Wednesday, April 24th, 2024 Login Here
भक्तों के दुःख दूर कर आरोग्य तीर्थ बन चुका है श्री हर्कियाखाल बालाजी का धाम मतदान से पहले कार्रवाहीं, 23 बदमाश तीन महिने के लिऐ जिलाबदर शिवना में नाइट्रोजन ज्यादा इसलिए फेल रही जल कुंभी.. बुनियादी संसाधनों का समग्र विकास भाजपा सरकार कर रही कार में बैठकर उतार रहे थे सट्टा, 9 सटोरिये गिरफ्तार, पांच करोड़ का हिसाब मिला मंदसौर की युवती के साथ रतलाम के कोचिंग संचालक ने किया दुष्कर्म मंदसौर नया रिकार्ड बनाऐ, डबल इंजन की सरकार करेंगी यहां विकास-सीएम डॉ यादव सीएम डॉ मोहन यादव ने मंदसौर में किया रोड शो, गांधी चौराहे पर जनसभा को भी संबोधित किया तैलीया तालाब पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित कमेटी की रिपोर्ट को सही माना एनजीटी ने किसान और गरीब के चेहरे पर मुस्कान लाने का काम किया मोदी सरकार ने संकल्प लेकर जीत के उद्देश्य से काम करें कांग्रेस कार्यकर्ता जिस वाहन की टक्कर से आरक्षक की मौत हुई उससे हो रहीं थी तस्करी बाईक सवार युवक के ऊपर पेड़ गिरने से मौत साबाखेड़ा फन्टे पर टर्न ले रही ट्रक में घुसी कार, पंप संचालक आनंद अग्रवाल की दर्दनाक मृत्यु किसान के खेत तक पानी पहुंचाकर तस्वीर बदल दी मोदी सरकार ने
सख्ती के बाद भी नहीं माने चालक पर धारा 144 अवेहलना की कार्रवाहीं
मंदसौर जनसारंगी।
जिला अस्पताल के बाहर सालों से सारे नियम कायदों को ताक पर रखकर संचालित हो रहीं एम्बुलेंस चालकों पर अवैध कमाई का चस्का इस कदर सिर चढ़ गया है कि इनमें से कुछ चालक प्रशासन के नियमों को भी मानने को तैयार नहीं है वह भी तब जबकि प्रशासन ने धारा 144 के तहत आदेश जारी करते हुए अब बिना निर्धारित बुथ से टोकन लिए मरीजों को ले जाए जाने पर पाबंदी लगा दी है और एम्बुलेंस को भी अस्पताल परिसर में खड़ा किया जाना बंद करवा दिया गया है बावजूद इसके मंगलवार को एक एम्बुलेंस चालक ने निर्धारित काउंटर से टोकन लिए बिना सीधे ही मरीज के परिजनों से बात कर ली और 25 सौ रूपए तय किराऐ की जगह 45सौ रूपए वसुल कर मरीज को ले जाने की कोशिश कर रहा था लेकिन इससे पहले पुलिस यातायात पुलिस ने कार्रवाहीं करते हुए उक्त एम्बुलेंस को जप्ती में ले लिया।
जानकारी के अनुसार प्रशासन के अवैध एम्बुलेंस संचालन पर सख्ती और किराया निर्धारित किए जाने के बाद नियमों को पालन कराऐ जाने की व्यवस्था भी की गई है । इसी दौरान  प्रकाश ग्वाला की एम्बुलेंस वाहन क्रमांक एमपी 44एल ए 0816 को चालक महेश मराठा चला रहा था लेकिन इस दौरान  तमाम नियमों को धता बताकर एक बार फिर परेशान मरीज के परिजनों को लूटने की कोशिश की। प्रशासन द्वारा रतलाम तक मरीज को ले जाने के लिए तय किए गये किराऐ पच्चीस सौ रूपए की जगह वह मरीज के परिजनों से 45 सौ रूपए वसुलने की कोशिश कर रहा था । जबकी उसे जिला अस्पताल से मरीज को ले जाना था तो इसके लिए मरीज को परिजन को निर्धारित प्रिपेड़ काउंटर पर जाकर टोकन लेना पड़ता इसी के अनुसार जिस एम्बुलेंस चालक का नंबर होता उसे भेजा जाता। बावजूद इसके एम्बुलेंस का चालक सीधे ही मरीज को ले जाने की फिराक में था वह भी मनमाने किराऐ पर ऐसे में पहले से ही नजरे गढाऐ पुलिस ने उसे धरदबोच लिया। इस दौरान एम्बुलेंस चालक ने पुलिस को बताया कि लक्की नाम का एक सफाई कर्मचारी अस्पताल में अब उसके लिए काम कर रहा है वह अंदर ही मरीज के परिजन से एम्बुलेंस के लिए बात कर रहा है और मनमाने किराऐ में एम्बुलेंस भिजवा रहा है।
ऐसे में यातायात पुलिस ने धारा 144 की अवेहलना करने पर एम्बुलेंस को जप्त कर थाने पर खड़ा करवा लिया और पूरे मामलें की जांच शुरू कर दी ।
अस्पताल के अंदर से ही जूड़े है अवैध कारनामों के तार
यह बात पहले भी कई बार सामने आ चूकी है कि अस्पताल परिसर में हो रहे अवैध कारनामों के तार अस्पताल के अंदर से ही जूड़े हुए है। मंगलवार को अवैध एम्बुलंेस संचालन पर हुई कार्रवाहीं के दौरान यह बात साबित भी हो गई है। क्योंकि अब प्रशासन ने मनमाने तरीके से संचालित हो रहीं एम्बुलेंस के संचालन पर पूरी तरह से रोक लगा दी तो अब अस्पताल के अंदर कार्यरत कर्मचारी ही इन एम्बुलेंस संचालकों के लिए काम करने लगे है। वे अब मरीज के परिजन के प्रिपेड काउंटर पर पहुंचने से पहले ही उससे सम्पर्क कर रहे है और मनमाना किराया तय कर मरीज को उनकी एम्बुलेंस में भेजने की कोशिश में लगे है क्योंकि मरीज का परिजन पहले ही परेशान होता है। चिकित्सक द्वारा अन्यंत्र रैफर किए जाने के बाद उसे जल्द से जल्द मरीज को रैफर किए गये अस्पताल तक जाने की जल्दी होती है इसी का फायदा एम्बुलेंस संचालकों का गिरोह उठाने की कोशिश कर रहा है और मरीजों को लूटने की कोशिश में अभी भी जूटा हुआ है।

Chania