Thursday, April 25th, 2024 Login Here
मंदसौर निप्र। भीषण गर्मी के बीच अचानक मंगलवार को मौसम ने करवट बदली, खुले आसमान में बादल छा गए,देखते ही देखते कुछ ही घंटो मे मौसम बारिश जैसा हो गया, सोमवार-मंगलवार रात अचानक तेज बारिश शुरू हुई जो मंगलवार को रात करीब 9.30 बजे तक रूक-रूक कर होती रही । जानकारी के अनुसार एक इंच से अधिक बारिश हो गई । इधर बारिश के कारण सामान्य जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया, कृषि उपजमण्डी में पहुंचे किसानो की उपज बारिश के पानी के साथ बह गई । बे-मौसम हुई बारिश से जिलें में कही कोई जनहानि नही होने की जानकारी है लेकिन सीतामऊ तथा गरोठ क्षेत्र में करंट लगने से दो पशुओं की मौत होने की जानकारी मिली है । इधर बारिश के साथ मकई के दानो से ओले भी गिरे । सोमवार-मंगलवार की रात से प्रारंभ हुई बारिश के कारण आम जनजीवन को प्रभावित किया, कई परिवारोंमें वैवाहिक आयोजन भी चल रहे थे, अधिकांश परिवारों द्वारा गर्मी के दिन होने के कारण खुले में ही आयोजन किए जाते है, ऐसे में अचानक बदले मौसम के कारण कई शादी समारोह की व्यवस्थाएें भी बिगड़ गई, जिले में स्थित मण्डी क्षेत्र में किसान भी बारिश के कारण परेशान होते दिखे, मंदसौर कृषि उपजमण्डी में पहुंचे किसान रामलाल सूर्यवंशी, भेरूलाल गुर्जर ने बताा कि वह तथा उसके जैसे कई किसान गेहूं, लहसून, सोयाबीन आदि फसल बिक्री के लिए लेकर पहुंचे थे, यहां नीलामी के लिए खुले मैदान पर फसल को रखा हुआ था, अचानक तेज बारिश से फसल गिली तो हो ही गई, बारिश के बहाव में गेहूं, सोयाबीन जैसी उपज बहकर निकल गई जिससे की काफी नुकसान होता दिख रहा है, खास बात यह है कि इस प्रकार की स्थिति निर्मित होने के बावजुद मण्डी समिति का कोई जिम्मेदार देखने तक नही पहुंचा ।
बिजली होती रही गुल
अचानक हुई बारिश ने एक बार फिर बिजली कंपनी की पोल खोल कर रख दी, बिजली विभाग हर वर्ष लाखों रूपये मेन्टेनेन्स के नाम पर खर्च करता है बावजुद इसके जरा-सी बारिश या आंधी - तुफान लाखों रूपये के मेन्टेनेन्स को झेल नही पाते । मंगलवार को भी जैसे ही बारिश शुरू हुई शहर के विभिन्न क्षेत्रों में बिजली गुल हो गई, शहर के रामटेकरी क्षेत्र में तो रात करीब 9.45 बजे तक भी बिजली की व्यवस्था पुनः सूचारू नही हो पाई थी।
भानपुरा में भी हुए किसान परेशान
भानपुरा मे जोरदार बारिश के कारण कृषि उपज मण्डी परिसर मे समर्थन मुल्य पर तुलाने लाये सेकडो क्विंटल गेहूं पुरी तरह गीले हो गये । साथ ही तुले हुये गेहु जो गोदाम मे नही भेजे गये वह भी गीले हो गये। मण्डी के शेड मे व्यापारियो का सहकारी सस्थाओ का गैहु जमा था। किसानो के गेहु खुलै मेदान मे होने के कारण अचानक हुयी बारिश मे खराब हो गये। सुबह 4 से 5.30 तक तेज हवा व बादलों की गर्जना के साथ बारिश हुयी किसान कुछ भी नही कर पाये। बेमौसम हुई बारिश ने गेहु को पुरी तरह गीला कर दिया व परिसर मे रखे बारदान भी गीले हो गये। किसानण्बेबस देखता रह गया। इस आपदा से ग्रसित किसानो मसुँर अली, कवरलाल गायरी, श्यामलाल, रुधुनाथ, मदन मीणा, गुड्डी बाई , गोपाल धाकड सहित कई ने बताया कि हमारे गेहु पुरी तरह गीले हो गये। शासन जो हालतण्हे उसमे गेहु तुलाये इसमे हमारा कोई दोष नही है।
उधर प्रबंधक कवरँलाल अहीर ने बताया कि हम खराब गेहु नही तुला सकते हम मोका पचँनामा बनाकर नेफेड को भेजेगे जेसा भी निर्देश होगा उसका पालन करेगे । तुला हुआ माल लोड न होने के कारण शेड मे जगह नही हे साथ ही हम्माल कि भी कमी है। मौके पर देखने मे आया कि तोल केंद्र पर न पेयजल कि व्यवस्था थी न चोकीदार नजर आये सब व्यवस्था किसानो को खुद करनी है। बेमौसम अचानक हुयी बारिश से एक हजार क्विंटल गेहूं गीला हो गया। साथ ही परिसर मे जगह जगह पानी भर गया।