Wednesday, April 24th, 2024 Login Here
मारवाड़ी युवा मंच द्वारा पंछी बचाओ अभियान समिति को 151 जल पात्र भेंट किए गए
मंदसौर।
आचार्य श्री रामानुजजी ने कहा कि हर जीव में ईश्वर बैठा है हम यह कार्य
किसी पक्षी के लिए नहीं ईश्वर के लिए ही कर रहे हैं और उस ईश्वरिय भाव से
मानवता की दृष्टि से जो भी हमसे काम होगा निश्चित रूप से वह आंतरिक सुख
देगा। आंतरिक सुख की अनुभूति ही सच्चा ईश्वरीय सुख हैं , यदि व्यक्ति को
आंतरिक सुख नही है तो सारी धन, दौलत , सम्पत्ति , सारे प्रदार्थ व वैभव सब
बेकार है।
आचार्य श्री ने यह उदगार अखिल भारतीय
मारवाड़ी युवा मंच शाखा मंदसौर द्वारा 151 जल पात्र पंछी बचाओ अभियान
समिति के तहत न्यूज़ टुडे ग्रुप को भेंट करते हुए व्यक्त किये। आचार्य
श्री रामानुज जी ने कहा कि धन दौलत के बल पर व्यक्ति बाहरी सुख तो
प्राप्त कर सकता है लेकिन भीतर का सुख नही । भीतर का आंतरिक सुख तो
मारवाड़ी समाज द्वारा किये जा रहे सेवा कार्यो से ही मिलेगा। आचार्य श्री ने
कहा कि जब भी पक्षी उस जल पात्र से जल पिएगा तो उसको महसूस होने वाली वह
शीतलता किसी न किसी रूप में आपको भी जरूर होगी। आचार्य श्री ने कहा कि मैं
तो चाहूंगा केवल मारवाड़ी समाज ही नही बल्कि मंदसौर के हर घर के बाहर
पक्षियों के लिए एक ऐसा पात्र होना चाहिए । ऐसे संस्कार से आपके परिवार
में भी संस्कार बनेंगे। जीव मात्र के लिए मानवता के लिए जो भी कार्य
करोगे उसका सुख परिवार को भी मिलेगा और परोपकार के कार्य कभी भी बेकार नही
जाते हैं।
मारवाड़ी युवा मंच के प्रांतीय उपाध्यक्ष
नरेंद्र अग्रवाल ने मारवाड़ी मंच द्वारा देशभर में संचालित गतिविधियों की
जानकारी दी । प्रदेश पदाधिकारी हेमंत अग्रवाल, महिला शाखा अध्यक्ष नेहा
सुमित मित्तल, सचिव रानी अनिल सिंहल संस्था द्वारा किये जा रहे कार्यो से
अवगत कराया। स्वागत भाषण संस्था अध्यक्ष नरेंद्र त्रिवेदी ने दिया।
आचार्य
श्री का स्वागत मारवाड़ी युवा मंच से सर्व श्री कन्हैयालाल देशमुख , विश्व
मोहन अग्रवाल, सुमित मित्तल , दिलीप सेठिया, लोकेश पालीवाल, न्यूज टुडे
ग्रुप से राकेश भाटी , संजय भारती ,महिला शाखा अध्यक्ष नेहा सुमित मित्तल,
सचिव रानी अनिल सिंहल , किरण सोनगरा , वंदना त्रिवेदी ,ममता अग्रवाल सहित
बड़ी संख्या में मारवाड़ी मंच के पदाधिकारी एवं सदस्यों ने किया।
श्री राठौड़ का किया सम्मान
आचार्य
श्री रामानुज जी ने मीडिया क्षेत्र में सक्रियता से कार्य कर रहे हैं
पूर्व पार्षद शम्भूसेन राठौड़ का सम्मान दुपट्टा ओढ़ा कर सम्मान भी किया।