Wednesday, April 24th, 2024 Login Here
मंदसौर निप्र ।शुक्रवार सड़क पर तफरी कर रहे टाईगर ( बाघ ) की एक फोटो मंदसौर जिले में सोशल मिडिया पर वायरल हुई है जिसमें फोटो के साथ यह भी उल्लेख है की उक्त टाईगर मंदसौर जिले के गांधीसागर से आगे राजस्थान के चित्तौड़ जिले के रावतभाटा व कोटा वन क्षेत्र में देखा गया है और ब्यावर बस से जा रहे यात्री द्वारा फोटो क्लिक किया गया है।
इस पोस्ट की सत्यता की जांच हेतु कोटा वनमंडल अधिकारी अनुराग भटनागर से चर्चा की गई। डीएफओ कोटा ( वन क्षेत्र बाराँ चित्तौड़ कोटा ) अरुण भटनागर ने बताया की पोस्ट महज एक अफवाह है। पिछले 40 साल से इस रावतभाटा चितौड़ क्षेत्र में कोई टाईगर नही है। टाईगर ( बाघ ) जो है वे राजस्थान के सारिस्का , मुकंदरा हिल्स कोटा टाईगर रिजर्व एंव रणथम्बोर अभयारण्य में है। रावतभाटा बाराँ वन क्षेत्र में बघेरा 12 -13 ( पैंथर ) जरुर है। मुकंदरा में 4 टाईगर है लेकिन उनका इस क्षेत्र में कोई मुवमेंट नही पाया गया है। मुकंदरा व रावतभाटा क्षेत्र की दुरी बहुत अधिक है। मुकंदरा में जो 4 टाईगर है वे कम्पलीट सुपरवीजन में है और कैमरा ट्रैप अंतर्गत नजर में है। पिछले सप्ताह बुंदी रामगढ़ वन क्षेत्र में मुकंदरा का एक बाघ पहुंचा था। सभी बाघो की रैग्युलेटर मानिटरींग चलती रहती है। भारत में वैसे भी टाईगर कम है इस तरह टाईगर को बिना मानिटरिंग के छोडा़ भी नही जा सकता है। एक एक बाघ की एक एक पल की मानिटरींग होती है।
इधर गांधीसागर ( भानपुरा ) क्षेत्र से जुडे़ होने के कारण मंदसौर नीमच जिले में भी उक्त पोस्ट सोशल मिडिया में खुब वायरल हुई है। जानकारी के अनुसार गांधीसागर के बाद राणासागर ( रावतभाटा ) से आगे जवाहर सागर बांध जंगल क्षेत्र मुकंदरा हिल टाईगर रिजर्व क्षेत्र में जुडा़ है। मुकंदरा क्षेत्र में जवाहर सागर अभयारण्य ,चम्बल घडी़याल अभयारण्य , झालावाड़ व कोटा वन क्षेत्र आता है। मुकंदरा राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र है । चम्बल के अलावा कालीसिंध , आहु व आमझर नदीयाँ जुडी़ है। कोटा वन क्षेत्र एरीया में तैनात वन अमले द्वारा वन क्षेत्र में आने वाले प्रत्येक पशु पक्षी की जानकारी हर मिनट में अपडेट की जाती है। रावतभाटा क्षेत्र में टाईगर दिखने जैसी घटना की कोई भी पुष्टी नही हुई है। उक्त पोस्ट कोटा रावतभाटा के संदर्भ में बिलकुल गलत है। खास बात यह भी की टाईगर भुखा नही रहता है ,पेट भरने के लिये जीव मारता है लेकिन एसा कोई घटनाक्रम रावतभाटा क्षेत्र में नही हुआ है।