Thursday, April 18th, 2024 Login Here
मंदसौर जनसारंगी।
सर्दी, जुखाम और कोरोना संक्रमण ठीक होने के बाद भी जूझ रहे मुलतः निम्बौद के रहने वाले मंदसौर अग्रसेन नगर निवासी अशोक भटेवरा की शुक्रवार की सुबह इंदौर में मौत हो गई। करीब साढ़े तीन महिने पहले उनके सास -ससुर की भी कौराना से मौत हो चूकी है। श्री भटेवरा का अंतिम संस्कार इंदौर में ही कोविड प्रोटोकॉल के तहत किया गया।
कोरोना का खतरा एक बार फिर बढ़ रहा हैं। गुजरात के अहमदाबाद में लॉक डाउन किया जा चूका है। मध्यप्रदेश के भी सात शहरों में कोरोना का संक्रमण सबसे ज्यादा है ऐसे में कोरोना गाईड लाईन नए सिरे से बनाकर उसे सख्ती से लागू करने की योजना बनाई जा चूकी है लेकिन मंदसौर में कोरोना की सावधानी बरतने को कोई तैयार नहीं है। आलम यह है कि मंदसौर में भारी भीड़ भाड़ हो रहीं है सौश्यल डिस्टेसिंग की धज्ज्ाियां उडाई जा रहीं है, कोई भी मास्क लगाने को तैयार नहीं है। लोगों को लग रहा है कि कोरोना खत्म हो गया जबकी विश्व स्वास्थ्य संगठन से लेकर सरकार और प्रशासन तक लोगों को बार-बार आगाह कर रहे है। कोरोना का संक्रमण एक बार फिर बढ़ रहा है इसी बीच मंदसौर के एक और व्यक्ति को संक्रमण लील गया। जानकारी के अनुसार मंदसौर अग्रसेन नगर में रहने वाले अशोक भटेवरा 50 साल को सर्दी, जुखाम की शिकायत होने के बाद 12 नवम्बर को जांच कराई गई थी जिसमें 45 प्रतिशत करीब संक्रमण होने के कारण तत्काल इंदौर के यूनिक हॉस्पिटल रैफर किया गया था। जहां 17 नवम्बर को उनकी कोरोना रिर्पोट नेगेटिव आई थी लेकिन हालत में सुधार नहीं हुआ। लगातार तबियत बिगड़ती गई और 20 नवम्बर की सुबह करीब साढ़े 7 बजे इंदौर में ही मौत हो गईं । अंतिम संस्कार इंदौर में कोरोना प्रोटोकॉल के तहत किया गया जिसमें पुत्र अनमोल और साले रोनक को सम्मिलित होने की अनुमति दी गई। स्व. भटेवरी की पत्नि वंदना भटेवरा एड्व्होकेट है।
साढे 3 महिने पहले सास-ससुर की मौत
स्व. भटेवरा के ससुर हस्तीमल जैन और सास पुष्पा जैन की साढ़े 3 महिने पहले 31 जुलाई को ही कोरोना से मौत हुई है। ऐसे में भटेवरा और जैन परिवार स्तब्ध है। क़ोरोना कॉल में परिवार के तीन लोग काल कवलित हो गए। उधर लगातार कोरोना संक्रमण और मौतों के बाद भी लोग मानने के लिए तैयार नहीं है।