Thursday, April 25th, 2024 Login Here
मंदसौर जनसारंगी।
करोना के बढ़ते मरीजों की ज्यादा संख्या के कारण अस्पताओं में बेड की कमी है, आॅक्सीजन, दवाओं की भी कमी है लेकिन भारतीय संस्कृति में अहम् स्थान रखने वाले योग के सहारे करोना के मरीज घर पर रहकर ही करोना से जंग जीत रहे है। मंदसौर जिले के रहने वाले मनोज सोनी बताते हैं कि मैं कोरोना संक्रमित होने के पश्चात चिंता ग्रस्त हो गया था। मैं 10 दिन तक होम आइसोलेशन रहा तथा घर पर ही योग का अभ्यास किया। योग के अभ्यास करने से मुझे दो फायदे हुए। एक फायदा यह हुआ कि योग करने से मानसिक तनाव कम हुवा और शरीर में एक सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न हुई। दूसरा योग करने से कोरोना संक्रमण जल्दी से जल्दी कवर हुआ। योग को कराने एवं सिखाने में आयुष विभाग का बहुत योगदान रहा। इस वजह से मुझे शारीरिक के साथ-साथ मानसिक सुख भी प्राप्त हुआ।
सोनी ने बताया कि योग के माध्यम से हमने विविध प्रकार की गतिविधियां करी। योग करने से सबसे बड़ी बात यह देखने को मिली शरीर के अंदर जो कमजोरी होने लगी थी, वह कमजोरी धीरे-धीरे खत्म होने लगी। जिससे शरीर में शक्ति भी उत्पन्न होने लगी। मैंने कोरोना संक्रमित होने के पश्चात योग को निकट से जाना एवं उसके फायदे भी देखें। इसलिए मैं सभी से कहूंगा कि योग पर विशेष तौर पर हमें ध्यान देना चाहिए। भारतीय संस्कृति हम योग करना सिखाती हैं। हमारी संस्कृति में योग एक समय अनिवार्य हिस्सा था। हमे उसे भूलना नहीं चाहिए। वापस उस तरफ लौटना चाहिए।