Tuesday, April 23rd, 2024 Login Here
50 साल से लगातार आने वाली और पहली बार आने वाली महिलाओं को दिया पुरूस्कार
पिपलियामंडी जनसारंगी।
जिले के पिपलियामंडी स्थित श्री झिन वाले मंछापूर्ण बालाजी मंदिर परिसर में पं माधव रामानुज शास्त्री के सानिध्य में चौथ माताजी का पूजन,अर्चन किया गया और कथा का श्रवण कराया गया। इस दौरान महिलाओं ने गरबा नृत्य की आकर्षक प्रस्तुती दी इसके अलावा सरप्राईज के रूप में लगातार 50 वर्षो से पूजन और कथा श्रवण करने आने वाली सबसे बड़ी उम्र की महिला तथा पहली बार आने वाली महिला को पुरूस्कृत किया गया।
पं माधव रामानुज शास्त्री ने बताया कि पिपलियामंडी स्थित श्री झिन वाले मंछापूर्ण बालाजी की प्रतिमा चमत्कारिक है,सिंदुर रहित इस प्रतिमा का कन्हैया रूप में भगवान का श्रृंगार किया जाता है। बालाजी के साथ ही श्री माधवाशीष प्रभुजी विराजमान हैं। भक्तों की इच्छापूर्ण करने वाले अद्वितिय हनुमान धाम में द्वारपाल के रूप में नल,नील विराजमान है। मान्यता है कि यहां श्री मेंहदीपूर बालाजी के नाम से अर्जी लगती है और नल-नील इस अर्जी को मेंहदीपूर बालाजी पहुंचाकर भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करते है। इस चमत्कारिक धाम में प्रतिवर्ष करवा चौथ पर चौथ माताजी का भव्य रूप में पूजन किया जाता है। इसी परम्परा के चलते बुधवार को भी यहां पर महिलाओं ने उत्साह के साथ पूजन,अर्चन किया ।
संगीता एवं रश्मि शर्मा ने बताया कि मंदिर परिसर में 50 सालों से भी अधिक समय से महिलाऐ करवा चौथ माताजी की पूजन,अर्चन के लिए आ रहीं है । इस वर्ष महिलाओं के लिए सरप्राईज का आयोजन किया गया जिसमें लगातार 50 वर्षो से मंदिर में पूजन और कथा श्रवण के लिए आने वाली सबसे बड़ी उम्र की महिला एवं पहली बार आने वाली महिला को पुरूस्कृत किया गया।