Friday, March 29th, 2024 Login Here
पोस्ट कोविड ओपीडी में हुई जांच , पहले मिले सात मरीजों में से एक की हो चूकी है मौत
मंदसौर जनसारंगी।
कोरोना की आपदा के बाद ब्लेक फंगस भी महामारी का रूप ले चूकी है इससे मंदसौर की चिंताऐ भी लगातार बढ़ रहीं है क्योंकि गुरूवार को एक और मरीज मंदसौर में मिला है। पोस्ट कोविड ओपीडी में परीक्षण के दौरान इसमें ब्लेंक फंगस के लक्षण पाऐ गये जिसके बाद इसे तत्काल जिला चिकित्सालय भेजा गया जहां इसका प्राथमिक उपचार कर इंदौर के लिए रैफर कर दिया गया। दस दिन पहले मंदसौर में ब्लेक फंगस की दस्तक होने के बाद से मंदसौर जिले में 7 मरीज मिलने की पुष्टि हो चूकी है, तथा पांच संदिग्ध रूप से भेजे गये है इसके साथ एक और संदिग्ध मरीज गुरूवार को मिला इसमें से एक की मौत हो गई है।
दस दिनों में लगातार ब्लेक फंगस के मरीज मिलने से मंदसौर प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की चिंताएं बढ़ रहीं है। मंदसौर में अभी तक इसके उपचार की समुचित व्यवस्थाएं नहीं है इसी के चलते मरीजों को इंदौर या अन्य जगहों पर रैफर करना पड रहा है। लेकिन प्रारम्भिक जांच के लिए मंदसौर के लाभ मुनि नेत्र चिकित्सालय में सप्ताह में दो दिन परीक्षण किया जा रहा है। गुरूवार को इस पोस्ट कोविड ओपीडी में 39 ऐसे मरीजों की जांच की गई जिन्हें पूर्व में कोरोना हुआ था उसके बाद दिक्कत हो रहीं थी इसमें नाक, कान,गला की तकलीफ वाले 12, नेत्र के 13, मेडिकल 10 , सर्जिकल 3 एवं अन्य 1 मरीजों की जांच एवं उपचार डॉ विक्रम अग्रवाल मेडिकल रोग विशेषज्ञ , डॉ प्रदीप पाटीदार नाक कान गला रोग विशेषज्ञ , डॉ वैभव जैन सर्जिकल रोग विशेषज्ञ , डॉ अशोक सोलंकी नेत्र रोग विशेषज्ञ द्वारा किया गया इसमें एक संदिग्ध मरीज ब्लेक फंगस का मिला जिसे पोस्ट कोविड ओपीडी से जिला अस्पताल भेजकर प्रारम्भिक उपचार किया और तत्काल इंदौर के लिए रैफर कर दिया।
इससे पहले मिले सात मरीजों में से एक सीतामऊ तहसील में सुवासरा के पास गांव गोवर्धनपुरा के 56 वर्षीय व्यक्ति की उज्जैन मेडिकल कॉलेज में मौत होने की जानकारी भी सामने आई है बाकी 6 ब्लैक फंगस के मरीजों का इंदौर मेडिकल कॉलेज में उपचार चल रहा है।
सीएमएचओं डाॅ के.एल. राठौर ने बताया कि गुरूवार को पोस्ट कोविड ओपीडी में जांच के दौरान एक संदिग्ध ब्लेक फंगस का मरीज मिला है जिसे जिला चिकित्सालय में प्रारम्भिक उपचार के बाद इंदौर रैफर किया गया है।