Friday, March 29th, 2024 Login Here
ओम सर्किट के बाद धार्मिक हवाई सर्किट से भी वंचित रह गई पशुपतिनाथ की नगरी पानी पीते ही गश खाकर गिरी, 93 भेड़ो की मौत अस्पताल के कायाकल्प पर आचार संहिता का असर, अटक गई विजेताओं की घोषणा और राशि बिना मालिक की इजाजत घर की दीवार पर स्लोगन लिखा, पोस्टर चिपकाया तो कार्यवाही होगी लोकसभा चुनाव करवाने मन्दसौर आई एसएसबी की कम्पनी ने पशुपति के आंगन में की सफाई प्रशासन ने निरस्त की पं मिश्रा की कथा, भक्तो ने जारी रखी तैयारियां विधायक ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर हस्तक्षेप की मांग की कांग्रेस ने एमपी के लिए जारी की 40 स्टार प्रचारकों की सूची, मीनाक्षी नटराजन का नाम भी शामिल लोकसभा चुनाव में डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा भी शामिल, भाजपा ने 40 नेताओ को बनाया स्टार प्रचारक बालाजी ग्रुप ने निकाली धुलेंडी पर्व पर परम्परागत रंगारंग महागैर पूरा देश एक स्वर में बोल रहा मैं हॅू मोदी का परिवार पंडित प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा का आयोजन निरस्त मंदसौर जिले की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ठगी का शिकार बनी! पुलिस ने खेली होली, कप्तान से लेकर आरक्षक तक ने मनाया जश्न 18 लाख से ज्यादा के डोडाचूरा के साथ गिरफ्तार छुट्यिों के बाद खुली मंडी में बंपर आवक, दो दिन बार फिर 4 दिन का अवकाश

टिगरिया में आवंटित भवनों का सत्यापन करेगी नगर पालिका,पुलिस ने लिखा खत
मंदसौर जनसारंगी।
सरकार ने शहरी गरीबों का उत्थान करने और उन्हें झोपडपट्टियों से निकालने के लिये मंदसौर के टिगरिया में 500 मकानों की आवासिय बस्ती का निर्माण कर गरीबों को सस्ती दरों पर मकान उपलब्ध कराये लेकिन गरीबों ने इन मकानों को लेने के बाद भी झोपडियों को खाली नहीं किया और सरकार की योजना में मिले मकानों को किराये पर चढा दिया जिसके चलते यह मकान अपराधिक लोगों की शरणस्थली बन गये और यहां से अपराधिक घटनाऐ होने लगी। यह तथ्य आने के बाद पुलिस ने अब इन मकानों में रहने वाले लोगों का सत्यापन करने के लिये नगर पालिका को पत्र लिखा जिसके बाद अब नगर पालिका इन मकानों में रह रहे लोगों का भौतिक सत्यापन करेगी ।
मंदसौर में हो रहीं अपराधिक घटनाओं में असामाजिक तत्वों का कनेक्शन हर बार अलावदाखेडी और टिगरिया क्षेत्र से ही आ रहा है। ऐसे में साफ है कि अलावदाखेड़ी तो पहले से आपराधिक लोगों की शरणस्थली रहा है। वहीं, टिगरिया का नाम भी इससे अछूता नहीं रहा है। कई असमाजिक तत्चों के लोग यहां रह रहे है, जिसके बाद अब पुलिस प्रशासन कमर कस ली है। पुलिस प्रशासन द्वारा नगर पालिका को पत्र लिख टिगरिया में रह रहे नागरिकों का सत्यापन करने की बात कहीं। केन्द्र की आईएचएसडीपी (एकीकृत आवास और मलिन बस्ती विकास कार्यक्रम) योजना के तहत लगभग 12 करोड़ रुपए में नपा ने झुग्गियों में रहने वाले परिवारों के लिए टिगरिया में 500 मकान बनाए थे। फरवरी 2016 में लाटरी से हितग्राहियों को मकान आवंटित किए गए थे। लेकिन वर्तमान में 500 क्वार्टर टिगरिया में कई लोग ऐसे रह रहे हैं जिनके नाम से मकान का आवंटन ही नहीं है। यह क्वार्टर जिन लोगों के नाम से आवंटित हुए थे, उन्होंने अन्य लोगों को दे दिए हैं। तमाम प्रकार की आपराधिक गतिविधियां यहां रही है। टिगरिया के हर मकान का और वहां रह रहे लोगों का भौतिक सत्यापन किया जाना चाहिए। साथ ही जिसके नाम से आवंटन है वह मौके पर नहीं मिल रहा है तो उनका आवंटन निरस्त करना चाहिए। ताकि अपराधों की रोकथाम और असामाजिक तत्वों पर नकेल कसी जा सके।
10 बाईक और दो कारें मिली थी
टिगरिया में बड़तें अपराधों का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पूर्व में पुलिस ने यहां पर छापेमार कार्रवाई में 10 बाईक और दो संदिग्ध कारें जप्त की थी। विहिप नेता युवराज सिंह चैहान की हत्या के मामले में फरार आरोपियों से संबंध रखने वाले टिगरिया स्थित पांच सौ क्वार्टर निवासी करीब 20 लोगों को पुलिस ने चिह्िंत कर प्रशासनिक टीम के साथ छापेमार कार्रवाई की थी। जिसके बाद आरोपी तो नहीं मिले लेकिन बगैर कागजात के 10 बाइक और दो कार मिली। इसमें एक कार दमन द्विप और एक अन्य राज्य की पासिंग की मिली। इससे साफ जाहिर होता है कि यहां आप आ रहे अन्य राज्यों के अपराधिक लोगों को फरारी भी कटाई जाती है। ऐसे में पुलिस प्रशासन ने नगर पालिका भौतिक सत्यापन के पत्र लिखा है।  


Chania