Friday, May 3rd, 2024 Login Here
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कांग्रेस के पायलट आज सुवासरा में, कल मुख्यमंत्री शामगढ में करेगे रोड़ शो
मंदसौर जनसारंगी।
प्रदेश की 28 सीटों के साथ ही मंदसौर जिले के सुवासरा का उपचुनाव भी 3 नवम्बर को है जिसमें अब चार दिन का समय बचा है जिसमें भाजपा और कांग्रेस दोनो ही दल अपनी पूरी ताकत झौक रहे है। भाजपा सरकार के मुखिया शिवराजसिंह चौहान अब तक चार बार विधानसभा क्षेत्र में आ चूके है। पांचवी बार फिर 1 नवम्बर को आ रहे है, अबकी बार वे शामगढ़ में रोड़ शो करेंगे। भाजपा के दूसरे नेताओं के अलावा कांग्रेस के नेता भी ताकत लगा रहे हैं। कांग्रेस सरकार में पूर्व मंत्री रहे प्रियव्रतसिंह लगातार इस विधानसभा में डटे हुए है वहीं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी क्षेत्र में जनसम्पर्क के लिए आ चूके है। आज 31 अक्टूबर को राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री सचीन पायलट सुवासरा में जनसभा करेगें इससे पहले युकां के प्रदेशाध्यक्ष कुणाल चौधरी शुक्रवार को जनसम्पर्क कर चूके है।
किसी समय सुवासरा विधानसभा अजा आरक्षित सीट हुआ करती थी, 2008 के परीसीमन में सीतामऊ विधानसभा को विलोपित करने के बाद सुवासरा अनारक्षित सीट हो गई। सुवासरा सीट से भाजपा ने केबिनेट मंत्री हरदीपसिंह डंग को अपना प्रत्याशी बनाया है तो कांग्रेस से राकेश पाटीदार चुनाव मैदान में है। चुनावी रिकार्ड को देखे तो 1962 से लेकर अब तक में सुवासरा-सीतामऊ से कोई भी पाटीदार पहला चुनाव नहीं हारा, इससे पहले भाजपा ने ही उन्हें टिकिट दिए, कांग्रेस ने पहली बार प्रत्याशी बनाया है। इसी तरह 6 दशकों में इस सीट पर सिंह इस किंग वाला दबदबा भी रहा है, भाजपा हो या कांगे्रस दोनो ही दलों में समय-समय पर सिंह भारी रहे हैं। ऐसे में 2020 के इस उपचुनाव का मुकाबला बड़ा दिलचस्प है। यहीं वजह है कि दोनों प्रमुख दलों ने प्रचार में पूरी ताकत झौंक दी है।
2008 के परीसीमन से पहले यानि जब इस सीट की पहचान सीतामऊ थी, तब यहां से भाजपा ने 1990 में पहली बार नानालाल पाटीदार को प्रत्याशी बनाया और जीते। नानालाल पाटभ्दार 1993 और 2003 में भी विधायक निर्वाचित हुए। 2008 के परीसीमन में भाजपा ने पहली बार राधेश्याम पाटीदार को प्रत्याशी बनाया और राधेश्याम अपना पहला राजनीतिक चुनाव जीतने में सफल रहे। राधेश्याम ने हरदीपसिंह डंग(वर्तमान भाजपा प्रत्याशी)6 हजार मतों से ज्यादा अंतर से हराया था।
परीसीमन से पहले व बाद में देखा जाए तो सिंह इज किंग वाला फैक्टर भी सीतामऊ-सुवासरा में जमकर चलता है। 1962 में जनसंघ से ठाकुर मोहनसिंह गौतम, 1964 में किशोरसिंह सिसोदिया, 1967 में राजेन्द्रसिंह सिसोदिया,1985 में भारतसिंह दीपाखेडा,1998 में भारतसिंह जावरा, 2013 व 2018 में हरदीपसिंह डंग अपना प्रभाव छोड़ चुके है।


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