Friday, May 3rd, 2024 Login Here
योजना बनाने पर डेढ़ करोड़ खर्च होगें,सफलता मिली तो देश भर में लागू होगी
मन्दसौर जनसारंगी।
केंद्र शासन के स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत ठोस एवं तरल अपशिष्ठ प्रबंधन के लिए शुरू होने वाले अभियान में एप्को को जिले के दो गांव का प्लान तैयार करने की जिम्मेदारी दी। जानकारी के मुताबिक शासन ने जब इन्हें काम सौंपा तब एप्को की टीम शिवना प्रोजेक्ट पर काम कर रही थी। इसीलिए एप्को टीम ने मंदसौर के गांव रुनिजा व गांव धलपट में करीब डेढ़-डेढ़ करोड़ से ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन का मास्टर प्लान तैयार किया। इसमें घर-घर से कचरा उठाने के लिए कचरा वाहन संचालन के साथ ही सफाई कर्मचारियों को सभी आवश्यक उपकरण दिलाने और नालियां निर्माण व वाटर टीटमेंट प्लांट निर्माण का प्लान तैयार किया है। जिपं ने प्रोजेक्ट को स्वीकृति के लिए शासन स्तर पर भेज दिया है। आचार संहिता के बाद मंजूरी मिलने की उम्मीद है।
मास्टर प्लान स्वीकृत होने पर इस प्रोजेक्ट में घर-घर से कचरा एकत्र करने के लिए वाहन खरीदेंगे। सफाई कर्मचारियों को सभी जरूरी उपकरण उपलब्ध कराएंगे। हर परिवार के मान से गांव में डबल डस्टबीन लगाएंगे। गंदे पानी को एक जगह तक पहुंचाने के लिए करीब 3 किमी नाले व नालियां बनाएंगे। साथ ही यहां वाटर टीटमेंट प्लांट के माध्यम से गंदे पानी को वापस उपयोग में लाया जा सकेगा। इसके अलावा कचरे को एकत्र कर उसे अलग- अलग किया जाएगा। गीले कचरे से खाद बनाने के लिए कंपोस्ट पीट बनाएंगे।केंद्र शासन ने हमें प्रोजेक्ट तैयार करने की जिम्मेदारी दी थी। उस समय हम शिवना प्रोजेक्ट पर काम कर रहे थे। इसीलिए वही पास के मंदसौर के दो गांव का प्रोजेक्ट तैयार कर जिला पंचायत को दिए हैं। ये मॉडल प्रोजेक्ट हैं। सफल हुए तो देशभर में लागू किया जाएगा।