Friday, May 3rd, 2024 Login Here
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नपा सीएमओं और विघुत मंडल अधिक्षण यंत्री ने किया तकनीशियनों की टीम के साथ अवलोकन
मंदसौर जनसारंगी।
चंबल और शिवना के संगम ग्राम एल्वी से भगवान पशुपतिनाथ महादेव की नगरी मंदसौर तक चंबल का पानी लाने की योजना पांच साल पहले ही साकार रूप लेना थी लेकिन मंदसौर वासियों का यह सपना अभी तक पूरा नहीं हुआ है। योजना की देरी को लेकर कलेक्टर मनोज पुष्प ने बैठक लेकर सख्ती दिखाई इसके दूसरे ही दिन नगर पालिका सीएमओं प्रेमकुमार सुमन और विघुत मंडल के अधीक्षक यंत्री मनोज शर्मा तकनीकि अधिकारियों की टीम के साथ संगम तक पहुंचे और योजना को साकार होने में आ रहीं बाधाओं को चिन्हित करते हुए उन्हें दूर करने की योजना पर मंथन किया। योजना को साकार करने के लिए आने वाले दिनों में इंटकवेल के निकट विघुत डीपी लगना है तथा विघुत केबल भी लगाई जानी है। हालांकि अवलोकन के बाद भी अभी अधिकारी चंबल का अमृत मंदसौर तक आने की समय सीमा बताने की स्थिति में नहीं है।
पहले काला भाटा और उसके बाद चंबल  से मंदसौर की पेयजल आपूर्ति करने के दावे शुरू हुए इसके लिए अमृत मिशन के तहत 52 करोड़ रूपऐ का प्रोजेक्ट तैयार किया गया था लेकिन ठेकेदार की रसूख और नपा की लापरवाही और मेहरबानी के कारण चंबल का पानी अब तक मंदसौर नहीं आ पाया है। करोड़ो के इस प्रोजेक्ट को पूरा करवाने को लेकर सभी जिम्मेदार शुरु से ही गंभीर नहीं दिख रहे। जिसके चलते मंदसौर की जनता अभी तक चंबल के पानी के आने का इंतजार हीं कर रहीं है। जबकी जबकी चंबल से मंदसौर रामघाट तक की दूरी 53 किमी है। वहां से मंदसौर तक पानी लाने के लिए 55.25 करोड़ की लागत से अमृत योजना का कार्य 14 जून 2016 को प्रारंभ हुआ। कार्य अवधि वर्षाकाल सहित 24 माह निर्धारित की गई थी। अर्थात जून 2018 तक चंबल का पानी मंदसौर आना था। इस बीच वर्ष 2017 से ही जनप्रतिनिधि चंबल का पानी जल्द मंदसौर लाने का वादा भी करते रहे, लेकिन योजना साढ़े चार साल बाद भी पूरी नहीं हो पाई है। प्रारंभ में तेजी से कार्य चला। लगभग 45 किमी से अधिक पाइप लाइन डाली गई। इंटेकवेल सहित अन्य निर्माण कार्य हुए। इसके बाद डिगांव चैपाटी पर पाइप लाइन डालने के लिए सीतामऊ रोड को क्रॉस करने के लिए एमपीआरडीसी से अनुमति नपा समय पर नहीं ले पाई एवं दूसरी तरफ मेनपुरिया आश्रम के पास रेलवे लाइन के नीचे से पाइप लाइन निकालने के लिए भी रेलवे से अनुमति मिलने में देरी हुई। ऐसे में समय सीमा समाप्त होने के दो साल बाद भी अभी तक योजना पूरी नहीं हो पाई और चंबल का पानी मंदसौर तो नहीं आया परन्तु नगर पालिका ने जलकर में चंबल के पानी के नाम पर बढोतरी जरूर कर ली फिर भी मंदसौर में 24 घंटे पानी का सपना साकार नहीं होपाया है ऐसे में कलेक्टर मनोज पुष्प ने सख्ती दिखाई और नगर पालिका सीएमओं को सख्त निर्देश देते हुए साफ कहा कि पूरी योजना पर खुद नजर रखे, किसी के भरोसे नहीं रहे अन्यथा कार्रवाहीं सीएमओं को ही भुगतनी होगी। कलेक्टर के निर्देश के बाद सीएमओं नगर पालिका पे्रमकुमार सुमन, अधीक्षण यंत्री विघुत मंडल मनोज शर्मा सहित तकनीकि अधिकारियों के साथ संगम पर पहुंचे और जिस 23 किलोमीटर के रास्ते पर बिजली की लाईन बिछनी है उसका भी अवलोकन किया इसके साथ ही इंटकवेल के समीप लगने वाली विघुत डीपी को लेकर भी चर्चा की और तकनीकि खामियों को दूर कर तत्काल काम पूरा करने के निर्देश दिए।
उल्लेखनिय है कि बैठक में कलेक्टर ने साफ कहा था कि अगले दिनों में मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी की बिछने वाली लाइन को लेकर भी विस्तार से समीक्षा की थी और कहा था कि विद्युत खंबों की स्टेंडर्ड साइज का उपयोग करें। जो भी तकनीकी समस्या है उसे तुरंत खत्म करें। यह पाइप लाइन दो माह में बनकर तैयार होना चाहिए। हर काम टाइम लाइन के अनुसार करें। इस कार्य की समस्त प्लानिंग कर 31 दिसंबर तक रिपोर्ट प्रस्तुत करें। हालांकि सीएमओं और विघुत मंडल के अधीक्षक यंत्री ने अधिकारियों की टीम के साथ अवलोकन किया है जिसकी पूरी रिर्पोट कलेक्टर को प्रस्तुत होगी लेकिन सीएमओं अभी भी यह बताने की स्थिति में नहीं है कि आखिर योजना कब तक पूरी होगी और आखिर कब चंबल का पानी मंदसौर तक आऐगा।
अवलोकन किया लेकिन काम पूरा होने का समय नहीं बता सकते
कलेक्टर के निर्देश पर चंबल से मंदसौर तक अमृत मिशन के तहत पानी लाने की योजना का अवलोकन किया है इस दौरान अधीक्षक यंत्री विघुत मंडल मनोज शर्मा सहित अधिकारियों की टीम साथ थी। इंटकवेल के समीप विघुत डीपी लगनी है, विघुत लाईन भी डाली जानी है। सारे कामों को लेकर विस्तार से समीक्षा की है जल्द ही योजना पूरी हो जाऐगी लेकिन योजना कब पूरी होगी इसकी समय सीमा नहीं बताई जा सकती।
प्रेमकुमार सुमन
सीएमओं नगर पालिका मंदसौर

Chania