Thursday, April 25th, 2024 Login Here
कोरोना संक्रमण ठीक होेते ही फंगस ने लिया चपेट में, आॅख के साथ ही मस्तिष्क में भी हो गया था संक्रमण
मंदसौर जनसारंगी।
कोरोना
काबु होने के साथ ही अब ब्लेक फंगस जिले में तेजी से पैर पसार रहा हैं।
शनिवार को मंदसौर के जनकुपूरा बैक स्कूल वाली गली में रहने वाले नानालाल
उपाध्याय उर्फ नाना महाराज उम्र 60 साल की इंदौर में ब्लेक फंगस के उपचार
के दौरान मौत हो गई। उन्हें दो दिन पहले मंदसौर से इंदौर ले जाया गया था।
इसके साथ ही ब्लेक फंगस से जिले में दो लोग कालकवलित हो चूके है तथा करीब
एक दर्जन लोगों का इंदौर तथा अन्य स्थानों पर उपचार चल रहा है।
मृतक
के दामाद भवानीशंकर ने बताया कि 13 मई को नानालाल उपाध्याय उम्र 60 साल को
कोरोना पाॅजीटिव होने के बाद मंदसौर के जीएनएमटीसी में भर्ती कराया गया
था। चार दिन पहले उनकी कोरोना रिर्पोट नेगेटिव आ गई थी लेकिन एक आॅख में
सूजन आने लगी थी जिसके कारण जीएनएमटीसी से उन्हें जिला चिकित्सालय रैफर
किया गया था यहां सिविल सर्जन एवं मेडिकल विशेषज्ञ डाॅ डी.के. शर्मा ने
परीक्षण कर ब्लेक फंगस की आशंका जताई थी और तत्काल इंदौर रैफर कर दिया था।
गुरूवार की देर रात इंदौर पहुंचकर उपचार शुरू हो गया था लेकिन बिमारी ने एक
आॅख के साथ ही मस्तिष्क में भी असर दिखा दिया था जिसके कारण मस्तिष्क में
खून का थक्का जम गया और शरीर का एक हिस्से में पैरेलेसिस हो गया था। करीब
22 घंटे चले उपचार के दौरान ही संक्रमण दोनो आॅख, मस्तिष्क में तो फैल ही
गया था शुगर भी बढ़ गई और इसी दौरान हार्ट अटैक भी आ गया जिसके कारण बिती
रात उनकी इंदौर में ही मौत हो गई।
परिजन शव को शनिवार
की सुबह मंदसौर लेकर पहुंचे जहां मुक्तिधाम पर अंतिम संस्कार किया गया।
उधर करीब एक दर्जन लोगों का उपचार इंदौर तथा अन्य अस्पतालों में चल रहा है।
मंदसौर में इसके लिए लाभ मुनि नेत्र चिकित्सालय में पोस्ट कोविड ओपीडी
प्रारम्भ की गई है। सप्ताह में दो दिन यहां चिकित्सक कोरोना से ठीक होने
वाले उन मरीजों का परीक्षण कर रहे है जिन्हें हल्के से भी ब्लेक फंगस के
लक्षण दिखाई दे रहे है। उधर नाना महाराज की मौत के साथ ही ब्लेक फंगस से
जिले में जान गंवाने वालें लोगों की संख्या दो हो चूकी है।