Saturday, April 20th, 2024 Login Here
नीमच रेल्वे ठेकेदार अक्षय गोयल मामले ने पकड़ा तूल, जनप्रतिनिधि हुऐ सक्रिय, मुख्यमंत्री श्री चौहान से मिले
जनसारंगी न्यूज
मंदसौर । जब रक्षक ही भक्षक बन जाए तो फिर आम जनता अपनी सुनवाई लेकर जाए तो कहां जाए , यही हाल इन दिनों नीमच जिले में पुलिस का चल रहा है । पुलिस के आला अधिकारी अपनी मस्ती में मस्त है और एनडीपीएस एक्ट के नाम पर खुली लूट मची हुई है । नीमच के रेल्वे ठेकेदार अक्षय गोयल को गलत तरीके से एनडीपीएस एक्ट में फसाने की नियत से जावद पुलिस के कर्ताधर्ताओं ने ताना बना भूना और नीमच से ठेकेदार को किडनेप कर लिया गया । पुलिस के आला अधिकारी वायरलेस सेट और सौश्यल मिडिया पर अक्षत गोयल के गायब होने की चर्चाऐ चलती रही लेकिन जिनके जिम्मे आमजन की रक्षा करने की जिम्मेदारी है वही पुलिस विभाग के आला अधिकारी अक्षत गोयल को फसाने की नियत से नीचम से जावद ले जाते है और फिर उसके बाद जो पुलिस की कहानी चली वह किसी फिल्म से कम नही है ।
नीमच के जिला पुलिस अधीक्षक ने जिस तरीके से इस पूरे मामले का पोस्टमार्टम किया वह जनचर्चा का विषय बना हुआ है । एक बेकसुर व्यक्ति को एनडीपीएस एक्ट में फसाने का षडयंत्र करना, उसकी कार में अफीम रखवाना ऐसे संगीन अपराध में अपने मात्हत अधिकारी कर्मचारीयों पर सिर्फ निलंबन की कार्यवाही करना किसी भी व्यक्ति के गले नही उतर रहा है । खैर यह तो पुलिस की अपनी कहानी है । मिडिया की जागरुकता के बाद माहौल बना और आखिरकार निर्दोष ठेकेदार को पुलिस ने छोड़ा । नीमच जिला पुलिस अधीक्षक ने नाटकीय ढंग से निलंबन की कार्यवाही कर चौकीदार और उसके साथी को अफीम रखने के षडयंत्र में गिरफ्तार किया । इस पूरे घटनाक्रम को लेकर नीमच जिले के जावद विधायक व केबिनेट मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा, विधायक दिलीपसिंह परिहार, व माधव मारु गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से मिले और गृहमंत्री के नेतृत्व मेंसभी मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान से मिले और पूरे घटनाक्रम से मुख्यमंत्री श्री चौहान को अवगत कराया । वही दूसरी ओर मंदसौर विधायक यशपालसिंह सिसौदिया ने भी अपनी जागरुकता दिखाते हुए इस पूरे घटनाक्रम को लेकर प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा एवं डीजीपी को ट्वीट किया । श्री सिसौदिया ने अपने ट्वीट में लिखा कि नीमच के एक संभ्रात व्यापारी की गाड़ी में कथित रुप से अफीम रखकर अपराधी बनाने की घटना में जावद थाने के एक एसआई तथा चार आरक्षकों को निलंबित कर दिया गया लेकिन इन्होने किनके इशारों व मार्गदर्शन में यह कृत्य किया उस अधिकारी को क्लीन चिट क्यों ?
बंदी बनाकर रखने वाले पांच पुलिसकर्मी निलंबित, टीआई लाईन हाजिर
नीमच में रेलवे ठेकेदार अक्षय गोयल के वाहन में मिली अफीम के मामले में एसपी ने कार्रवाई करते हुए जावद टीआई ओपी मिश्रा को लाईन हाजिर कर दिया गया तथा पांच पुलिस वालों को निलंबित किया है। इसमें एसआई और आरक्षक शामिल है। यह पुलिस वाले जावद के अलावा डिकेन चौकी, नयागांव चौकी, रतनगढ थाना में पदस्थ है। इसके साथ ही प्रशासनिक कारणों के चलते रतनगढ़ टीआई संदीप तोमर को भी लाईन में आमद देने के निर्देश दिये गये । पुलिस कप्तान द्वारा कराई गई जांच में साफ हो गया है कि अक्षय गोयल को बंदी बनाकर रखा गया।
नीमच में 18 नवंबर को बैडमिंटन खेलने गए अक्षय गोयल के घर नहीं पहुंचने के बाद अपहरण की चर्चाओं से सनसनी फैल गई। इसके बाद शाम को अक्षय गोयल मामले में नई कहानी सामने आई जिसमें पता चला कि अक्षय गोयल के वाहन को अंडरब्रिज क्रास करने के बाद पुलिस वालों ने रोका और वाहन से अफीम बरामद की। इस मामले में आलाधिकारियों तक को पुलिसकर्मियों ने सूचना नहीं दी। जावद थाने ले जाकर अक्षय गोयल को रखा गया। इस बारे में किसी को जानकारी नहीं थी। शाम को इस बात का खुलासा हुआ। मामले में जांच की गई। जिसमें पता चला कि सारा षडयंत्र जावद थाने के जावद थाने के एसआई कमलेश गौड, डिकेन थाने का आरक्षक चंदनसिंह, नयागांव चौकी का आरक्षक कमलसिंह चुंडावत, रतनगढ थाने का आरक्षक सतीश कुशवाह और जावद थाने का आरक्षक आनंदपाल ने रचा था। अक्षय गोयल को छह घंटे तक थाने में बंदी बनाकर रखा गया। इस मामले में एसपी ने दोषी पुलिस वालों को निलंबित कर दिया है। एसपी मनोज रॉय ने बताया एनडीपीएस एक्ट में पुलिसकर्मियों द्वारा किए गए कदाचरण को लेकर नीमच सीएसपी राकेशमोहन शुक्ल को जांच सौंपी गई थी, प्रारंभिक जांच में सीएसपी ने गंभीर लापरवाही संबंधी रिपोर्ट पेश की, इसके बाद पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित किया जाता है। इसके बाद क्राइम मीटिंग में एसपी ने इरादे साफ करते हुए स्पष्ट कहा कि ऐसे मामले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे