Thursday, April 25th, 2024 Login Here
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लगातार दो सीजन हो चूकी है खत्म, कईयों के हो चूके आर्थिक हालात खराब
मंदसौर जनसारंगी।
कोरोना के संकट में लगातार दूसरे साल विवाह समारोह पर प्रतिबंध था, लाॅकडाउन के कारण छोटे विवाह समारोह का भी ग्राहकी पर असर नहीं था यहीं कारण है कि अब दूसरी लहर के थमने के बाद अनलाॅक होने जा रहे बाजार को इस महिने में दस दिनों के विवाह मुर्हूत को लेकर उम्मीद बंध रहीं है। डेढ़ महिने का लाॅकडाउन झेल चूके व्यापारियों के आर्थिक हालात खराब है उन्हें उम्मीद है कि इन विवाह समारोह की अनुमति होने से बाजार कुछ गुलजार होगा और व्यापारियों की आर्थिक स्थिति थोड़ी सुधरेगी क्योंकि अगले चार महिने चार्तुमास होने के कारण कोई भी मांगलिक आयोजन नहीं होगा और बाजार में पूरी तरह से सन्नाटा पसरा रहेगा।
कोरोना की पहली लहर समाप्त होने के बाद व्यापारियों को उम्मीद बंधी थी कि अब व्यापार चलेगा लेकिन जैसे ही वैवाहिक सीजन आई कोरोना की दूसरी लहर का हमला हो गया और फिर से लाॅकडाउन हो गया, विवाह समारोह पर रोक के कारण कई लोगों ने शादी आगे बढ़ाई है। अब ये शादियां जून-जुलाई में या फिर नवंबर-दिसंबर के सीजन में होने की संभावना है। अब कल यानी एक जून से अनलाॅक हो रहा है इसमें सीमित संख्या में वैवाहिक आयोजन किए जाने की अनुमति सरकारी गाईड लाइन में शामिल की गई हैं। हालांकि बीस लोगों के शामिल होने की गाईड लाईन से लोगों के सामने समस्या है कि वे बारात निकालें या बैंड वालों को बुलाएं। इस तरह से शादियों से जुड़े व्यवसायियों को इस छूट से कोई लाभ होना नजर नहीं आता। लेकिन कई व्यापार को इन वैवाहिक आयोजनों से उम्मीद बंध रहीं है। इस अक्षय तृतीया जैसे महामुहूर्त में भी शादियां नहीं हो सकीं लेकिन अब जून और जुलाई में विवाह के 10 मुहूर्त  हैं। जून में 5, 18 से 23 तारीख और जुलाई में 1, 3 और 7 में ही मुहूर्त हैं। इसके बाद नवंबर में विवाह हो सकेंगे। इसी के चलते उम्मीद की जा रहीं है कि कई लोग इन मुर्हूत में ही सरकारी गाइड लाईन के अनुसार विवाह आयोजन सम्पन्न कर लेंगें क्योंकि सितम्बर में फिर से कोरोना की तीसरी लहर आने का अनुमान लगाया जा रहा है।
व्यापारियों को करोड़ों का नुकसान
शादियों के लिए जिन लोगों ने तैयारी की थी, उनकी खरीदारी नहीं हुई। इससे कपड़ा, सोना-चांदी और कास्मेटिक्स बाजार प्रभावित हुआ।  व्यापारियों के अनुसार शहरी क्षेत्र में सोना-चांदी बाजार में भी नाममात्र की खरीदी हुई है। सबसे ज्यादा असर टेंट, होटल, केटरर, बैंड और शादी से जुड़े अन्य व्यवसायों पर हुआ। लोगों ने बुकिंग कराई थी, जो निरस्त हो गई। व्यापारियों का कहना है अप्रैल-मई के शादी के सीजन में सालाना कुल कारोबार की 60 प्रतिशत ग्राहकी होती है। दो साल से बाजार ठप है।
लगातार दूसरे साल मेहमानों की संख्या फिक्स
कोरोना संक्रमण के कारण 2020 में भी अप्रैल-मई का वैवाहिक सीजन लॉकडाउन में ही निकल गया था। लोगों को शादियां कैंसिल करनी पड़ी थी। इसके बाद नवंबर दिसंबर में शादियां हुईं। तब भी प्रशासन ने सीमित संख्या में मेहमानों के बीच शादियों की परमिशन दी थी। विवाह मुहूर्त कम होने से इसलिए कई लोगों ने अप्रैल-मई 2021 में शादी करने की तैयारी की थी। इस साल भी कोरोना ने सब प्रभावित कर दिया।

Chania