Friday, March 29th, 2024 Login Here
मंदसौर निप्र। सरकारी अनुदान दिलाने के लिए 12 हजार रू. की रिश्वत लेते हुए ग्राम विस्तार अधिकारी को लोकायुक्त ने रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया । ग्राम उद्योग विस्तार अधिकारी जगदीश शर्मा सरकारी योजना में हितग्राही को मिलने वाले अनुदान की राशि जारी करने के लिए रिश्वत मांग रहा था ।
जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के अंतर्गत संचालित जिला हाथकरघा विभाग में ग्रामों उद्योग विस्तार अधिकारी जगदीश शर्मा ने सेमली के आसीफ से लोन स्वीकृत होने पर मिलने वाली 1 लाख 59 हजार रू. के अनुदान को खाते में टांसफर करने के नाम पर 20 हजार रू. की रिश्वत मांगी थी जिसमें से 5 हजार रू. आसीफ दे भी चुका था 15 हजार रू. और देना थे लेकिन बाद में 12 हजार रू. में सेटलमेन्ट हो गया था, मंगलवार को 12 हजार रू. की यह राशि आसीफ उसे देने के लिए आया लेकिन राशि देने से पहले उसने लोकायुक्त को शिकायत कर पूरे मामलें से अवगत करा दिया था जिसके चलते मौके पर लोकायुक्त की टीम भी घात लगाकर बेैठी थी जैसे ही आसीफ ने रिश्वत की राशि दी लोकायुक्त ने उसे धरदबोच लिया उसके हाथ धुलवाएें तो पानी रंगीन हो गया और पहनी हुई शर्ट की जेब में 500-500 के नोट रखे थे, शर्ट भी रंगीन हो गई जिसे लोकायुक्त की टीम ने जप्त किया । करीब दो घंटे की कार्यवाही के दौरान लोकायुक्त की टीम ने बॉण्ड भरवाकर जगदीश शर्मा को छोड़ दिया । उधर आरोपी जगदीश शर्मा का कहना था कि आसीफ के परिवार के तीन प्रकरण थे जिसमें से शब्बीर को राशि जारी हो गई थी लेकिन आसीफ व सद्दाम की राशि बजट के अभाव में जारी नही हो पाई उसे गलत फंसाया गया है । उधर शिकायतकर्ता आसीफ का कहना था कि सेन्टींग लगाने के तरापे खरीदने के लिए मैने कर्ज लिया था लेकिन अनुदान राशि देने के लिए बेवजह देर की जा रही थी इससे परेशान होकर शिकायत की थी ।
सरकारी योजना में अनुदान राशि देने के नाम पर रिश्वत मांगने की शिकायत आसीफ ने 19 मार्च को की थी जिस पर कार्यवाही कर ग्राम उद्योग विस्तार अधिकारी को रंगे हाथ पकड़ा है उसके हाथ व शर्ट रंगीन हो गए, लोकायुक्त ने बॉण्ड भरवाकर उसे छोड़ दिया ।
वेदांत शर्मा, डीएसपी लोकायुक्त