Thursday, April 25th, 2024 Login Here
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तीन कर्मचारी हो चूके है कोरोना पॉजीटिव,सीटी स्कैन सेंटर का खत्म हो चूका है अनुबंध
मंदसौर जनसांरगी।
मंदसौर में कोरोना का संक्रमण लगातार बड़ गया है पॉजीटिव मरीजों का आंकडा 1466 के पार हो चूका है।लेकिन मंदसौर का स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन जांच की मुलभूत  सुविधाओं को मंदसौर में सुचारू नहीं कर पाया है। कोरोना के लक्षण दिखने पर प्रारम्भिक तौर पर एक्सरे किया जाता है कि लेकिन अस्पताल के एक्सरे विभाग के तीन कर्मचारी एक के बाद एक कोरोना पॉजीटिव होने के कारण गुरूवार को एक्सरे विभाग में सन्नाटा पसर गया हालांकि यहां दो कर्मचारियों की नियुक्ति स्वास्थ्य विभाग ने की है लेकिन वे नाकाफी साबित हो रहे है ।जबकी  अस्पताल परिसर में संचालित होने वाली सीटी स्कैन मशीन का अनुबंध खत्म होने के बाद से ही सेंटर बंद हो गया है। संक्रमण ज्यादा होने की स्थिति में चिकित्सक सीटी स्कैन की सलाह दे रहे है। इसके अलावा अन्य जरूरी जांचे भी अस्पताल में नहीं हो पा रहीं है जिसके कारण गरीब और मध्यमवर्गीय मरीजों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
बताया जाता है पिछले लंबे समय  से जिला अस्पताल का सीटी स्कैन सेंटर बंद है और अब एक्सरे विभाग का काम लगातार बड गया है क्योंकि अस्पताल में आने वाले कोरोना के संदिग्ध से लेकर अन्य बिमारियों और दुर्घटनाओं में एक्सरे की आवश्यकता होने पर एक्सरे यहीं पर किये जा रहे है। अनुमान के मुताबिक करीब 50 से ज्यादा एक्सरे यहां प्रतिदिन किए जाते है। लेकिन एक-एक कर यहां पदस्थ तीनों कर्मचारी कोराना पॉजीटिव आ चूके है जिसके कारण एक्सरे विभाग सूना हो गया है। ऐसे में यहां तत्काल रेडियो ग्राफर की आवश्यकता है। इसकों लेकर अब स्वास्थ्य विभाग ने दो कर्मचारियों की नियुक्ति की है जिसमें एक दिन में और एक रात में रहेगा लेकिन यह इंतजाम भी मरीजों की बड़ती संख्या के कारण नाकाफी साबित हो रहे है।  इसके अलावा बंद पड़ा सीटी स्कैन सेंटर फिर से चालु करने की तरफ तो अभी तक किसी का ध्यान भी नहीं गया है जिसके कारण अभी तक एक्सरे विभाग में अतिरिक्त कर्मचारी और सीटी स्कैन सेंटर की  व्यवस्था अभी तक अस्पताल प्रशासन नहीं कर पाया है।जबकी जिला अस्पताल के एक्सरे विभाग के तीन कर्मचारी कोरोना पॉजीटिव आने के बाद से इस विभाग की व्यवस्थाएं गड़बडा गई है। सीटी स्कैन की सुविधा अस्पताल में बंद होने के कारण गरीब और मध्यमवर्गीय मरीजों को मोटी राशि प्रायवेट सेंटर पर खर्च करनी पड़ रहीं है।
 एक्सरे स्टॉफ की कमी के कारण तो अस्पताल के एक्सरे विभाग में गुरूवार को सन्नाटा पसर गया।हालांकि यहां पदस्थ तीनों कर्मचारियों के कोरोना पॉजीटिव होने के कारण यहां रेडियोग्राफर की अस्थाई नियुक्ति की आवश्यकता थी। इसके एवज में स्वास्थ्य विभाग ने दो    लोगों को नियुक्त किया है जिसमें से एक दिन में और एक रात में डयूटी करेगा। लेकिन काम की अधिकता में संभव नहीं कि एक व्यक्ति पूरे 12 घंटे तक बेहतर काम कर सके ऐसे में ओर कर्मचारियों की नियुक्त को लेकर प्रकिृयाशुरू करने की आवश्यकता थी लेकिन वह नहीं हो पाई है।यहीं हाल सीटी स्कैन सेंटर का भी है ।बड़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए तत्काल सीटी स्कैन सेंटर प्रारम्भ किया जाना था ताकि गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों को राहत मिल जाए लेकन अनुबंध समाप्त होने के कारण पूरे कोरोना संक्रमण में सीटी स्कैन सेंटर का ताला ही नहीं खुला है। अनुबंध खत्म होने के बाद सेंटर संचालक अपनी मशीने भी यहां से हटा कर जा चूका है।बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन  राहत की कोई व्यवस्था नहीं कर पाया है।
स्वास्थ्य विभाग के आंकडों के मुताबिक मंदसौर जिले में कोरोना लगातार बडता जा रहा है। हर रोज 20 से लेकर 50 तक कोरोना पॉजीटिव मरीज आ रहे है। मंदसौर में  कोरोना के लक्षण होने पर जांच की सुविधा केवल जिला अस्पताल में ही है। क्योंकि अधिकांश निजी अस्पताल अभी भी कोरोना के लक्षण होने पर जांच नहीं कर रहे है ऐसे में लोगों को अस्पताल के फीवर क्लिनिक पर ही आना पड़ रहा है। वहां से कोरोना के सर्दी, खांसी जैसे लक्षण दिखने पर एक्सरे कराने की सलाह दी जाती हैं लेकिन अब अस्पताल का एक्सरे वार्ड केवल एक कर्मचारी के भरोसे है। इसके अलावा अधिकांश मरीजों को सीटी स्कैन कराने की सलाह चिकित्सकों द्वारा दी जा रहीं है जिसके कारण मरीज निजी सेंटरों पर कराने को विवश हो रहे है जहां प्रति सीटी स्कैन 4 से 5 हजार रूपयों में हो रहीं है और मरीजों की लंबी कतारे लगी है। ऐसे में शासन स्तर से गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों को राहत की आवश्यकता है।
इनका कहना
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सीटी स्कैन सुविधा में गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों को राहत दिलाए जाने को लेकर मै मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान से चर्चा करूंगाऔर राहत दिलाने की पूरी कोशिश होगी।
यशपालसिंह सिसोदिया, विधायक मंदसौर
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सीटी स्कैन सेंटर अस्पताल में फिर से शुरू करने को लेकर अभी तक शासन से कोई निर्देश नहीं मिले है इसके अलावा रोकस या अस्पताल के पास भी ऐसा कोई फंड नहीं है जिससे सीटी स्कैन की सुविधा प्रारम्भ की जा सकें। अस्पताल के एक्सरे विभाग मेंदो लोगों की नियुक्ति कर व्यवस्था सुचारू कर रहे है इसमें से एक दिन में और एक रात में पदस्थ रहेगा।
डॉ के.एल. राठौर,सीएमएचओं
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