Thursday, March 28th, 2024 Login Here
अपने बयानों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहने वाले प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर विवादास्पद बयान दिया है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि यदि कोई सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांग रहा है तो भारत सरकार को सबूत देकर उनका मुंह बंद कर देना चाहिए। इतना ही नहीं विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान की रिहाई के लिए उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को बधाई दी।
इंदौर के डेली कॉलेज के एल्यूमिनी मीट के लिए इंंदौर आए दिग्विजय सिंह ने भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव को लेकर पूछे गए सवालों पर कहा कि जब जैश-ए-मोहम्मद ने पुलवामा हमले की जिम्मेदारी ली उसके बावजूद पाकिस्तान को कौन से सबूत चाहिए। पाकिस्तान को अपनी सरजमीं पर आतंकवाद की सरपरस्ती को बंद करना चाहिए। जैश द्वारा इस घटना की जिम्मेदारी लेने के बाद पाकिस्तान को चाहिए था कि वो मसूद अजहर और हाफीज सईद को गिरफ्तार कर भारत को सौंपता।
इस पूरे मुद्दे पर हो रही राजनीति को दिग्विजय सिंह ने गलत बताया। उन्होंने कहा कि 1971 में इंदिरा गांधी, कारगिल युद्ध के दौरान अटलजी ने युद्ध को कभी मुद्दा नहीं बनने दिया।
'सबूत दें सरकार'
दिग्विजय सिंह से जब पूछा गया कि ममता बनर्जी सहित अन्य कुछ नेता 26 फरवरी को हुए सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांग रहे हैं। इस पर उन्होंने कहा कि भारतीय सेना पर पूरा भरोसा करना चाहिए। जो कार्रवाई के सबूत मांग रहे हैं उन्हें सबूत देकर उनका मुंह बंद करना चाहिए। आज सैटेलाइट के जरिए सभी कुछ संभव है, यदि भारत सरकार के पास सबूत है तो उन्हें दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि अमेरिका की तरह भारत को भी एयर स्ट्राइक के प्रमाण दुनिया के सामने रखना चाहिए।
इमरान को बधाई
दिग्विजय सिंह ने विंग कमांडर अभिनंदन को सुरक्षित भारत भेजने पर पाकिस्तानी पीएम इमरान खान को बधाई दी। उन्होंने कहा कि पाक पीएम ने अच्छा कदम उठाया है जो हमारे पायलट को सकुशल रिहा किया। कैलाश विजयवर्गीय के बयानों पर कहा की इन दिनों विजयवर्गीय भटक गए है
पुलवामा में बड़ी चूक हुई
दिग्विजय सिंह ने कहा कि पुलवामा हमला बहुत बड़ी चूक है। जब खुफिया एजेंसियों ने इनपुट दिया था कि जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी फिदायीन हमला कर सकते हैं तो फिर ऐहतियात क्यों नहीं बरती गई। जवानों के काफिले में कैसे गाड़ी 300 किलो विस्फोटक लेकर घुस गई। क्यों गाड़ियों की चेकिंग नहीं की गई। इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हो गई।