Monday, May 6th, 2024 Login Here
जर्जर हो चूका बड़े अस्पताल का भवन, पांचवी बार हुआ हादसा
मंदसौर जनसारंगी।
मंदसौर में स्वास्थ्य सुविधाऐ बढाऐ जाने की कवायद चल रहीं है, अस्पताल में तरह-तरह के स्वास्थ्य उपकरण लगाऐ जा रहे है, मेडिकल काॅलेज के भवन का भूमिपूजन होने वाला है लेकिन दूसरी तरफ जिला अस्पताल के बुढ़े और जर्जर हो चूके भवन को सुधारने के लिए कोई प्रयास नहीं हो रहे है इसी के चलते आऐ दिन यहां दुर्घटनाएंे हो रहीं है। बुधवार-गुरूवार की रात में एक बार फिर यहां स्थित हड्डी वार्ड के बाहर की छत का प्लास्टर गिर गया। जिससे यहां बैठी दो महिलाऐ घायल हो गई। यह पांचवा मौका है जब अस्पताल के वार्ड की छत इस तरह गिरी है।
बड़े अस्पताल के भवन की हालत लगातार जर्जर होती जा रहीं है, आऐ दिन यहां भवन जगह-जगह से गिरने लगा है, बारिश में तो यह और भी रिस्की हो जाता है। करीब 65 साल पहले बना भवन एक दशक से अपनी दूर्दशा पर आंसू बहा रहा है लेकिन फिर भी इसका कायाकल्प नहीं हो रहा है। बुधवार-गुरूवार की रात में हड्डी वार्ड के बाहर की छत का प्लास्टर अचानक गिर गया, जिससे दो महिलाओं को चोट लग गई। यह तो गनिमत रहीं कि गंभीर हादसा नहीं हुआ क्योंकि जहां से प्लास्टर गिरा वहीं पास में ही पंखा भी लगा हुआ था ऐसे में यदि पंखा भी गिरता तो बड़ा हादसा हो सकता था। बड़े अस्पताल में कई वार्डो, गलियारों की दीवारों में दरारें पड़ रही है, छत भी जर्जर हो रही है। अब तक करीब पांच बार हादसे हो चूके है लेकिन हर बार अस्पताल प्रशासन मरम्मत की बात करता है लेकिन बाद में होता कुछ नहीं है ऐसे में अब यह जर्जर हो चूका भवन मरीजों की जान पर भी बन रहा है।
भवन की हालत यह है कि बारिश में तो यहां के हालात पूरी तरह से खराब हो जाते है, कई वार्डो में पानी भर जाता है, दिवारों से पानी रिसता है जिसके कारण दीवारों का प्लास्टर कमजोर हो रहा है ऐसे में पानी, सीमेंट की नमी के कारण इंफेक्शन का खतरा भी बढ रहा है इसके साथ ही करंट फैलने समेत अन्य खतरे भी लगातार मण्डरा रहे है।
जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डाॅ डी.के. शर्मा ने बताया कि अस्पताल का भवन काफी पूराना हो चूका है इसक मरम्मत के लिए कलेक्टर ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को मरम्मत के निर्देश दिए है। गुरूवार को निर्माण अधिकारियों के साथ अस्पताल का अवलोकन किया है। मरम्मत के सारे कार्य शीघ्र ही पूर्ण कराऐ जाऐंगे।
पहले भी हो चुकी है घटनाएं
-31 अगस्त 2014 को महिला मेडिकल वार्ड की छत का प्लास्टर गिरने से एक महिला मरीज घायल हो गई थी।
-20 सितंबर 2014 को बर्न वार्ड के बाहर गलियारे में छत का प्लास्टर गिर गया था।
-14 अप्रैल 2015 को मेडिकल वार्ड के बाहर बगीचे की ओर बना छज्जा गिर गया। रात का समय होने से हादसा टल गया।
-15 सितंबर 2019 को सर्जिकल वार्ड के बाहर गलियारे की छत हिस्सा गिर गया था, इस दौरान भी बड़ा हादसा टल गया।