Thursday, April 25th, 2024 Login Here
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मादक पदार्थो के पीछे लगी पुलिस अब तक नहीं पकड़ पाई किक्रेट के सट्टे के बुकियों को
मंदसौर जनसारंगी।
सप्ताह की शुरूआत में ही मंदसौर जिले में तीन युवाओं ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जिसमें दो मामलें मंदसौर के हैतथा दूसरा जिले के नारायणगढ़ थाना क्षेत्र का है। एक मामलें में आत्महत्या का कारण क्रिकेट का सट्टा होने की बात कहीं जा रहीं है। मृतक सट्टे में पूरी तरह से डूब चूका था जिसके चलते उसने आत्महत्या कर ली। उधर पूरे मंदसौर जिले मेंमादक पदार्थो की पीछे लगी पुलिस अब तक किके्र ट के सट्टे पर अपनी नजरे इनायत ही नही कर पाई है जिसके चलते ऐसा लग रहा है जैसे पुलिस की नजर में किक्रेट का सट्टा पूरी तरह से मंदसौर में बंद ही हो गया ओर जिले में अब मादक पदार्थो की तस्करी के अलावा दूसरा कोई अपराध ही नहीं हो रहा है।
शहर कोतवाली पुलिसने बताया कि सोमवार सुबह करीब 11 बजे युसूफ पिता वहीद खां 50 निवासी गोंदी चौक  ने अपने घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना के वक्त उसकी दोनों बेटियां दूसरे कमरे में थी, जबकि पत्नी भोपाल गई हुई हैं। इस बीच उसने मौत को गले लगा लिया। इसी तरह दूसरे मामले में स्टेशन रोड स्थित पारख कॉलोनी निवासी 27 वर्षीय कपिल पिता देवीदास मनवानी सिंधी ने घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना के दौरान कपिल के पिता सीतामऊ  फाटक स्थित किराना दुकान पर थे, जबकि उसकी पत्नी व माँ दूसरे कमरे में थे, इस बीच उसने इस घटना को अंजाम दिया। अस्पताल पहुंचे कोतवाली के एएसआई पीसी चौहान ने बताया कि दोनों मामलों में जांच की जा रही हैं, फिलहाल मर्ग कायम किया है। इस मामले में कर्ज का दबाव भी सामने आ रहा है। हालंाकि जांच पूरी होने के बाद ही अधिकारिक रूप से कुछ कहा जा सकता है।
पीर गुराडिया के जंगलों में मिला शव
 इधर तीसरी घटना नारायणगढ़ क्षेत्र के ग्राम बापूखेड़ी व पीर गुराडिया के बीच जंगल की है जहाँ किसी राधेश्याम के खेत के पास स्थित खाखरे के पेड़ पर एक लाश फांसी पर लटकी मिली। ग्रामीणों की सूचना के बाद मौके पर पहुँची पुलिसने शव बरामद किया जिसकी जेब से मिले आधार कार्ड से शव की शिनाख्त नारायण पिता रामलाल 22 साल निवासी रावतिया जिला चित्तौड़ के रूप में हुई। पुलिस ने परिजनों को सूचना की व मर्ग दर्ज कर जांच प्रारंभ की। प्रारंभिक तौर पर पुलिस इसे आत्महत्या मान रही है। हालाँकि चित्तौड़ का युवक यहाँ कैसे पहुँचा आदि बिंदुओं का उल्लेख मर्ग विवरण में न होने से फिलहाल मामला संदिग्ध भी प्रतीत हो रहा है। पुलिस ने तीनों ही केस मे जरूरी जांच शुरू कर दी है।
हर रन पर दांव, युवाओं की जिंदगी को उजाड रहा
मंदसौर के पारख कॉलोनी के रहने वाले युवक की आत्महत्या के पीछे कर्ज से परेशान होने की बात आ रही है ओर कर्जे का यह दलदल उसे किक्रेट के सट्टे से मिला है ऐसा बताया जा रहा है। सुत्र बताते है कि आईपीएल शुरू होने के साथ ही हर रन पर मंदसौर में भी दांव लगाया जा रहा है। लेकिन मंदसौर जिले की पुलिस तो केवल मादक पदार्थो की खुशबू के पीछे  ही भाग रहीं है। जिसमें कई खेल भी सामने आ रहे है। लगभग हर रोज जिले की कोई ना कोई थाना पुलिस काले सोने या छिलके का मामला बना रहीं हैं। कई मामलों में सवाल भी उठ रहे है ओर पुलिस कप्तान पुलिस के इन कहानीकारों पर कार्यवाहीं भी कर रहे है लेकिन फिर भी मादक पदार्थो की खुशबू के अलावा दूसरे अपराधों पर किसी की नजर हीं नहीं पड रहीं।
सुत्र बताते है कि जब से आईपीएल शुरू हुआ है तभी से मंदसौर में भी बड़े पैमाने पर बुकिंयों ने अपना कब्जा जमा लिया है ओर जमकर क्रिकेट का सट्टा शुरू कर दिया गया है। जिसमें कई नौजवान फंस कर अपना जीवन बर्बाद कर रहे है लेकिन पुलिस के खबरियों से अभी तक पुलिस के पास इसकी खबर ही नहीं पहुंची है ओर यदि पहुंची भी है तो पुलिस के हाथ कार्रवाहीं करने से बच रहे हैं। कारण साफ है जिले में मादक पदार्थो के खेल में ही जो वारे- न्यारे हो रहे है। जबकी मादक पदार्थो की धरपकड़ के लिये अलग से नारकोटिक्स सेल गठित है बावजूद इसके जितने मामलें नारकोटिक्स पुलिस ने नहीं पकड़े उससे ज्यादा तो पुलिस ने पकड़ लिए। जिससे एक बारगी तो ऐसा लग रहा है जैसे नारकोटिक्स पुलिस अपना काम करना ही भूल गई है ओर पुलिस लगातार बड़ी-बडी छलांगे लगा रहीं है। यह अलग बात है कि इन छलांगों के पीछे कई बड़े-बड़े खेल सामने आ रहे है।हालांकि पुलिस के खेल जैसे ही मीडिया की सुर्खिया बन रहे है पुलिस कप्तान इन पर लगाम भी कस रहे है लेकिन फिर भी पुलिस की नजरे अभी तक क्रि केट के सट्टे पर नहीं जमी है। सुत्रों के मुताबिक मंदसौर के पारख कॉलोनी में रहने वाले कपिल पिता देवीदास मनवानी की फांसी के पीछे भी सट्टे के दलदल की कहानी ही सामने आ रहीं है। वह इस तरह से इस दलदल में फंस गया था कि लोगों का कर्जदार हो गया था ओर कर्जा मांगने वाले उसे लगातार परेशान कर रहे थे। उसके पिता ने अपने बेटे को कर्जे से मुक्त करने के लिए पिछले दिनों परेशान कर रहे कर्जदारों को रूपए भी दिऐ थे लेकिन फिर भी उनके बेटे का कर्जा खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा था।गत दिनों भी राहूल ओर जाहीद नाम के  लोग उसके घर पहुंचे थे। बताया जाता है कि राहूल क्रि केट के सट्टे का बड़ा बुकि है जो किसी कालू के लिए काम करता है यह पहले भी सट्टा बाजार से धरपकड में आ चूका है लेकिन फिर भी इस बार पुलिस के हाथ सट्टे की कार्रवाहीं तक नहीं पहुंच पा रहे है।


Chania