Wednesday, April 24th, 2024 Login Here
मंदसौर जनसारंगी।
मंदसौर में इस साल सामान्य से भी कम मात्र 23 इंच बारिश हुई है जिससे जलाशयों में पानी की कमी है। रामघाट बैराज से पशुपतिनाथ मंदिर की तरफ शिवना नदी भी खाली हो गई है। ऐसे में यहां डेड स्टोरेज में भरे पानी को नगर पालिका पंप चलाकर उलीच रही है। आगामी वर्षा ऋतु तक शहर की प्यास बुझाने के लिए नपा के पास कालाभाटा बांध में भी कम है। जबकी पिछले साल करीब 87 इंच बारिश होने के बाद भी जून-जुलाई माह में जलसंकट की स्थिति बन गई थी। ऐसे में इस साल पानी को बचाने के लिए अधिक सतर्कता की आवश्यकता है। ऐसे में नपा का जलकल अमला लगातार शहर को मई-जून तक पानी पिलाने के लिए योजना बना रहा है। उधर शहर को अभी चंबल के पानी का इंतजार है।
नवंबर से ही शिवना नदी खाली-खाली दिखने लगी है अब दिसम्बर में तो नदी पूरी तरह से खाली हो गई है। नगर पालिका रामघाट बैराज पर पशुपतिनाथ मंदिर की तरफ नदी के डेड स्टोरेज में भरे पानी को उलीच रही है। लगातार पानी उलीचने से अब बैराज के दूसरी तरफ नदी में डेड स्टोरेज में भी पानी पूरी तरह खाली हो गया है। हालांकि नगर में सप्लाई के लिए अभी रामघाट बैराज पर पानी है। इससे आने वाले दिनों में शहर में पेयजल सप्लाई निरन्तर चलती रहेगी। इसके बाद अब नपा कालाभाटा बांध के गेट खोलकर रामघाट पर पानी लाएगी। कालाभाटा बांध में पानी भरा हुआ है, इसके आगे शिवना नदी में पानी भरा हुआ है इसी से आगामी वर्षा ऋतु तक शहर में पेयजल सप्लाई होना है। ऐसे में बूंद-बूंद पानी को बचाने की आवश्यकता है। गर्मी के दिनों में पानी वाष्पीकरण भी होता है। जबकि शहर में पेयजल सप्लाई लगातार बढ़ रही है। गर्मी में खपत और बढ़ेगी। पेयजल स्रोतों में भरा पानी जूून तक शहर की प्यास बुझा पाएगा या नहीं इसको लेकर नपा ने पानी को सहेजने के लिए कोई विशेष तैयारी नहीं की है। ऐसे में आगामी वर्षा ऋतु से पहले चंबल का पानी मंदसौर नहीं आया तो इस बार भी शहरवासियों को जलसंकट का सामना करना पड़ सकता है। उधर शिवना नदी से पानी चोरी रोकने के लिए दल बनाया गया है, यह दल लगातार सर्चिंग कर रही है। जबकी शिवना नदी के कैचमेंट एरियों में बारिश के बाद अगस्त में शिवना में बहाव शुरू हुआ था। अक्टूबर माह में शिवना नदी में पानी की आवक बंद हो गई। शिवना नदी में बहाव कम होते ही नपा ने रामघाट बैराज के दूसरी तरफ पशुपतिनाथ मंदिर की तरफ से दो पंप लगाकर सप्लाई के लिए पानी उलीच कर रामघाट में लिया जा रहा है। इससे पहले नपा ने रामघाट बैराज पर 14 फीट तक कड़ी शटर लगाकर पानी रोक लिया।
32 लाख गैलन पानी प्रतिदिन होता है सप्लाई
नगर में नपा द्वारा रामघाट से प्रतिदिन करीब 32 लाख गैलन पानी नगर में सप्लाई होती है। जबकि पिछले दो साल पहले 28 लाख गैलन पानी प्रतिदिन खपत होती थी। दो साल में करीब 1500 नल कनेक्शन बढ़ गए हैं। अभिनंदन, 500 क्वार्टर टिगरिया सहित कई कॉलोनियों के बढ़ जाने से चार लाख गैलन पानी की मांग बढ़ी है। इस कारण रामघाट पर 10 फीट पानी 20 से 25 दिन में खाली हो जाता है। वहीं नपा के अनुसार इतना पानी उपलब्ध है कि वर्षाकाल तक पेयजल सप्लाई हो सकेगा। नगर में 26 हजार नल कनेक्शन हैं।