Saturday, April 20th, 2024 Login Here
आत्महत्या में तब्दील करने की कोशिश भी की, पुलिस ने किया खुलासा
मंदसौर निप्र । पांच दिन पूर्व धामनिया दीवान के पास रेल्वे टेक पर मिले शव की शिनाख्त करते हुए पुलिस ने इस पूरे घटनाक्रम को सुलझा लिया। मृतक की मौत आत्महत्या नहीं थी बल्कि उसकी हत्या कर उसे आत्महत्या की शक्ल देते हुए शव को रेल्वे टेक पर छोड़ा गया था ताकि देखने वालों को लगे की मृतक ने आत्महत्या कर ली है। मृतक का पौता आरोपी की बेटी को भगा ले गया था इसी रंजिश के चलते आरोपी ने हत्याकांड को अंजाम दिया।
इस पूरी घटना का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक तुषारकांत विघार्थी ने बताया कि 18 फरवरी को धामनिया दीवान के पास रेल्वे टेक पर भगवान पिता हीरालाल मेघवाल 65 निवासी बरखेड़ा लोया के रूप में हुई थी। मृतक भगवान लाल का पोता गोविंद पिता सुरेश मेघवाल 11 फरवरी को आरोपी राजू उर्फ हरिशंकर की 19 वर्षीय लड़की को भगा कर ले गया था। ँएसपी श्री विघार्थी ने बताया कि ग्राम धामनिया दीवान के पास रेल्वे टैक पर शव के मिलने के बाद मृतक की जेब से मिले आधार कार्ड से उसकी पहचान ग्राम बरखेडा लोया के भगवान लाल पिता हीरालाल मेघवाल, उम्र 65 वर्ष के रूप मे हुई। मृतक के परिजनाें द्वारा शव की पहचान की गई। परिजनों द्वारा बताया गया कि मृतक भगवानलाल मेघवाल का पोता गोविंद पिता सुरेश मेघवाल,11 फरवरी को राजू उर्फ हरिशंकर पिता कंवरलाल मेघवाल निवासी ग्राम चचोर की 19 वर्षीय लड़की को भगा ले गया था। 17फरवरी को राजू उर्फ हरिशंकर मेघवाल अपने साथी जगदीश पिता कन्हैयालाल मेघवाल निवासी टकरावद के साथ कार से अपनी पुत्री की तलाश में ग्राम ढाबला गुर्जर और गरोठ थाना क्षेत्र मे अपने रिश्तेदारों के यहां भी गया था। लेकिन उसे अपनी पुत्री और गोविंद के बारे मे कोई जानकारी नही मिली। हताश होकर रात करीबन 10.30 बजे बदला लेने की नीयत से, अपने साथी जगदीश मेघवाल के साथ गोविंद के घर ग्राम बरखेडा लोया पहुँचा। इस दौरान गोविंद के दादा भगवानलाल मेघवाल घर पर अकेले थे। उनसे राजू उर्फ हरिशंकर ने अपनी लडकी और गोविंद के बारे मे पूछताछ की, पर कोई जानकारी नही मिली। इससे क्षुब्ध होकर राजू और जगदीश ने हाथापाई करके गोविन्द के दादा भगवानलाल मेघवाल को अपनी कार मे बैठा लिया और रास्ते मे मारपीट कर राजू ने भगवानलाल की गला दबाकर हत्या कर दी। श्री विघार्थी ने बताया कि पकडे जाने के डर से और हत्या को आत्महत्या का रूप देने के लिए रात मे ही अपनी कार से भगवानलाल के शव को ग्राम धामनिया दीवान के पास रेल्वे टैक पर फेंक दिया फिर जगदीश को उसके घर छोड़कर खुद अपनी कार से अपने घर ग्राम चचोर पहुँच गया था। अगले दिन अपना इलाज कराने के बहाने नीमच के जिला अस्पताल मे भर्ती हो गया था।
श्री विघार्थी ने बताया कि घटनास्थल पर मिले साक्ष्यों एवं मृतक भगवानलाल को उठाकर ले जाने के चश्मदीद साक्षियों के कथनों के आधार पर आरोपी राजू उर्फ हरिशंकर मेघवाल, उम्र 42 वर्ष निवासी चचोर थाना रामपुरा जिला नीमच तथा जगदीश पिता कन्हैयालाल मेघवाल उम्र 30 वर्ष निवासी ग्राम टकरावद थाना शामगढ से पूछताछ कीं गई तो पहले तो आरोपियो ने पुलिस को गुमराह किया गया फिर दोनो आरोपियों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया। राजू मेघवाल से घटना मे उपयोग की गई उसकी सफेद रंग की हुंडाई सेंटो कार क्र. एमपी 09 टी 0980 को जप्त किया गया।