Thursday, April 25th, 2024 Login Here
अनलाॅक से पहले प्रशासन की कार्रवाहीं, संक्रमण फैलने से रोकने शुरू किया अभियान
मंदसौर जनसारंगी।
कोरोना संक्रमण से बचने के लिए पिछले डेढ़ महिने से मंदसौर में लाॅक डाउन है लेकिन इस दौरान सब्जी, फल और दूध बेचने वालों के कारोबार लगातार चालु थे। घर-घर जाकर इन्होंने अपना कारोबार किया ऐसे में इनमें भी संक्रमण की संभावना है इसी के चलते अब जबकि 1 जून से अनलाॅक किए जाने की तैयारियां प्रारम्भ की जा रहीं है प्रशासन बतौर एहतियातन सब्जी, फल और दूध बेचने वालों की कोरोना जांच किए जाने का अभियान शुरू किया गया है जिसमें पहले ही दिन पूरे जिले भर में 1215 लोगों की जांच की गई इसमें 12 व्यक्ति पाॅजीटिव पाऐ गये।
आशंका जताई जा रहीं थी कि बाजार में लगातार फैरी लगाने वाले सब्जी एवं फल विक्रेता तथा घर-घर दूध बेचने जाने वाले कोरोना संक्रमित हो सकते है क्योंकि लाॅक डाउन में भी लगातार यह लोग आम जनता के सम्पर्क में थे। अनलाॅक से पहले इन लोगों की जांच नहीं की जाती तो ये कोरोना के वाहक हो सकते थे ऐसे में प्रशासन ने एहतियात बरतते हुए पूरे जिले भर में अभियान चलाकर सेम्पलिंग का काम किया गया जिसमें पाॅजीटिव भी मिले। इसकों लेकर कलेक्टर मनोज पुष्प ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए थे इसी के अनुसार पूरे जिले भर में एक साथ अभियान प्रारम्भ किया गया। जिसमें शामगढ़ में 207, सुवासरा में 105, मल्हारगढ़ में 152,गरोठ 151 सेंपल लिए गए इसके साथ ही पूरे जिले भर में 1215 लोगों की जांच की गई।
कोरोना को रोकने की दिलाई शपथ
अनलाॅक से पहले ग्रामीण क्षेत्र क्षेत्र में कोरोना को रोकने के लिए राजस्व अधिकारियों द्वारा क्राइसिस मैनेजमेंट समिति की बेठक लेकर ग्रामीण जनता को कोरोना को फिर से फैलने से रोकने के लिए जागरूक करते हुए शपथ दिलाई जा रहीं हे। इस दौरान ग्रामीणों ने शपथ ली कि कोरोना को अपने ग्राम में नही फैलने देंगे,गॉव में कोई भी विवाह या सामाजिक कार्यक्रम में बड़ा आयोजन नही करेंगे, गॉव में भयमुक्त वातावरण का निर्माण करेंगे एवं भ्रामक संदेशो से बचकर रहेंगे, कोरोना मुक्त गाँव की संकल्पना लेते है और इस हेतु समस्त प्रयास करेंगे, जब तक कोरोना की लहर है, तब तक बाहरी व्यक्तियों को ग्राम में प्रवेश नही करेने देंगे, भविष्य में आने वाली समस्त परिस्थितियों का मिलकर सामना करेंगे, ग्राम के सभी पात्र लोगों को वैक्सीन लगवाएंगें, यदि भविष्य में किसी ग्रामीण को कोरोना का हल्का लक्षण भी आता है तो तत्काल उसे शासन द्वारा कोरोना कीट की दवाई देंगे, लक्षण वाले मरीजों का इलाज शासकीय डॉक्टर से ही करवाएगे, समय-समय पर शासन द्वारा दिये गये निर्देशो का पालन करेंगे ।