Friday, April 26th, 2024 Login Here
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बिजली के खंभे क्षतिग्रस्त, पानी का प्रेशर नहीं झेल पा रही पाईप लाईनें फिर भी केवल नोटिस तक सीमित रह गई कार्रवाहीं
मंदसौर जनसारंगी।

पहले काला भाटा और अब चंबल योजना का सपना मंदसौर के लिए अधूरा रह गया, 52 करोड़ रूपया खर्च होने के बाद भी चंबल का पानी मंदसौर नहीं आ पा रहा है। जनता के घरों तक योजना पहुंचने ही धराशाई हो गई। भ्रष्टाचार इस कदर हुआ कि पानी का प्रेशर पाईप लाईनें झेल नहीं पा रही, बिजली के खंभे थोड़ी सी तेज हवाओं का सामना नहीं कर पा रहे। करोड़ों खर्च करने के बाद भी दोनों पंप चालू नहीं कर पा रहे हैं हालत यह है कि पाईप लाईन एक पंप का प्रेशर ही नहीं झेल नहीं पा रहीं हैं। बावजूद इसके भ्रष्टाचार की खटिया पर नोटिस का चादर बिछाने के अलावा जिम्मेदार कोई कार्रवाहीं करने को तैयार नहीं है। उधर चंबल का पानी नहीं आया लेकिन चंबल की इंटकवेल से आ रहा मलबा भी अब शिवना में ही डाला जा रहा है। इसका खुलासा शनिवार को कांग्रेस नेताओं ने स्थल अवलोकन करने के बाद किया।
चंबल योजना में चंबल के पानी से तेज दौड़ लगाई भ्रष्टाचार की धारा ने। पहले योजना पांच साल देरी से पूरी हुई। अब जब पूरी हुई तो कई भ्रष्टाचार कुछ ही दिनों में सामने आने लगे हैं। 2016 में केंद्र की अमृत योजना के तहत स्वीकृत हुई चंबल पेयजल योजना का ठेका मुंबई की एक पाईप कंपनी ने लिया था। योजना में गड़बड़ी की शुरुआत तभी हो गई थी। जब ग्राम कोलवी में नदी के बीच में इंटकवेल बनाने के बजाय उसे किनारे पर बना दिया गया था। तब भी नगरपालिका के इंजीनियर चुप्पी साधे रहे। ठेकेदार पर कार्रवाई आज तक नहीं हुई। जैसेे तैसे काम पूरा कर 18 अप्रैल को लाईन टेस्टिंग शुरु की गई तो पाईप लाईन में लीकेज मिलना शुरु हो गया। ग्राम कचनारा, मोतीपुरा, चंदरपुरा सहित बारह से अधिक स्थानों पर पाईप लाईन से फव्वारें का निकलने लगे। अभी लाईन ठीक करने का काम चल रहा है। इसी वजह से बाईस से पच्चीस लाख गैलन पानी ही मिल रहा है।
हवा में उड़ गई लाखों की बिजली लाईन
इंटकवेल पर 350-350 हार्स पावर के दो इंजिन चलाने के लिए 23 किमी विद्युत लाईन बिछाने का ठेका ताहिर खान को दिया गया। ठेकेदार ने घटिया निर्माण के चलते 28 मई को बाजखेडी के पास 18 से 20 खंभे बांस की तरह मुड गए।
खानापूर्ति के नोटिस जवाब पहले से तैयार
चंबल पेयजल योजना के भ्रष्टाचार को प्राकृतिक बवंडर  में दबाने की स्क्रिप्ट पूरी तरह तैयार है। सीएमओ ने खानापूर्ति के लिए तीन इंजीनियरों को नोटिस तो जारी कर दिए है और जवाब भी पहले से तय हो गए है।  अब कागज की तरह उड़ते विद्युत पोल और जगह जगह फूटती चंबल पाइप लाइन का सच कितना बाहर आता है यह दिलचस्प होगा।
यह है योजना
-52 करोड़ की चंबल पेजयल आवर्धन योजना
-18 अप्रैल को पहली बार 350 हार्स पावर का एक पंप चलाकर टेस्टिंग हुई।
-27मई को कुछ समय के लिए दोनों पंप चलाए, पाईप लाईन लीकेज हुई तो एक पंप बंद किया।
-28 मई को बाजखेडी में बिजली के दस खंभे धराशाही हो गए।
-पहली बार एक मई की रात को चंबल का पानी मंदसौर पहुंचा।
-पहली टेस्टिंग के दौरान कोलवी के समीप, कचनारा, चंदरपुरा सहित एक दर्जन स्थानों पर पाईप लाईन लीकेज मिली।

