Monday, May 6th, 2024 Login Here
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चार दिन बाद शुरू होगा सावन लेकिन अभी भी बारिश का इंतजार, दिन भर छाऐ बादल भी बरसे नहीं
मंदसौर जनसारंगी।
चार दिन बाद सावन का महिना शुरू हो रहा है लेकिन मंदसौर अभी भी बारिश के लिए तरस रहा है। मंदसौर के पेयजल स्त्रोत्र रामघाट पर अभी तीन फीट दो इंच पानी है अब चंबल योजना के माध्यम से धीरे-धीरे दिन भर में दो से तीन इंच पानी एकत्र हो रहा है । इस तरह दो दिन में मिलाकर छह इंच पानी एकत्र होता है और तीसरे दिन शहर में पेयजल वितरण किया जाता है। हालांकि जानकार सावन के शुरूआती दिनों में अच्छी बारिश के आसार जता रहे है। लेकिन अभी तक के सूखे के हालात के चलते खेतों में फसले बर्बाद होने की कगार पर पहुंच गई है। पीने के पानी की किल्लत बड़ती जा रहीं है ऐसे में अब जल्दी पानी नहीं बरसा तो मुश्किले हो सकती है। उधर मंगलवार को पूरे दिन आसमान में बादल छाऐ रहे लेकिन हल्की बूंदाबांदी हीं हुई लोग अच्छी बारिश के लिए इंतजार ही करते रहे।
कोलवी से मंदसौर तक चंबल का पानी लाने की योजना धरातल पर उतरी तो सहीं लेकिन सफल नहीं हो पा रहीं है। जिस योजना के माध्यम से पूरे शहर को हर दिन पानी देने का सपना दिखाया गया था वह साकार नहीं हो पाया है। चंबल योजना में डले पाईप से पानी इतना धीमा आ रहा है कि दो दिन में छह इंच पानी एकत्र हो पा रहा है। उधर पानी की खेंच के कारण मंदसौर की जीवनदायिनी शिवना नदी पूरी तरह से खाली हो चूकी है, तेलिया तालाब में भी पानी नहीं बचा है। आलम यह है कि काला भाटा बांध पूरी तरह  से खाली हो चूका है। रामघाट पर तीन फीट दो इंच पानी है। यहीं से पानी फिल्टर प्लांट तक पहुंच रहा है जहां से नलों के माध्यम से लोगों के घरों तक पहुंच रहा है।
मंदसौर के साथ ही  ग्रामीण अंचल में भी पेयजल संकट छा रहा है। जिले के दलौदा में तो 15 दिन में एक बार पानी घरों में पहुंच रहा है। क्योंकि ग्रामीण अंचल में भी ट्यूबवेल, कुएं इत्यादि पूरी तरह से सूख चूके है। घरों में पीने के पानी की किल्लत है, खेतों में फसले सुखने की कगार पर है। यदि दो-तीन दिन में पानी नहीं बरसा तो फसले पूरी तरह से सुख जाऐगी जिसके कारण किसानों को फिर से बोवनी करनी पड़ेगी। यदि ऐसा हुआ तो किसान आर्थिक संकट के बोझ तले दब जाऐगें, पहले से ही लाॅक डाउन के कारण किसानों समेत आम व्यक्ति के आर्थिक हालात खराब है। जिले में अभी तक 70 प्रश से अधिक खेतों में बोवनी हो चुकी है। कृषि विज्ञानियों का कहना है कि जिले में मानसून बिगड़ गया है। सावन की शुरूआत में जिले में मानसून की वापसी की उम्मीद है। क्योंकि पश्चिमी दिशा से चल रही हवाओं से मानसून प्रभावित हो गया है और जिले में एक समान बारिश नहीं हो रही है।
मंदसौर जिले में बारिश की स्थिति (मिमी में)
केंद्र 14 जुलाई 21 14 जुलाई 20
मंदसौर 194.0 213.0
सीतामऊ 306.8 181.8
सुवासरा 246.7 132.4
गरोठ 95.0 105.2
भानपुरा 48.2 141.8
मल्हारगढ़ 183.0 206.4
धुंधडका 209.0 222.0
शामगढ़ 100.4 247.2
संजीत 73.0 145.0
कयामपुर 184.5 226.2
औसत 164.0 182.1
गांधीसागर बांध का जलस्तर- 1289.88 फीट

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