Thursday, March 28th, 2024 Login Here
अज्ञात हमलावरों ने किया घर के बाहर हमला, पुलिस जुटी सर्चिंग में
मंदसौर निप्र । डायमंड ज्वैलर्स के संचालक अनिल सोनी की बुधवार की रात अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। सोनी पर हमला उस समय किया गया जब वह अपने घर के बाहर घूम रहा था तभी अज्ञात हमलावर वहां पहुंचे और नजदीक से सोनी के सीने में गोलिया दाग दी। एक के बाद एक चार फायर हमलावरों ने किये।गोलियों की आवाज सूनकर सोनी के परिजन तत्काल बाहर आये लेकिन तब तक हमलावर मौके से भाग निकले थे। परिजन घायल सोनी को लेकर तत्काल अस्पताल पहुंचे जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद पुलिस अधीक्षक विवेक अग्रवाल व कलेक्टर धनराजू एस भी अस्पताल पहुंचे और घटना की जानकारी ली।
घटना रात करीब 9 बजे की बताई जा रहीं है। सोनी के परिजनों के मुताबिक सोनी अपने कार्यालय से घर पहुंचे और घर के बाहर ही टहल रहे थे। इस दौरान वे अकेले थे उनके कर्मचारी और परिजन सभी घर के अंदर ही थे। इसी दरम्यिान अज्ञात हमलावर वहां आये और सोनी को गोली मार दी। गोलियां सोनी के सीने में लगी जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। घटना के बाद अस्पताल में सोनी के परिजन भी पहुंचे और पुलिस पर सांठगांठ के आरोप लगाऐ और कहा कि पुलिस की मिलीभगत के कारण ही यह घटना हुई है। परिजनों ने मंदसौर के पूर्व एसपी पर भी आरोप लगाये और कड़ी कार्यवाहीं की मांग करते हुए एसपी को बुलाने की मांग की, परिजनों ने जिला अस्पताल के आपात कक्ष से सोनी का शव भी हटाने नहीं दिया। बाद में पुलिस अधीक्षक श्री अग्रवाल और कलेक्टर धनराजू एस भी वहां आये, परिजनों से चर्चा की लेकिन फिर भी परिजन नहीं माने। बाद में पुलिस ने किसी तरह समझा-बुझाकर उन्हें शांत किया और शव को वहां से हटवाया।
पहले भी हमला हो चूका है सोनी पर
मृतक अनिल सोनी और उसके भाई अजय सोनी पर पूर्व में नीमच में हमला हुआ था जिसमें अजय सोनी गंभीर रूप से घायल हो गया था। इसके बाद करीब दो साल पहले मंदसौर के कालाखेत स्थित डायमंड ज्वेलर्स पर भी हमला हुआ था लेकिन इस घटना में कोई जनहानी नहीं हुई थी। इन घटनाओं के बाद से सोनी ने सहकारी बाजार रोड़ पर भयमुक्त सेवा संस्थान खोलकर आम जनता को भयमुक्त करने का दावा किया था लेकिन विधानसभा चुनाव के दौरान पुलिस ने सोनी पर दर्ज अपराधों के चलते उसे जिला बदर कर दिया था। जिला बदर की कार्यवाहीं खत्म होने के बाद कुछ दिनों पहले ही सोनी वापस मंदसौर आया था।
बीस मिनिट बाद तक नहीं पहुंची पुलिस
देश में लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगी हुई है, चौराहो-चौराहों पर पुलिस की सर्चिग हो रहीं है बावजूद इसके हमलावर पुलिस की गिरफ्त में नहीं आये और तो और पुलिस अस्पताल में भी करीब बीस मिनिट बाद पहुंची। नई आबादी टीआई सुजित श्रीवास्तव अस्पताल पहुंचे लेकिन वे परिजनों को समझाने में कामयाब नहीं हो पाये। काफी देर तक वे परिजनों को समझाते रहे लेकिन परिजन कार्यवाहीं की मांग को लेकर अड़े रहे।
आधा दर्जन से ज्यादा टीमे जूटी जांच में
घटना के बाद पुलिस ने आठ टीमें बनाई जिन्होनें अपराधियों की धरपकड के लिये घेराबंदी शुरू की। पुलिस ने पूरे जिले भर में नाकाबंदी करने के साथ ही संदिग्ध ठिकानों पर भी सर्चिग शुरू की। उधर अस्पताल में परिजनों ने कुछ संदिग्धों के नाम बताऐ जिसके आधार पर पुलिस उनकी भी तलाश कर रहीं है। फिलहाल पुलिस के हाथ अपराधी नहीं आये है। उधर पुलिस की एक टीम मृतक सोनी के घर के बाहर स्थित घटनास्थल पर भी पहुंची और जांच पड़ताल की। मौके से पुलिस को तीन खाली कारतूस भी मिले जिन्हें पुलिस ने जब्ती में लिया है।