चंबल का पानी आया नहीं लेकिन शिवना में भी डाला जा रहा मलबा
कांग्रेसजनों ने किया जलाशयों का अवलोकन

मंदसौर जनसारंगी
एक तरफ चंबल का पानी मंदसौर नही आया लेकिन चंबल योजना की इंटकवेल से आ रहा मलबा भी शिवना नदी में डाला जा रहा है जबकि अब शिवना नदी में जितना पानी बचा है उससे जल संकट गहराने की स्थिति बन रहीं है बावजूद इसके गंदे पानी को नदी में मिलने से नहीं रोका जा रहा है। इसकों लेकर कांग्रेस ने नपा सीएमओं के समक्ष आपत्ति जताई।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष नवकृष्ण पाटील की अगुवाई में कांग्रेस का प्रतिनिधि मंडल नगर के जलाशयों रामघाट, कालाभाटा का अवलोकन करने के लिए निकला इस दौरान उन्होंने देखा कि जिस जहां पानी आरक्षित करके मंदसौर नगर को सप्लाय हेतु पानी उठाया जाता है और जिस स्थान पर वर्तमान में चंबल का पानी डाला जा रहा है उसी क्षेत्र में इंटकवेल साफ कर उसका गंदा किचड वाला पानी जलाशय में नपा के कर्मचारी मिला रहे है लेकिन इसे कोई रोक नहीं रहा है। इसकों लेकर मौके से ही पूर्व नपाध्यक्ष मोहम्मद हनीफ शेख ने सीएमओं से दुरभाष पर चर्चा की और तत्काल नदी में गंदे मलबे को मिलाऐ जाने से रोकने लिए कहा।
निरीक्षण के दौरान कांग्रेसजनों ने जलसंकट की आहट देखी और इस पर चिंता जताई क्योंकि रामघाट और कालाभाटा पर पानी तेजी से कम हो रहा है क्योंकि नपा जलस्त्रोंतों पर निगरानी भी नहीं रख पा रहीं है जिससे जो पानी शहर की जनता को पीने के उपयोग में आना चाहिए उसकी चोरी भी हो रहीं है।
  निरीक्षण के दौरान पूर्व नपा जलकार्य सभापति हाजी रशीद,पूर्व नपा सभापति जितेन्द्र सोपरा, पूर्व नपा सभापति प्रतिनिधिगण श्री तरूण खिंची, मोहम्मद आसिफ, जिला कांग्रेस प्रवक्ता सुरेश भाटी, पार्षद प्रतिनिधि श्री सादीक गौरी, श्री अश्फाक मेव, श्री विजय जैन चैधरी, श्री नमन खिची आदी अनेक कांग्रेसजन उपस्थित थे।

चंबल का पानी शहर को मिले
निरिक्षण के उपरांत इलेक्ट्रानिक्स मिडीया से चर्चा करते हुये जिला कांग्रेस अध्यक्ष नवकृष्ण पाटील ने कहा कि चंबल पेयजल योजना का पानी लाते हुये यह दावा किया गया था कि इसके आने के बाद मंदसौर नगर को प्रत्येक दिन पेयजल मिलेगा लेकिन बार- बार लाईन लिंकेज होने एवं अन्य समस्याये आ रही है जिसके कारण मंदसौर वासियो से जो वादे किये गये थे वे पुरे होते नही दिख रहे है। इस दौरान उन्होने कलेक्टर एवं नपा प्रशासक से चंबल का पानी पुरी क्षमता से मंदसौर तक लाने की मांग करते हुये जलसंकट का समाधान करने की मांग की।
चंबल के कारण शिवना का पानी भी नहीं सहेजा
निरिक्षण के दौरान पूर्व नपाध्यक्ष मोहम्मद हनीफ शेख ने चर्चा में कहा कि नपा के तमाम दावे धरातल पर विफल साबित हो रहे है। चंबल का पानी समय पर आने के दाव करते हुये मौजुदा पानी को नही सहेजा गया जिसके कारण हालात अब जल संकट के खडे हो गये है। लगातार चंबल पाईप लाईन में समस्या पैदा हो रही है। समाधान के बाद चंबल का पानी रह-रहकर मंदसौर आता है तो उसका प्रेशर इतना नही है कि प्रतिदिन मंदसौर नगर की जलापूर्ति कर सके। उन्होने नपा से तत्काल जलसंकट से निपटने के लिये आपात प्लानिंग बनाने की मांग की।

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