Thursday, April 25th, 2024 Login Here
आधा दर्जन के खिलाफ पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया
मंदसौर जनसारंगी।
चिटफंड कंपनियों द्वारा भोले-भाले लोगों को लालच में फंसाकर उनका करोडों रूपया लूटने के मामलें प्रकाश में आने के बाद मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान के निर्देश पर प्रशासन ने कार्रवाहीं शुरू की जिसके तहत पुलिस ने एक और चिटफंड कंपनी के कर्ताधर्ताओं पर शिकंजा कसते हुए उनकी सम्पत्ति को कुर्क किए जाने की कार्रवाहीं की। हालांकि इससे पहले भी पुलिस और प्रशासन ने भले ही कंपनियों पर कार्रवाहीं की है लेकिन लेकिन अभी तक लोगों को उनका इन कंपनियों मंे डूबा हुआ रूपया वापस नहीं मिल पाया है।
कोतवाली पुलिस ने बताया कि फ्यूचर मेकर लाईफ केयर प्रायवेट कंपनी लिमिटेड द्वारा लोगों को बड़ा लालच दिया गया। इसके चलते लोगों ने करोडों रुपए कंपनी में जमा करा दिए। बडे ब्याज और जल्द रुपया डबल करने के लालच में गरीब और मध्यमवर्गीय लोगों ने अच्छा खासा निवेश कर दिया। इसके बाद अन्य फर्जी कंपनियों की तरह इस कंपनी का ऑफिस भी बंद हो गया। इस मामले में लोकेश पिता कैलाशचंद्र निवासी गीता भवन रोड की रिपोर्ट पर पुलिस ने कंपनी के मेन प्रमोटर कैलाश पिता मोहनलाल आर्य निवासी नारायणगढ, राधेश्याम सुथार कंपनी के एमडी निवासी हिसार हरियाणा, सुंदर सेनी कंपनी के प्रमोटर निवासी हिसार हरियाणा, सुखदेव निवासी हिसार हरियाणा, बंशीलाल सिहाग निवासी टिडबी हरियाणा और सुरेशसिंह सोनगरा निवासी देवास नाका इंदौर के खिलाफ मामला दर्ज किया है जिसके बाद धोखाधडी की राशि म.प्र. निक्षेपको के हितों का संरक्षण अधिनियम 2000 के अंतर्गत प्राॅपर्टी की कुर्की कर निवेशकों के रूपये वापस लौटाने की कार्यवाही की जायेगी। पुलिस ने बताया कि लोकेश पिता कैलाश चंद्र सोनी निवासी महावीर कॉलोनी गीता भवन रोड मंदसौर और साथ में करीब 50 अन्य लोगों ने पुलिस को शिकायत करते हुए बताया था कि वर्ष 2017 में होटल आशुतोष कालाखेत मंदसौर में फ्यूचर मेकर लाइफ केयर प्राइवेट लिमिटेड चिटफंड कंपनी के प्रबंधक कैलाश आर्य पिता मोहनलाल निवासी नारायणगढ़, राधेश्याम सुथार निवासी गांव सिसवाल हिसार हरियाणा, सुंदर सैनी, निवासी चिनदड हिसार हरियाणा, सुखदेव सैनी निवासी चिनदड हिसार हरियाणा, बंसीलाल सिहाग निवासी टिब्बी फतियाबाद हरियाणा,सुरेश सिंह सोनगरा निवासी देवास नाका इंदौर के प्रमोटरों द्वारा मंदसौर स्थित होटल आशुतोष में सेमिनार कर बताया कि दो से 2500 रुपए निवेश करने पर कंपनी द्वारा प्रत्येक माह 29250 रुपए 24 महीने तक दिए जाऐगें जो कुल 70 लाख 20 हजार रुपए होते हैं । इस तरह कंपनी ने 2 वर्ष में 5 गुना वापस करने का लालच दिया जिनके झांसे मैं आकर मंदसौर एवं मंदसौर के आसपास के करीब 200 से अधिक लोगों ने फ्यूचर मेकर कंपनी में पांच करोड़ रुपए से अधिक की राशि निवेश कर दी । कंपनी के प्रमोटरों के द्वारा कुछ समय तक अपने प्लान के अनुसार राशि प्रत्येक माह निवेशकों को वापस करते रहे जब कंपनी के पास पांच करोड़ से अधिक राशि एकत्रित हो गई तो कंपनी के प्रमोटरों ने बहाने बनाकर राशि देने से आनाकानी करने लगे और मोबाइल बंद कर अपने निवास को छोड़कर धोखाधड़ी कर फरार हो गए। मंदसौर पुलिस की इस प्रभावी कार्यवाही से इस कंपनी के निवेशको में उनके मेहनत की पूंजी मिलने की उम्मीद पुनः जागी है। आगे भी चिटफंड कंपनियों के विरूद्ध संपत्ति कंुर्की की कार्यवाही जारी रखकर निवेशको के मेहनत के रूपये दिलवाने के प्रयास जारी रहंेगे।