Thursday, April 25th, 2024 Login Here
चार फर्मो ने घोषित की दो करोड़ की अघोषित आय
मंदसौर निप्र। भजिये का ठेला लगाने वाला लाखों का आसामी है सूनने में यह खबर आश्चर्य में डालती है लेकिन यह सच्चाई है । जिला अस्पताल के सामने भजिये का ठेला लगाने वाला मालिक लाखों का आसामी निकला यह खुलासा आयकर विभाग की कार्यवाही के दौरान हुआ है यही नही सराफा व्यापारी, हुण्डी का दलाल और केमिकल का व्यापारी भी किसी से कम नही है साथ ही आरएमपी डॉक्टर का बेटा भी ऑडी कार में घुमता है । मंदसौर शहर की इन चार फर्मो ने करीब दो करोड़ रू. की अघोषित आय को उजागर किया है । हालाकि दलौदा में अभी जांच चल रही है ।
उल्लेखनीय है कि आयकर विभाग ने मंगलवार को मंदसौर शहर में चार फर्मो और दलौदा में क्लिनिक पर सर्वे की कार्यवाही प्रारंभ की थी इस कार्यवाही के दौरान मंदसौर की चार फर्मो ने दो करोड़ रू. की अघोषित आय घोषित की है जबकि दलौदा के क्लिनिक संचालक ने कोई राशि सरेण्डर नही की ऐसे में आयकर विभाग ने दस्तावेज जांच के लिए जप्त किए है ।
कहा जाता है कि मंदसौर में धन कूबेर बिराजते है यह सच्चाई भी दिख रही है जिस तरह से आयकर के छापे पड़ रहे है और अघोषित सम्पत्ति उजागर हो रही है । आयकर अधिकारी अजीतकुमार पिल्लई ने बताया कि सर्वे के बाद भजिया व्यवसायी लक्ष्मीनारायण राठौर और ब्यूटी पार्लर संचालक आशा राठौर ने अग्रिम कर के रूप में दस लाख रू. की राशि विभाग में जमा करने की सहमति दी है इसके अलावा सिध्दश्री ज्वेलर्स के संचालक अनिस पोरवाल ने 90 लाख रू. तथा कृष्णा आईल कार्पोरेशन के उज्जवल मेहता ने 50 लाख रू., कमीशन एजेन्ट विजय चौधरी ने 50 लाख रू. अग्रिम कर जमा करने की सहमति दी । पिल्लई ने बताया कि सभी व्यापारियों को 31 मार्च 2019 के पूर्व अघोषित आय पर आयकर अधिनियम की धारा 115 बीबीई के तहत 77.25 प्रतिशत आयकर भरना होगा । पिल्लई ने बताया कि दलौदा स्थित दो क्लिनिक पर भी सर्वे की कार्यवाही के बाद दोनों क्लिनिक के संचालक सुरेन्द्र जैन एवं उनके पुत्र निलेश जैन द्वारा कोई राशि सरेण्डर नही की गई इन दोनों स्थानो से विभाग ने जांच हेतु दस्तावेज जप्त किए है ।