Monday, May 6th, 2024 Login Here
घरों की बत्तियां गुल,दीपक,मोमबत्ती और टॉर्च से हुआ रोशन,बच्चे,बूढे, महिलाओं, युवाओं ने की उत्साह से भागीदारी
मंदसौर जैसे ही घड़ी की सुई ने रात के 9 बजाएं हर घर की बिजली बंद कर दी गई, हर जगह दीपक, मोमबत्ती, टॉर्च से कोरोना के अंधियारे को दूर कर आशा की रोशनी से जगमग कर दिया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस आव्हान पतं क्या बच्चे, क्या बूढे, क्या नोजवान,क्या महिलाएं सभी ने रोशनई से अपने घरों को रोशन कर दिवाली सा अहसास करा दिया और संदेश दिया संकट की घड़ी में कोई भी अकेला नही है, पूरा देश एक है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना की जंग में आज दूसरी बार देश की जनता से समर्थन मांगा था उन्होंने कहा था 5 अप्रैल की रात 9 बजे 9 मिनट के लिए अपने घरों की बिजली बंद कर घर की बालकनी में या दरवाजे पर दीपक जलाएं, मोमबत्ती जलाएं या फिर टोर्च की रोशनी से हर तरफ उजियारा कर दें और संदेश दें कि पूरा भारत एक है। प्रधानमंत्री के इस आह्वान पर आज पूरा देश एक साथ उठ खड़ा हुआ मंदसौर जिला भी इसमें पीछे नहीं था शहर की हर गली, हर मोहल्ला सब तरफ घरों की बिजली बंद कर दीपक, मोमबत्ती और टॉर्च की रोशनी जगमगा रही थी और एक संदेश आ रहा था कि कोरोना से इस जंग के खिलाफ कोई भी अकेला नहीं है पूरा देश मिलकर इस जंग को लड़ेगा और जीतेगा।
दीपो की यह जगमग मंदसौर नगर के साथ ही सीतामउ, सुवासरा, शामगढ़,गरोठ, भानपुरा, नाहरगढ, संजीत, पिपलियामंडी,टकराव त, नारायणगढ, मल्हारगढ और दलोदा,आकोदड़ा,निम्बोद,धुँधडक़ा,मनासा, नीमच की जनता में देखने को मिला है। राज्य सरकार के निर्देशों पर सभी स्थानों पर स्ट्रीट लाईटें रात्रि को अनवरत् चालु रही है।
कोरोना वायरस जैसे जानलेवा संकट से जुझ रही देश की जनता ने एक बार पुनः दिखा दिया कि वह हर मुसीबत के समय सरकार के निर्णय और विपदा से लडने को तैयार रहती है। उल्लेखनीय हैं कि कोरोना को भगाने के लिये 22 मार्च को देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की जनता से आव्हान किया था कि एक दिन का जनता स्वयं अपने घरों पर रूककर कफ्र्यू लागु करें जिसके समर्थन मंे बच्चैं से लेकर युवाओं, महिलाओं ओर बुजूर्गो तक ने थाली बजाकर व आतिशबाजी के साथ इस संघर्ष में लगे लोगों का मनोबल बढाने के लिये आगे कदम उठाये थे। पूरी देश की जनता के द्वारा नरेन्द्र मोदी के आव्हान को इस कदर समर्थन दिया कि पूरे विश्व ने भी मान लिया की भारत की जनता हर विपदा के संघर्ष में एकजुटता का परिचय देने में कभी भी पिछे नहीं रहती है। कोरोना वायरस जैसी गंभीर बीमारी को लेकर कोई भी राजनैतिक दल किसी भी आरोप-प्रत्यारोपो में नहीं लगा है। दुसरी बार पुनः देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी टीवी चैंनलों के माध्यम से आम जनता के बीच संदेश लेकर पहुंचे और कोरोना के संघर्ष में 5 अप्रेल को रात्रि 9 बजे व 9 मिनिट का समय मांगा। नरेन्द्र मोदी के इस आव्हान पर पूरी देश की जनता के साथ ही मंदसौर जिले की जनता ने भी इस संघर्ष में आगे ही कदम उठाकर पूरे विश्व को बता दिया है कि यहां की जनता हर विपदा में संघर्ष के लिये पूरी तरह एकजुट रहती है।
5 अप्रेल की रात्रि को 9 बजने के पूर्व ही बच्चैं से लेकर युवा, महिलाएं ओर बुजूर्ग तक अपने घरांे के बाहर निकलकर मोमबत्ती, दीपों के प्रज्जवलन तथा टाॅर्च व मोबाईल की फ्लशलाईट को चालु करने के लिये बाहर निकल आई। कोरोना जैसे गंभीर बीमारी को दुर भगाने के लिये बच्चैं से लेकर बुजूर्गाे तक में मोमबत्ती ओर दीपों के प्रज्जवलन के प्रति काफी उत्साह देखने को मिला है। रात्रि 8.30 बजे ही बच्चैं, महिलाओं व युवाओं ने घर के बाहर तथा बालकनी पर मोमबत्ती व दीपों के प्रज्जवलन की तैयारियां शुरू कर दी थी, जैसे ही रात की 9 बजे की घंटी बजी, घरों की सारी लाईटों को एक साथ बंद कर हर व्यक्ति ने दीपों का प्रज्जवलन और मोमबत्तीयां जलाकर कोरोना के अंधकार को मिटाने का संकल्प लिया। मोमबत्ती व दीपोें के प्रज्जवलन के साथ ही घरांे पर टाॅर्च की रोशनी की गई, मोबाईलों की फ्लशलाईट को शुरू कर कोरोना के संघर्ष में एकजुटता को हर परिवार ने परिचय दिया है। मंदसौर नगर, दलोदा, सीतामउ, सुवासरा, नाहरगढ, संजीत, पिलियामंडी, नारायणगढ और मल्हारगढ की आम जनता में कोरोना की इस लडाई में उत्साह देखते ही बनता था। 5 अप्रेल, रात्रि 9 बजे व 9 मिनिट के अंधकार में दीपों का प्रकाश कर यहां की जनता ने पूरे विश्व को दिखाने की कोशिश की है कि हर आपदा के समय में यहां की जनता पूरी एकजुट रहती है और आपदा को प्रवेश करने से रोकती है।