Friday, March 29th, 2024 Login Here
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आज नपा परिषद की बैठक में होगा निर्णय,एजेन्डे मेें शामिल हुआ एनजीटी का आदेश
मंदसौर जनसारंगी।
मंदसौर शहर की जीवनरेखा तेलिया तालाब के लगातार छोटे होते स्वरूप को रोकने के लिए बिते दिनों एनजीटी के निर्देश पर प्रशासन ने एक टीम का गठन किया था जिसके जिम्मे तेलिया तालाब का सीमाकंन करने का जिम्मा है। इस कमेटी ने सोमवार से अपना काम शुरू कर दिया है इससे पहले शुक्रवार को जलसंसाधन विभाग और नगर पालिका के नक्शे के आधार पर सीमाकंन किए जाने की योजना तैयार की गई थी। इस दौरान राजस्व और जल संसाधन विभाग के अलावा अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे। उधर वर्तमान नगर पालिका की आखरी साधारण सभा की बैठक आज 22 दिसम्बर मंगलवार को नपा सभाग्रह में आहूत है जिसमें एनजीटी द्वारा लिए गये निर्णय को अमल में लाऐ जाने को लेकर विचार-विमर्श किया जाऐगा।
शहर के एकमात्र पिकनिक स्पाॅट ओर पेयजल आपूर्ति व भूजल स्तर बनाऐ रखने के लिए महत्वपूर्ण माने जाने वाले तेलिया तालाब संरक्षण को लेकर पिछले दिनों एनजीटी ने 63 पेज का बड़ा फैसला दिया था जिसमें मप्र शासन के प्रमुख सचिव से लेकर कलेक्टर,प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सहित कई जिम्मेदारों को फटकार लगाते हुए तालाब की डूब की भूमी की जमीन के संरक्षण को लेकर आदेश दिए थे। एनजीटी ने संरक्षण के साथ तालाब में मिल रहे गंदे पानी को रोकने के लिए मार्च 2021 तक की समय सीमा भी तय कर दी थी जिसके बाद से ही इसके संरक्षण की जिम्मेदारी संभालने वाले विभाग सकते में है। हालांकि तालाब की जमीन मामलें में काॅलोनाईजरों व समितियों ने सर्वोच्च न्यायालय में अपील कर रखी है जो विचाराधीन है इसके विरोध में तालाब संरक्षण के लिए साहू तेली महासभा ने भी याचिका लगा रखी है।एनजीटी के आदेश पर कलेक्टर मनोज पुष्प ने बिते दिनों अधिकारियों की बैठक लेकर तालाब सीमाकंन के लिए एक समिति का गठन किया है। सीमांकन के लिए राजस्व विभाग, जल संसाधन विभाग, नगर पालिका की संयुक्त टीम को जिम्मेदारी दी गई इसमें जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री, मंदसौर एसडीएम, नपा सीएमओ, अधीक्षक भू-अभिलेख को नियुक्त किया गया था ।कलेक्टर मनोज पुष्प की मौजूदगी में हुई बैठक में निर्णय लिए गए थे कि जल संसाधन विभाग के पास तेलिया तालाब का ब्रिटिशकालीन मूल नक्शा उपलब्ध है। इसका मिलान नगर पालिका के पास उपलब्ध वर्तमान नक्शे से किया जाए। नपा, राजस्व विभाग एवं जल संसाधन विभाग मिलकर दोनों नक्शों की भिन्नाता को चिन्हांकित करेंगे। यदि भिन्नता आती है, तो समिति उसे सामने लाएगी तथा जानकारी प्रदान करेगी। समिति ने अपना काम सोमवार से शुरू कर दिया शुक्रवार को तय किया गया था कि ऋषियानंद कुटिया के पास छोटे झरने से सीामंकन प्रक्रिया शुरु की जाएगी। यहीं से सीमांकन का काम सोमवार से अमले ने शुरु किया। यहां से रेवास देवड़ा रोड, नए कलेक्टोरेट, यश नगर, शासकीय कन्या महाविद्यालय होते हुए फिर से तेलिया तालाब के पिकनिक स्पॉट पर पहुंचेंगे। तहसीलदार नारायण नांदेड ने बताया कि अधिकारियों की उपस्थिति में आज से सीमांकन का काम शुरु कर दिया गया है। इसको लेकर पहले ही योजना तैयार कर ली गई थी। जिसके अनुसार ऋषियानंद कुटिया के पास से सीमांकन प्रक्रिया शुुरु की गई।
और क्या है एनजीटी के आदेश में
ऽ मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड तालाब में गंदा पानी मिलने से रोकें।
ऽ वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाने के लिए 31 मार्च 2021 तक की समयसीमा
ऽ तालाब की जमीन से अवैघ भराव और गंदगी हटवाऐ।
ऽ मप्र शासन के मुख्य सचिव को कहा कि तालाब में किसी तरह का अतिक्रमण ना हो।
ऽ गंदा पानी समय सीमा में नहीं रूका तो जिम्मेदार विभागों से प्रति ड्रेनेज प्रति माह पांच लाख का जुर्माना वसूला जाए।
ऽ एफटीएल व एमडब्ल्यू एल में किसी भी तरह का निर्माण नहीं होना चाहिऐ।
ऽ किसी भी स्थिति में व किसी भी तरह से तालाब का डूब क्षेत्र कम ना हो।

Chania