Saturday, April 20th, 2024 Login Here
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15 करोड़ की योजना से जनता को लाभ नहीं, दिन भर में कई बार में धानमंडी में लगता है जाम
मंदसौर जनसारंगी।

दस साल पहले महाराणा प्रताप बस स्टैंड को सीधे खानपुरा से जोड़ने की योजना बनी और 3 करोड़ खर्च कर लक्कड़पीठा ओवरब्रिज बनाया। इसके बाद 11 करोड़ में प्रतापगढ़ पुल से धुलकोट तक नया ब्रिज भी तैयार हो गया, लेकिन अब तक नयापुरा मार्ग से सीधे ब्रिज को जुड़ने के रास्ते में बाधा बन रहा मकान अभी तक नहीं हट पाया है जिसके कारण इतने सालों बाद भी ब्रिज का लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा हैं। मकान हटाने को लेकर कई बार नगर पालिका योजना बना चूकी है बावजूद इसके कार्ययोजना को अमलीजामा नहीं पहनाया गया जिसके कारण नयापुरा से ब्रिज को जोड़ने वाला मार्ग संकरा रह गया और रोज यातायात जाम की स्थिति बन रहीं है।
नपा ने सदर बाजार से यातायात का दबाव कम करने के लिए महाराणा प्रताप तिराहे से सीधे खानपुरा को जोड़ने के लिए सात साल पहले लक्कड़पीठा ओवरब्रिज की योजना बनाई थी। इसके तहत 3 करोड़ में लक्कड़पीठा ओवरब्रिज बनकर तैयार हो गया लेकिन पहले तो जिम्मेदारों ने ब्रिज को नयापुरा मार्ग से जोड़ने में कोई रुचि नहीं दिखाई थी और इधर मप्र सेतु विकास निगम से खानपुरा पुल से सीधे पशुपतिनाथ मंदिर को जोड़ने के लिए 11.70 करोड़ रुपए का लिंक ब्रिज बनवा लिया गया था। 15 करोड़ में दोनों ब्रिज बन कर तैयार हो गए इन पर आवागमन भी शुरू हो गया लेकिन यातायात जाम की समस्या रहने लगी क्योंकि नयापुरा से ब्रिज को जोडने वाले मार्ग पर मकान बाधा बन रहा है तमाम प्रयासों के बाद भी यह मकान हट नहीं पाया है और मार्ग चैड़ा नहीं हो पाया जिसके कारण दिन में कई-कई बार जाम की स्थिति बन रहीं है। हालत यह है कि यातायात विभाग ने खानपुरा प्रतापगढ़ पुलिया से सदर बाजार की और आने वाला रास्ता चार पहिया वाहनों के लिए पूरी तरह से बंद कर दिया है ऐसे में चार पहिया वाहनों को लक्कडपीठा की पुलिया से सीधे धानमंडी होते हुए नयापुरा रोड़ पर निकाला जाता है लेकिन यदि सामने से एक और वाहन आ जाऐ तो मार्ग पूरी तरह से जाम हो जाता है। बावजूद इसके नगर पालिका मकान को हटाने में रूची नहीं ले रहीं है और खामियाजा मंदसौर की जनता को यातायात का दबाव झेल कर उठाना पड़ रहा है। जबकी धानमंडी क्षेत्र में यातायात का भारी दबाव रहता है लेकिन फिर भी नगर पालिका इस योजना को पूरा नहीं कर पा रहीं है। बताया जाता है कि मकान मालिक ने  नपा में आवेदन कर मकान के स्थान पर अन्य स्थान पर भूमि देने की मांग की थी जिस पर नपा में कार्रवाई भी करीब तीन साल पहले शुरू हुई थी लेकिन बाद में नपाध्यक्ष प्रहलाद बंधवार की हत्या हो गई और यह मामला भी ठंडे बस्ते मंे चला गया जिसके कारण लोगों को अभी भी ब्रिज का लाभ नहीं मिल  पा रहा है।
नपा और प्रशासन मिलकर काम करेगें
धानमंडी के मकान मालिकों को बार-बार बुलाकर कई जगह दिखा दी है लेकिन वे कोई भी जगह लेने को तैयार ही नहीं हो रहे है। कभी हाॅ करते है और बाद में फिर से बदल जाते है। इसलिए अब प्रशासन और नगर पालिका मिलकर कोई कार्ययोजना बनाऐगें और जनता को ब्रिज का लाभ दिलाने के लिए प्रयास करेगें।
राम कोटवानी, नपाध्यक्ष

Chania