री आवास दिए गए इसके बाद जो परिवार आवासहीन कि सूची में नही है लेकिन उनके कच्चे मकान है उनके लिए 9 माह पहले आवास योजना में नाम जोड़ने के लिए आवास प्लस योजना चली थी । इस योजना का लक्ष्य का लक्ष्य था कि सभी गरीब पात्र परिवारों को पक्का मकान मिल जाये लेकिन वर्ष 2011 में सर्वे करने वाले हो या आवास प्लस में नाम जोड़ने वाले सर्वे करने वालो को उन गरीब परिवारों के मकान नही दिखे जो कच्चे है ओर बारिश के दिनों में बाढ़ के पानी मे बह गए है।
मल्हारगढ तहसील की ग्राम पंचायत रणायरा के गांव सोनगरा की बंजारा बस्ती में ऐसे कई परिवार है जिनके पिछले साल बारिश के दिनों में आई बाढ़ में मकान बह गए लेकिन आजतक उनके आवास की सूची में नाम नही आ पाएं। ऐसे में बड़ा सवाल यही उठ रहा है कि अधिकारियों की लापरवाहीं के चलते आखिर कैसे प्रधानमंत्री का सपना साकार हो पाऐगा।
वह लोग जिन्हें नहीं मिला योजना का लाभ
-सद्दुलाल पिता हजारीलाल बंजारा निवासी सोनगरा बंजारा बस्ती के पिछले साल बाढ के पानी मे कच्चा मकान था जो बह गया था प्लास्टिल पाल की झोपड़ी बनाकर रह रहा है लेकिन न तो प्रधानमंत्री आवास हीन की सूची में नाम है न आवास प्लस में नाम जुड़ा है।
- आत्माराम पिता कारूलाल बंजारा बंजारा बस्ती सोनगरा ने बताया पिछली बारिश का मकान गिर गया था सरकार द्वारा आवास नही मिला तो 2 समूह लेकर व कुछ जमीन बेचकर अधूरा मकान बनाया है बाढ़ के कारण मेरे पास कुछ नही बचा था सभी सामान बह कर चला गया था।
- सीमाबाई मुकेश बंजारा का सोनगरा बंजारा बस्ती में नाले के पास घर है जो पिछले साल नदी नाले का पानी एक होने के कारण बाढ़ में बह गया था लेकिन आजतक आवासहीन की सूची में नाम नही आया तो समूह लेकर दिवाले बना दी व ऊपर चद्दर ड़ाल दिए लेकिन बारिश में फिर घर मे पानी भराने का डर रहेगा
- अल्पीबाई अमृतराम बागरी ने बताया कि पति का एक्सीडेंट हो गया था जिसमे दोनो पैरों में चोट आई जिसके कारण खड़े भी नही हो पाते है 2 बालक है परिवार चलाना व पति का इलाज कराना मुश्किल हो रहा है मकान हो बारिश में गिर गया था इसकी मरम्मत कर रह रहे है सरकार ने मकान भी नही दिया व नही अब मिलेगा क्यो की अभी हमारा नाम भी सूची में नही है।
-श्यामूबाई राजूलाल बंजारा ने बताया कि पति जेल में है मझदूरी करके घर चलाती हु मकान कच्चा था जो पिछले साल पानी मे गिर गया था चद्दर लगाकर झोपड़ी बनाई जिसमे रहती है हमारे अभी तक मकान नही मिला व हमारा नाम भी नही आया जबकि दूसरे लोगो को तो मकान मिल रहे है।
- सीताबाई रामसिंह बंजारा ने बताया कि घर के पास नाले बहता है पिछले साल भी घर मे पानी बह गया था व कच्ची दिवाली भर भराकर गिर गई थी जिनको ठीक कर रह रह हु इससाल भी पहली बारिश में घर मे पानी घुस गया था जब तक पक्का मकान नही बनता समस्या का समाधान नही होता सरकार भी मकान नही दे रही है बोलते है कि तुम्हारा नाम सूची में नही है।
इनका कहना
जब आवास प्लस की सूची अपडेट की गई थी तब में नही था उन्होंने फोटो क्यो अपलोड नही किया कुछ नही कह सकता लेकिन अब जब भी साइड खुलेंगी इनके नाम जोड़ देगे जिससे उनको आने वाले समय मे मकान मिल सके
राजेन्द्र बामनिया
सचिव
ग्राम पंचायत रणायरा
जनपद पंचायत मल्हारगढ