Thursday, April 25th, 2024 Login Here
आर्थिक मार झेल रहे लोगों पर बड़ रहा बोझ
मंदसौर निप्र । केंद्र के साथ राज्य सरकारें जनता के साथ खड़ी है। लोगों को जितना हो सकें, उतनी राहत देने के प्रयास किए जा रहे हैं। इधर बात करें मंदसौर नगरपालिका की तो कोरोना जैसी महामारी में लोगों का खून चूसने से जिम्मेदार बाज नहीं आ रहे। बात करें जलकर की तो लॉक डाउन में पहले नपा कार्यालय में कार्य बंद रहा। इसके बाद लॉक डाउन में पुलिस की सख्ती के कारण लोग घर से बाहर नहीं निकल पाए। यहीं कारण रहा कि समय पर बिल नहीं भरे जा सके। लॉक डाउन में लोगों पर रहम दिखाने की बजाय अब नगरपालिका इन लोगों से पेनल्टी वसूल कर रही है। ऑॅनलाइन बिल भरने की सुविधा बताकर जिम्मेदार अपने आपको बिलगेटस समझ रहे हैं, लेकिन उन्हें यह जानकारी नहीं है कि अधिकांश लोगों को मोबाइल में नंबर डायल करना तक नहीं आते। ऐसे में नपा की इस हवाई यात्रा में सफर करना हर आदमी के बस की बात नहीं है।
लॉक डाउन में लोगों राजस्थान सरकार ने बिल बिल माफ कर दिए। राज्य सरकारें अपने स्तर पर कोई न कोई मदद आम जनता की कर रही है, लेकिन मंदसौर की सरकार कुछ अलग ही मूड में नजर आ रही है। दो माह से घरों में बेरोजगार बैठे कई लोगों के घरों में राशन तक नहीं है। ऐसे भी लोग है जो एक समय भूखा रहकर या एक समय सेव परमल से काम चलाकर गुजारा कर रहे हैं। ऐसे में मंदसौर नगरपालिका को जलकर वसूली की पड़ी हुई है। वह भी पेनल्टी के साथ। लॉकडाउन के बीच नगर पालिका ने जल-कर की राशि समय पर जमा नहीं करने पर पेनल्टी लगाई है। लोगों में आक्रोश यह है कि एक तरफ नपा पेनल्टी लगा रही है वहीं राशि जमा करने के लिए नपा की जल-कर शाखा कार्यालय भी समय पर नहीं खुल रहा है। लोगों का कहना है कि कोरोना महामारी के कारण पहले ही लोगों की आर्थिक स्थिति खराब है। ऐसे में नपा जल-कर समय नहीं जमा नहीं करने पर पेनल्टी लगा रही है। यह न्यायोचित नहीं है। लॉकडाउन के दौरान नपा का कार्यालय भी कई दिनों तक बंद रहा। ऐसे में हम कैसे और कहां राशि जमा करवाते। ऐसे समय में जल-कर में राहत देना चाहिए और जो पेनल्टी लगाई है वह माफ होना चाहिए। कल भी लोगों का आक्रोश नपा में देखा गया। आक्रोशित लोगों से चर्चा करने पहुंचे नपा इंजीनियर बीबी गुप्ता ने पहले उन्हें समझाने का प्रयास किया और फिर कहा कि जल-कर की राशि घर बैठे भी जमा की जा सकती है। इसके लिए एक पर्चा देकर एप्लीकेशन लिंक बताई।
खाकी के साये में कैसे पहुंचते नपा?
करोड़ों खर्च कर जिला अस्पताल से दशपुर कुंज तक पुल बनाने के दावे करने वाले नपाध्यक्ष राम कोटवानी से बिल माफ करने की उम्मीद लोगों को थी। उम्मीद के विपरित पेनल्टी वसूलने का काम शुरु हो गया। सबसे बड़ी बात यह है कि पेनल्टी ःयों ली जा रही है यह समझ से परे हैं। लॉक डाउन में पहले नपा कार्यालय की जलकर शाखा बंद रही। इसके बाद लंबे समय तक पुलिस ने सख्ती से लॉक डाउन का पालन कराया। प्रश्र यह उठता है कि लोग बिल कैसे जमा कराते। इसके बाद ऑॅनलाइन बिल जमा करने की बात कहीं जा रही है, लेकिन जिम्मेदार यह भूल गए है कि आज भी ऐसे लोग हैं जिनके बैंक में खाते तक नहीं और अधिकांश को मोबाइल में नंबर तक डायल करना नहीं आते।
पेनल्टी वसूलना कतई नही हैं व्यवहारिक
संजय हिल्स निवासी शंकर प्रजापति का कहना था कि नपा द्वारा जल-कर पर पेनल्टी वसूल करना बिलकुल भी व्यवहारिक नहीं है। रियायत देने की बजाय आम जनता से वसूली करना उचित नहीं है 125 रु की जगह 156 रु जमा करने का मैसेज मुझे मिला है। वही बोहरा बांखल निवासी सैफुद्दीन बोहरा ने कहा कि मोबाइल पर पेनल्टी के साथ जल-कर जमा कराने का मैसेज मिला। हम लॉकडाउन में भी बिल जमा कराने आए थे तब भी नपा का जल-कल कार्यालय बंद था। सोमवार को बिल जमा कराने आए तब भी कार्यालय नहीं खुला था।